
शुरू होने जा रही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) में गवर्निंग काउंसिल ने मेगा टूर्नामेंट शुरू होने से पहले बड़ा फैसला लिया है. वीरवार को यूं तो BCCI ने कई फैसले लिए, लेकिन सबसे बड़ी राहत फ्रेंचाइजी टीमों के कप्तानों को मिली है. सबसे बड़ा बदलाव ओवर-रेट को लेकर किया गया है. बीसीसीआई ने तय किया है कि अब से इस अपराध के लिए कप्तानों पर मैचों का प्रतिबंध नहीं लगेगा. इसके बजाय कप्तानों को सजा के रूप में डिमेरिट प्वाइंट्स दिए जाएंगे. और हालात विशेष में ही मैच प्रतिबंध की सजा दी जाएगी.
मैच प्रतिबंध अब नहीं!
सभी फ्रेंचाइजी टीमों के कप्तानों की मीटिंग वीरवार को थी. और इसी में BCCI ने कप्तानों को सूचना दी स्लो-ओवर रेट के अपराध के लिए अब कप्तानों पर मैच का प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. इसके बजाय ICC की तरह का ही सिस्टम लागू किया गया है. इसके तहत कप्तान को डिमेरिट प्वाइंट्स दिए जाएंगे. ये डिमेरिट प्वाइंट्स तीन साल तक चलेंगे.
अब ICC का सिस्टम
BCCI सूत्र ने बताया, 'कप्तान को डिमेरिट प्वाइंट्स दिए जाएंगे, लेकिन उस पर स्लो-ओवर के लिए मैच का प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. लेवल-1 अपराध के तहत डिमेरिट प्वाइंट्स के साथ ही 25 से 75 प्रतिशत मैच फीस कटौती की जाएगी. इसकी गणना अगले तीन सालों तक की जाएगी. 'वहीं, लेवल-2 अपराध के तहत चार डिमेरिट प्वाइंट्स काटे जाएंगे'
हार्दिक को मिली इसी की सजा
सूत्र ने बताया, 'हर बार चार प्वाइंट्स बढ़ने पर कप्तान पर या तो 100 प्रतिशत मैच फीस या अतिरिक्त डिमेरिट प्वाइंट्स काटे जा सकते हैं. ये प्वाइंट्स आगे भविष्य में मैच प्रतिबंध की वजह बन सकते हैं.' स्लो-ओवर रेट की वजह से कई कप्तान मैचों का प्रतिबंध झेल चुके हैं. पिछले साल ऋषभ पंत को स्लो ओवर रेट के कारण आरसीबी के खिलाफ अहम मुकाबले से बाहर बैठना पड़ा था, तो वहीं मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पिछले सीजन में इसी अपराध के कारण इस बार मुंबई के लिए पहला मैच नहीं खेल पाएंगे.
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