यह ख़बर 03 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मुंबई एक रन से जीता, पुणे की लगातार चौथी हार

खास बातें

  • मुंबई द्वारा दिए गए 121 रन के टारगेट का पीछा करते हुए पुणे की टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 119 रन ही बना पाई।
पुणे:

हरभजन सिंह की अगुआई में गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन की बदौलत मुंबई इंडियन्स ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में गुरुवार को मुश्किल हालात से उबरते हुए पुणे वारियर्स को एक रन से हरा दिया जो मेजबान टीम की लगातार चौथी हार है।

हरभजन ने चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट चटकाए जिससे मिथुन मन्हास (नाबाद 42, 34 गेंद, पांच चौके) की उम्दा पारी के बावजूद 121 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे की टीम छह विकेट पर 119 रन ही बना सकी। लसिथ मलिंगा ने भी 25 रन देकर दो विकेट हासिल किए।

इससे पहले पुणे वारियर्स ने भुवनेश्वर कुमार (नौ रन पर दो विकेट) और आशीष नेहरा (19 रन पर दो विकेट) की दमदार गेंदबाजी से मुंबई इंडियन्स को नौ विकेट पर 120 रन पर रोक दिया था। मुंबई की ओर से सचिन तेंदुलकर (34) और जेम्स फ्रेंकलिन (25) की सलामी जोड़ी ही टिककर बल्लेबाजी कर पाई। पुणे को मजबूत स्थिति तक पहुंचाने में उसके क्षेत्ररक्षकों की भी अहम भूमिका रही जिन्हांेने विरोधी टीम के चार बल्लेबाजों को रन आउट किया।

इस जीत के साथ ही मुंबई ने छह अप्रैल को वानखेड़े स्टेडियम में पुणे वारियर्स के हाथों 28 रन की शिकस्त का बदला भी चुकता कर लिया। मुंबई की टीम इस जीत से 10 मैचों में छह जीत से 12 अंक जुटाकर अंक तालिका में तीसरे स्थान पर बरकरार है। पुणे की टीम 11 मैचों में आठ अंक के साथ आठवें स्थान पर है और उसकी नाकआउट में जगह बनाने की संभावनाएं काफी कम हो गई हैं।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे पुणे को रोबिन उथप्पा (18) ने तेज शुरूआत दिलाई। उन्होंने मलिंगा की गेंद पर चौके से खाता खोलने के बाद मुनाफ पटेल की गेंद को छह रन के लिए भेजा लेकिन इसी तेज गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।

तेंदुलकर ने चौथे ओवर में डिंडा को निशाना बनाया और उन लगातार तीन चौके जड़े जबकि फ्रेंकलिन ने छठे ओवर में आशीष नेहरा पर एक छक्का और दो चौके मारे। तेंदुलकर ने भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर एक रन के साथ 7.2 ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया।

भुवनेश्वर ने फ्रेंकलिन को आउट करके मुंबई को पहला झटका दिया। फ्रेंकलिन गेंद को पुल करने की कोशिश में हवा में लहरा गए और लांग आन से दौड़ लगाते हुए मिथुन मन्हास ने आसान कैच लपका। उन्होंने 23 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का जड़ा। रोहित शर्मा (03) गैरजरूरी जोखिम उठाते हुए रन आउट हुए जबकि तेंदुलकर ने नेहरा की गेंद को लेट कट करने की कोशिश में विकेटकीपर रोबिन उथप्पा को कैच थमाया। उन्होंने 35 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे।

रोबिन पीटरसन (13) भी इसके बाद नेहरा की गेंद पर कप्तान सौरव गांगुली को कैच देकर पवेलियन लौटे। भुवनेश्वर कुमार ने अंबाती रायुडू (01) को बोल्ड किया जबकि डिंडा ने हरभजन सिंह (00) की पारी का अंत किया। तिषारा परेरा खाता खोले बिना रन आउट होकर पवेलियन लौटे।

मलिंगा ने डिंडा की गेंद पर एक रन के साथ 18.2 ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया। दिनेश कार्तिक (18) और मलिंगा (14) ने अंत में कुछ अच्छे शाट खेलकर टीम को सम्माजनक स्कोर तक पहुंचाया।

तेंदुलकर ने चौथे ओवर में डिंडा को निशाना बनाया और उन लगातार तीन चौके जड़े जबकि फ्रेंकलिन ने छठे ओवर में आशीष नेहरा पर एक छक्का और दो चौके मारे। तेंदुलकर ने भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर एक रन के साथ 7.2 ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया।

भुवनेश्वर ने फ्रेंकलिन को आउट करके मुंबई को पहला झटका दिया। फ्रेंकलिन गेंद को पुल करने की कोशिश में हवा में लहरा गए और लांग आन से दौड़ लगाते हुए मिथुन मन्हास ने आसान कैच लपका। उन्होंने 23 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का जड़ा। रोहित शर्मा (03) गैरजरूरी जोखिम उठाते हुए रन आउट हुए जबकि तेंदुलकर ने नेहरा की गेंद को लेट कट करने की कोशिश में विकेटकीपर रोबिन उथप्पा को कैच थमाया। उन्होंने 35 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे।

रोबिन पीटरसन (13) भी इसके बाद नेहरा की गेंद पर कप्तान सौरव गांगुली को कैच देकर पवेलियन लौटे। भुवनेश्वर कुमार ने अंबाती रायुडू (01) को बोल्ड किया जबकि डिंडा ने हरभजन सिंह (00) की पारी का अंत किया। तिषारा परेरा खाता खोले बिना रन आउट होकर पवेलियन लौटे।

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मलिंगा ने डिंडा की गेंद पर एक रन के साथ 18.2 ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया। दिनेश कार्तिक (18) और मलिंगा (14) ने अंत में कुछ अच्छे शाट खेलकर टीम को सम्माजनक स्कोर तक पहुंचाया।