
Overactive Bladder: पानी पीने के थोड़े समय बाद पेशाब आना एक आम बात है. हालांकि, कई लोगों की शिकायत होती है कि उन्हें हर थोड़ी देर में टॉयलेट जाने जैसा महसूस होता है या हर बार पानी पीते ही ऐसा लगता है कि तुरंत पेशाब आ जाएगा. जाहिर है इस तरह की स्थिति व्यक्ति को बेहद परेशान कर सकती है. खासकर महिलाओं, ज्यादा उम्र वाले लोगों, डायबिटीज या प्रोस्टेट की दिक्कत वाले पुरुषों में इस तरह की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. हालांकि, एक अच्छी बात यह है कि कुछ आसान लाइफस्टाइल चेंजेस से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. आइए जानते हैं कुछ खास तरीके जिनकी मदद से बार-बार पेशाब आने की परेशानी से नेचुरल तरीके से निजात पाई जा सकती है.
कैसे दूर होगी बार-बार टॉयलेट जाने की दिक्कत?
नंबर 1- पानी पीने का तरीका सुधारेंअगर आपके साथ अक्सर ऐसा होता है, तो सबसे पहले अपने पानी पीने के तरीके पर ध्यान दें. जिस तरह कम पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है, ठीक इसी तरह एक बार में बहुत सारा पानी पीना भी नुकसानदायक हो सकता है. दिन में लगभग 1.5 से 2 लीटर पानी पिएं, लेकिन धीरे-धीरे और थोड़ा-थोड़ा करके. साथ ही रात को सोने से 2-3 घंटे पहले पानी पीना कम कर दें ताकि बार-बार उठना न पड़े.
नंबर 2- इन चीजों से बनाएं दूरीकुछ खास चीजों का सेवन भी बार-बार पेशाब आने की परेशानी को बढ़ा सकता है. जैसे कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक, शराब, तीखा खाना, खट्टे फल, टमाटर और चॉकलेट. इस तरह के फूड ब्लैडर को उत्तेजित करते हैं. ऐसे में अपनी डाइट पर ध्यान दें. अगर आप इन चीजों का सेवन ज्यादा कर रहे हैं, तो कुछ समय के लिए इसे सीमित करें.
नंबर 3- पेल्विक मसल्स की एक्सरसाइज करेंकीगल एक्सरसाइज बार-बार पेशाब आने की परेशानी को कम करने में सबसे असरदार मानी जाती है. ये पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत कर यूरिन पर कंट्रोल बढ़ाने में मदद करती हैं. ऐसे में आप दिन में 5-10 मिनट निकलाकर रोज कीगल एक्सरसाइज कर सकते हैं. इससे भी आपको जल्द राहत मिल सकती है.
नंबर 4- ब्लैडर ट्रेनिंगब्लैडर ट्रेनिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें पेशाब आने पर तुरंत वॉशरूम न जाकर कुछ समय रुकने की कोशिश की जाती है. इससे ब्लैडर की स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ती है. आप इस ट्रिक को आजमाकर देख सकते हैं.
नंबर 5- वेट लॉसज्यादा वजन होने पर भी बार-बार पेशाब आने की परेशानी बढ़ जाती है. खासकर पेट का दबाव मूत्राशय पर पड़ता है, जिससे बार-बार पेशाब आता है. ऐसे में अपने वजन को संतुलित बनाए रखने की कोशिश करें. इसके लिए रोज थोड़ा समय निकालकर योग, एक्सरसाइज या सीढ़ियां चढ़ने जैसी फिजिकल एक्टिविटी करें.
नंबर 6- धूम्रपान और ज्यादा नमक बंद करें
सिगरेट में मौजूद निकोटीन ब्लैडर को नुकसान पहुंचाता है. वहीं, ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी ज्यादा रुकता है और पेशाब की मात्रा भी बढ़ती है. ऐसे में धूम्रपान से दूरी बनाएं और खाने में नमक का सेवन भी कम कर दें.
नंबर 7- तनाव से बचेंइन सब से अलग ज्यादा टेंशन होने पर भी ब्लैडर बार-बार एक्टिव हो जाता है. ऐसे में किसी भी बात का ज्यादा स्ट्रेस लेने से बचें. तनाव को कम करने के लिए आप योग और मेडीटेशन का सहारा ले सकते हैं.
कब है डॉक्टर के पास जाने की जरूरत?अगर खानपान और लाइफस्टाइल में ये तमाम बदलाव करने के बाद भी आपको असर नजर नहीं आ रहा है, साथ ही पेशाब के साथ जलन, खुजली, खून आने जैसी समस्याएं हो रही हैं या आपको बुखार हो, तो इस कंडीशन में बिना समय गवाए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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