फाइल फोटो
नई दिल्ली:
टीम इंडिया तैयार है साल के पहले और एक कठिन चुनौती के लिए। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज का पहला मैच पर्थ के वाका मैदान पर खेला जाएगा। पिछले साल यहां ट्रायंगुलर सीरीज़ में टीम इंडिया एक भी मैच नहीं जीत पाई थी, लेकिन फिर वर्ल्ड कप में लगातार 7 मैच जीतकर सेमीफ़ाइनल तक पहुंचे। सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हराकर माही का दुबारा वर्ल्ड कप जीतने का सपना तोड़ दिया था। तो क्या बदला लेने का वक्त आ गया है?
लेकिन, कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इसमें यकीन नहीं करते। धोनी कहते हैं कि 'खेल में हम बदला और नफ़रत शब्द का इस्तेमाल नहीं करते। क्रिकेट वैसे भी भद्रजनों का खेल माना जाता है। हम यहां कड़ी टक्कर देने और देश के लिए जीतने आए हैं।' शायद आपको ये जानकर हैरानी हो कि भारत ऑस्ट्रेलिया में पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ खेलने जा रहा है। अब तक भारत ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर 'मल्टी टीम टूर्नामेंट' खेलता रहा है।
भारत ने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर 43 वनडे में सिर्फ़ 10 मैच जीते हैं, लेकिन इस बार पहले दोनों अभ्यास मैच में जीत के बाद महेन्द्र सिंह धोनी की टीम में नया आत्मविश्वास नज़र आ रहा है। इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले से कहीं कम अनुभवी है। मिचेल जॉन्सन और ब्रैड हैडिन संन्यास ले चुके हैं, जबकि शेन वॉटसन टीम में नहीं हैं। मिचेल स्टार्क अनफ़िट हैं। भले ही ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पिचों पर लगातार 14 वनडे मैच जीते हैं, लेकिन भारत को इस बार वे मजबूत प्रतिद्वन्द्वी मान रहे हैं।
स्टीवन स्मिथ ने कहा कि भारत की बात थोड़ी सी अलग है। पिछले कुछ साल में उन्होंने काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है। हम उन्हें हल्के में नहीं लेने जा रहे हैं। हम उन्हें हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। उनके पास कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं, ख़ासकर उनका शीर्ष क्रम। ये हमारे लिए बड़ी चुनौती होने जा रही है। ऑस्ट्रेलिया जहां वर्ल्ड नंबर-1 टीम है, वहीं भारतीय टीम नंबर-2 पर है। अगले 5 वनडे में जीत और हार के साथ-साथ रैंकिंग की भी जंग लड़ी जानी है।
लेकिन, कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इसमें यकीन नहीं करते। धोनी कहते हैं कि 'खेल में हम बदला और नफ़रत शब्द का इस्तेमाल नहीं करते। क्रिकेट वैसे भी भद्रजनों का खेल माना जाता है। हम यहां कड़ी टक्कर देने और देश के लिए जीतने आए हैं।' शायद आपको ये जानकर हैरानी हो कि भारत ऑस्ट्रेलिया में पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ खेलने जा रहा है। अब तक भारत ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर 'मल्टी टीम टूर्नामेंट' खेलता रहा है।
भारत ने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर 43 वनडे में सिर्फ़ 10 मैच जीते हैं, लेकिन इस बार पहले दोनों अभ्यास मैच में जीत के बाद महेन्द्र सिंह धोनी की टीम में नया आत्मविश्वास नज़र आ रहा है। इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले से कहीं कम अनुभवी है। मिचेल जॉन्सन और ब्रैड हैडिन संन्यास ले चुके हैं, जबकि शेन वॉटसन टीम में नहीं हैं। मिचेल स्टार्क अनफ़िट हैं। भले ही ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पिचों पर लगातार 14 वनडे मैच जीते हैं, लेकिन भारत को इस बार वे मजबूत प्रतिद्वन्द्वी मान रहे हैं।
स्टीवन स्मिथ ने कहा कि भारत की बात थोड़ी सी अलग है। पिछले कुछ साल में उन्होंने काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है। हम उन्हें हल्के में नहीं लेने जा रहे हैं। हम उन्हें हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। उनके पास कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं, ख़ासकर उनका शीर्ष क्रम। ये हमारे लिए बड़ी चुनौती होने जा रही है। ऑस्ट्रेलिया जहां वर्ल्ड नंबर-1 टीम है, वहीं भारतीय टीम नंबर-2 पर है। अगले 5 वनडे में जीत और हार के साथ-साथ रैंकिंग की भी जंग लड़ी जानी है।
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