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IPL 2025: बीसीसीआई ने मैदान पर ही दी अंपायरों को 'छापा मारने' की इजाजत, जानें क्यों मजबूर हुआ बोर्ड

Indian Premier League: जो प्रैक्टिस अभी तक ड्रेसिंग रूम में हुआ करती थी, अब अंपायर मैदान पर ही आईपीएल में कर रहे हैं

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IPL 2025: आईपीएल में अब दिग्गजों की चालाकी नहीं चलेगी
नयी दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) के इस संस्करण में बल्लेबाजों को अनुचित लाभ लेने से रोकने के लिए मैदानी अंपायर कभी भी 'छापा मार' दे रहे हैं! मतलब मैच से पहले वॉर्म-अप सेशन, नेट प्रैक्टिस आदि के दौरान मैदानी अंपायर किसी भी खिलाड़ी को रोकर बल्ले की जांच कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार अंपायरों को ऐसी शिकायतें मिली थीं कि कुछ खिलाड़ी तय नियमों से ज्यादा चौड़े या मोटे किनारे वाले बल्लों का इस्तेमाल गैरजरूरी लाभ लेने के लिए कर रहे हैं. इसी के बाद मैच रेफरी और मैदानी अंपायर हरकत में आ गए. बता दें कि बल्ले के आकार की जांच करना एक प्रचलित चलन है लेकिन पिछली बार तक इस प्रक्रिया का पालन ड्रेसिंग रूम के अंदर ही किया जाता था. हालांकि, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने पावर-हिटिंग के इस जमाने में अधिक सतर्क रहने के लिए मैच अधिकारियों को आवश्यकता पड़ने पर मैदान पर ही बल्ले की किसी भी तरह से जांच करने की अनुमति दी है. आईपीएल में 100 से अधिक और कई अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग कर चुके बीसीसीआई के एक पूर्व अंपायर ने भी इस घटनाक्रम पर आश्चर्य व्यक्त किया.

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इस पूर्व अंपायर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘अंपायर बल्ले के आकार की जांच करने के लिए एक उपकरण ‘बैट गेज' को अपने पास रखते हैं. अगर बल्ला उस गेज से गुजरता है, तो इसे स्वीकार्य माना जाता है. हम सभी ने ड्रेसिंग रूम के अंदर पारी शुरू होने से पहले बल्ले की जांच की है. खिलाड़ी अपना बल्ला सौंप देते हैं और जांच हो जाती है.'

उन्होंने कहा, ‘अब सवाल यह है कि क्या किसी खिलाड़ी ने जांच के लिए एक बल्ला दिया था और मैदान पर दूसरे का इस्तेमाल किया था. अगर ऐसा हुआ है, तो यह प्रोटोकॉल स्वागत योग्य है. खिलाड़ी हमेशा कई बल्ले रखते हैं. बल्ले का वजन अलग-अलग हो सकता है, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई (बल्ले का अगला हिस्सा), गहराई (बल्ले का बीच का हिस्सा) और किनारे की चौड़ाई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा निर्धारित सीमा के अंदर होनी चाहिए.'

नियमों के अनुसार, बल्ले के मुख की चौड़ाई 4.25 इंच (10.79 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए. बल्ले के मध्य भाग (उभरा हुआ भाग) की मोटाई 2.64 इंच (6.7 सेमी) से अधिक नहीं हो सकती. किनारे की अधिकतम चौड़ाई 1.56 इंच (चार सेमी) से अधिक नहीं हो सकती. बल्ले की लंबाई हैंडल के शीर्ष से आधार तक 38 इंच (96.4 सेमी) से अधिक नहीं हो सकती.

पिछले कुछ दिनों में, राजस्थान रॉयल्स के शिमरोन हेटमायर, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के फिल साल्ट और मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या के बल्ले को मैदान पर खेल के दौरान बैट गेज से मापा गया था. इन सभी खिलाड़ियों के बल्ले का आकार सही पाया गया था. आईपीएल में इस बार छक्को की बरसात हो रही है. चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जाइंट्स के बीच सोमवार को होने वाले मैच से पहले तक वर्तमान सत्र में कुल 525 छक्के लग चुके हैं. इनमें से 31 छक्के तो अकेले वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन ने लगाए हैं.
 

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