मुंबई:
इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मामले की तह तक जाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है, वो 14 जुलाई को बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिकों में से एक राज कुंद्रा पर फैसला सुनाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने जांच का पूरा ज़िम्मा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली कमेटी को सौंपा है। लोढ़ा कमेटी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भी सजा सुनाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 22 जनवरी को लोढ़ा कमेटी गठित की थी। पैनल को 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग व सट्टेबाजी प्रकरण की जांच सौंपी गई थी। कमेटी इस मामले में लिप्ट सारे लोगों और फ्रेंचाइज़ी के खिलाफ पाए गए सबूत भी सौंपेगी। वैसे जिन लोगों पर मामला साबित होता है, वो भी न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगा सकते हैं।
क्या था पूरा मामला
स्पॉट फिक्सिंग का ये पूरा मामला आईपीएल सीज़न 6 से जुड़ा हुआ है, जब दिल्ली पुलिस ने मुंबई से पूर्व टेस्ट क्रिकेटर एस. श्रीसंत सहित राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक 2013 में मुंबई में राजस्थान रॉयल्स बनाम मुंबई इंडियंस, पांच मई को जयपुर में हुए राजस्थान रॉयल्स बनाम पुणे वॉरियर्स, और नौ मई को मोहाली में हुए राजस्थान रॉयल्स बनाम किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैचों में स्पॉट फिक्सिंग हुई थी।
उस वक्त इस मामले में तीन खिलाड़ियों और 11 सटोरियों को गिरफ़्तार किया गया था। धीरे-धीरे इस मामले में देश में क्रिकेट को चलाने वाले लोग भी जुड़ने लगे, जब पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन की गिरफ्तारी हुई। बाद में इस मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कुल 42 लोग आरोपी बने, जिनमें से 6 फरार हैं। 23 मई को मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है।
क्रिकेट प्रशासकों और खिलाड़ियों के अलावा इस मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील भी आरोपी हैं।
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग-कब-कब खुलीं परतें
सुप्रीम कोर्ट ने जांच का पूरा ज़िम्मा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली कमेटी को सौंपा है। लोढ़ा कमेटी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भी सजा सुनाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 22 जनवरी को लोढ़ा कमेटी गठित की थी। पैनल को 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग व सट्टेबाजी प्रकरण की जांच सौंपी गई थी। कमेटी इस मामले में लिप्ट सारे लोगों और फ्रेंचाइज़ी के खिलाफ पाए गए सबूत भी सौंपेगी। वैसे जिन लोगों पर मामला साबित होता है, वो भी न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगा सकते हैं।
क्या था पूरा मामला
स्पॉट फिक्सिंग का ये पूरा मामला आईपीएल सीज़न 6 से जुड़ा हुआ है, जब दिल्ली पुलिस ने मुंबई से पूर्व टेस्ट क्रिकेटर एस. श्रीसंत सहित राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक 2013 में मुंबई में राजस्थान रॉयल्स बनाम मुंबई इंडियंस, पांच मई को जयपुर में हुए राजस्थान रॉयल्स बनाम पुणे वॉरियर्स, और नौ मई को मोहाली में हुए राजस्थान रॉयल्स बनाम किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मैचों में स्पॉट फिक्सिंग हुई थी।
उस वक्त इस मामले में तीन खिलाड़ियों और 11 सटोरियों को गिरफ़्तार किया गया था। धीरे-धीरे इस मामले में देश में क्रिकेट को चलाने वाले लोग भी जुड़ने लगे, जब पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन की गिरफ्तारी हुई। बाद में इस मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कुल 42 लोग आरोपी बने, जिनमें से 6 फरार हैं। 23 मई को मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है।
क्रिकेट प्रशासकों और खिलाड़ियों के अलावा इस मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील भी आरोपी हैं।
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग-कब-कब खुलीं परतें
- 16 मई 2013 : राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ी एस. श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंडिला स्पॉट फ़िक्सिंग के आरोप में गिरफ़्तार हुए।
- 21 मई 2013 : फिल्म अभिनेता विंदू दारा सिंह सट्टेबाज़ों के साथ रिश्ते के आरोप में मुंबई में गिरफ़्तार हुए।
- 24 मई 2013 : एन. श्रीनिवासन और चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन मुंबई पुलिस के सामने हाज़िर हुए, पुलिस ने पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लिया।
- 2 जून 2013 : बीसीसीआई की बैठक में फ्रेंचाइज़ी की जांच के लिए दो रिटायर्ड जजों की कमेटी बनाई।
- 11 जून 2013 : श्रीसंत और चव्हाण जेल से जमानत पर रिहा हुए।
- 28 जुलाई 2013 : बीसीसीआई की बनाई जजों की कमेटी ने राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स को क्लीन चिट दी।
- 30 जुलाई 2013 : बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई के ख़िलाफ़ बॉम्बे हाईकोर्ट में पीआईएल दी।
- 5 अगस्त 2013 : बीसीसीआई ने दो जजों की कमेटी की जांच रिपोर्ट को ख़ारिज़ करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में अपील की।
- 13 सितंबर 2013 : बीसीसीआई ने श्रीसंत और चव्हाण पर आजीवन प्रतिबंध लगाया।
- 7 अक्टूबर 2013 : सुप्रीम कोर्ट ने फ़िक्सिंग मामले की जांच के लिए जस्टिस मुदगल कमेटी बनाई।
- 3 नवंबर 2014 : मुद्गल कमेटी ने रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी।
- 22 जनवरी 2015 : सुप्रीम कोर्ट ने श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा को आईपीएल में सट्टेबाज़ी का दोषी माना ।
- 14 जुलाई 2015 : स्पॉट फिक्सिंग में मयप्पन, कुंद्रा और दोषियों को क्या सज़ा मिलेगी, इसका ऐलान।
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