हरभजन सिंह के टेस्ट करियर पर खड़े होने लगे सवाल

हरभजन सिंह के टेस्ट करियर पर खड़े होने लगे सवाल

नई दिल्ली:

टीम इंडिया के सबसे अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। हरभजन ने गॉल टेस्ट में सिर्फ एक विकेट लिया। कोलंबो टेस्ट से पहले अभ्यास सत्र के दौरान टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री के साथ कड़ी मेहनत करते स्टूअर्ट बिन्नी दिखे। यह हरभजन के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता। बिन्नी को बीसीसीआई ने 15 सदस्यों की टीम में बिना किसी को बाहर किए शामिल किया गया था। बाद में शिखर धवन चोट की वजह से सीरीज़ से बाहर हुए।

कोलंबो में पी सारा ओवल मैदान हमेशा से तेज गेंदबाजों को मदद करता रहा है। स्विंग को देखते हुए अनुमान है कि टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनरों के साथ ही उतरेंगे। वहीं ऑल-राउंडर के तौर पर बिन्नी सबसे बेहतरीन पसंद हो सकते हैं। ऐसे में हरभजन का टीम में बने रहना मुश्किल है।

टेस्ट में 400 से ज्यादा विकेट ले चुके भज्जी को बांग्लादेश दौरे पर विराट की गुजारिश पर टीम में लिया गया। श्रीलंका दौरे पर भी वे अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहे। गॉल में उनके पास मौका था जब तीन स्पिनर एक साथ खेल रहे थे, लेकिन भज्जी ने मौका गंवा दिया। मैच की पहली पारी में तो वे एक भी विकेट नहीं ले सके, हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने एक महत्वपूर्ण साझेदारी तोड़ी।

स्पिनरों को मदद कर रहा गॉल का मैदान, जहां 40 विकेट में से 31 विकेट स्पिनरों ने लिए हों, पर भज्जी का खराब प्रदर्शन सवाल उठाता है। मैच के बाद कप्तान ने हरभजन के खराब प्रदर्शन का बचाव करते हुए सारा इल्जाम दिनेश चांदीमल की पारी पर रख दिया। विराट ने कहा कि चांदीमल के क्रीज़ पर रहते सभी गेंदबाज पिटे और भज्जी कुछ अलग नहीं थे। जबकि कोलंबो टेस्ट से पहले पत्रकारों से बात करते हुए टीम डायरेक्टर शास्त्री ने भी भज्जी का खुलकर बचाव किया। शास्त्री ने कहा कि भज्जी एक बड़े खिलाड़ी हैं जिन्होंने 400 से ऊपर विकेट लिए हैं। किसी भी बड़े खिलाड़ी को वापसी करने के बाद लय में आने में वक्त लगता है। शास्त्री ने कहा कि भज्जी ने अब गेंदबाजी में लय पकड़ ली है और जल्दी ही विकेट भी लेने लगेंगे।

अब सवाल है कि अगर भज्जी की गेंदबाजी में लय नहीं थी तो उन्हें श्रीलंका के साथ महत्वपूर्ण सीरीज़ पर टीम में कैसे शामिल किया गया? क्या इसका जवाब कोहली, शास्त्री या फिर चयनकर्ता देंगे?  हरभजन ने लय पकड़ ली है और अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं तो गॉल में उनकी अच्छी गेंदबाजी किसी को क्यों नहीं दिखी?

हरभजन आईपीएल में लय में दिख रहे थे उन्हें विकेट भी खूब मिले। आख़िर ऐसा क्या हुआ कि वे अचानक आउट ऑफ़ फ़ॉर्म हो गए। इस बात का जवाब कुछ हद तक पूर्व टेस्ट स्पिनर वेंकटपति राजू की बातों से मिल सकता है। भारत के लिए 28 टेस्ट खेल चुके राजू के मुताबिक भज्जी जरूरत से ज्यादा दबाव अपने ऊपर ले रहे हैं और कुछ नया करने की कोशिश नाकाम हो रही है। हालांकि 46 साल के राजू ने यह भी कहा कि श्रीलंका के माहौल में भज्जी को क्या करना है, इसका उन्हें अच्छा अनुभव है।

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35 साल के हरभजन ने समय रहते फार्म में वापसी नहीं की तो श्रीलंका सीरीज़ के बाद उनका टीम में बने रहना मुश्किल होता, साथ ही उनके टेस्ट करियर पर भी विराम लग सकता है।