विराट कोहली और आर. अश्विन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले जा रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली, क्रिकेटप्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. इसके पीछे खास वजह है. जहां अश्विन इस टेस्ट में तीन विकेट लेते ही सबसे तेज गति से 250 विकेट लेने के ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे, वहीं विराट कोहली की नजर महान ओपनर सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड पर है. हर किसी को उम्मीद है कि विराट इस टेस्ट में सनी के एक सीरीज में 774 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे.
बहरहाल, चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में तो ये दोनों खिलाड़ी यह रिकॉर्ड बनाने से चूक गए. उम्मीद है कि दूसरी पारी में अश्विन और विराट को यह मौका मिल सकेगा. वैसे भी, टीम इंडिया को सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त मिल चुकी है, ऐसे में यह टेस्ट महज औपचारिकता ही माना जा रहा है. दिलचस्पी केवल इस बात को लेकर है कि क्या भारत जीत का अंतर 4-0 कर पाता है या इंग्लैंड जीत या ड्रॉ के साथ अपनी प्रतिष्ठा को एक हद तक बचाने में कामयाब हो पाता है?
चेन्नई टेस्ट के पहले तक अश्विन के खाते में 43 टेस्ट में 247 विकेट थे. चेन्नई टेस्ट में सभी को उम्मीद थी कि घरेलू मैदान पर तीन विकेट लेकर अश्विन, ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज लिली को पीछे छोड़ देंगे, लेकिन इंग्लैंड की पहली पारी में अश्विन केवल एक विकेट ले पाए. उनके खाते में अब 248 विकेट हो गए हैं और लिली के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए उन्हें मेहमान टीम की दूसरी पारी का इंतजार करना होगा. डेनिस लिली ने 48 टेस्ट मैचों में इस कारनामे को अंजाम दिया था.
अब बात विराट कोहली की. टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान इन दिनों कमाल की बल्लेबाजी कर रहे हैं. पहली पारी में अश्विन के रिकॉर्ड से चूकने के बाद हर किसी की उम्मीद विराट पर ही टिकी थी, लेकिन वे भी क्रिकेटप्रेमियों की अपेक्षाओं को कम से कम पहली पारी में तो पूरा नहीं कर पाए. टीम इंडिया की पहली पारी में विराट केवल 15 रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर जेनिंग्स को कैच दे बैठे. सीरीज के पांचवे टेस्ट की पहली पारी तक उनके खाते में 655 रन हैं. अब वे सनी के 774 रन के रिकॉर्ड की बराबरी से 119 और इस रिकॉर्ड को तोड़ने से 120 रन पीछे हैं. क्रिकेटप्रेमियों को अभी भी उम्मीद है कि अश्विन और विराट, टेस्ट की दूसरी पारी में अपने नाम यह रिकॉर्ड कर लेंगे. हालांकि मैच में टीम इंडिया को दूसरी पारी में बैटिंग का मौका मिलेगा, इसकी उम्मीद कम ही है.
पहली ही सीरीज में 'सनी' ने किया था कमाल
सुनील गावस्कर ने एक सीरीज में 774 रन बनाने का रिकॉर्ड अपनी पहली ही सीरीज में बनाया था. यह एक सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज होने का रिकॉर्ड है. सनी ने यह करिश्मा 1970-71 में वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ उसी की धरती पर किया था. यही नहीं, गावस्कर ने 1978-79 में भी एक सीरीज में 700 से अधिक रन बनाए थे. मजे ही बात यह है कि इस बार भी विपक्षी टीम वेस्टइंडीज ही थी. 1978-79 में उनके बल्ले से 6 टेस्ट मैचों में 732 रन निकले थे.
बहरहाल, चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में तो ये दोनों खिलाड़ी यह रिकॉर्ड बनाने से चूक गए. उम्मीद है कि दूसरी पारी में अश्विन और विराट को यह मौका मिल सकेगा. वैसे भी, टीम इंडिया को सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त मिल चुकी है, ऐसे में यह टेस्ट महज औपचारिकता ही माना जा रहा है. दिलचस्पी केवल इस बात को लेकर है कि क्या भारत जीत का अंतर 4-0 कर पाता है या इंग्लैंड जीत या ड्रॉ के साथ अपनी प्रतिष्ठा को एक हद तक बचाने में कामयाब हो पाता है?
चेन्नई टेस्ट के पहले तक अश्विन के खाते में 43 टेस्ट में 247 विकेट थे. चेन्नई टेस्ट में सभी को उम्मीद थी कि घरेलू मैदान पर तीन विकेट लेकर अश्विन, ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज लिली को पीछे छोड़ देंगे, लेकिन इंग्लैंड की पहली पारी में अश्विन केवल एक विकेट ले पाए. उनके खाते में अब 248 विकेट हो गए हैं और लिली के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए उन्हें मेहमान टीम की दूसरी पारी का इंतजार करना होगा. डेनिस लिली ने 48 टेस्ट मैचों में इस कारनामे को अंजाम दिया था.
अब बात विराट कोहली की. टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान इन दिनों कमाल की बल्लेबाजी कर रहे हैं. पहली पारी में अश्विन के रिकॉर्ड से चूकने के बाद हर किसी की उम्मीद विराट पर ही टिकी थी, लेकिन वे भी क्रिकेटप्रेमियों की अपेक्षाओं को कम से कम पहली पारी में तो पूरा नहीं कर पाए. टीम इंडिया की पहली पारी में विराट केवल 15 रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर जेनिंग्स को कैच दे बैठे. सीरीज के पांचवे टेस्ट की पहली पारी तक उनके खाते में 655 रन हैं. अब वे सनी के 774 रन के रिकॉर्ड की बराबरी से 119 और इस रिकॉर्ड को तोड़ने से 120 रन पीछे हैं. क्रिकेटप्रेमियों को अभी भी उम्मीद है कि अश्विन और विराट, टेस्ट की दूसरी पारी में अपने नाम यह रिकॉर्ड कर लेंगे. हालांकि मैच में टीम इंडिया को दूसरी पारी में बैटिंग का मौका मिलेगा, इसकी उम्मीद कम ही है.
पहली ही सीरीज में 'सनी' ने किया था कमाल
सुनील गावस्कर ने एक सीरीज में 774 रन बनाने का रिकॉर्ड अपनी पहली ही सीरीज में बनाया था. यह एक सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज होने का रिकॉर्ड है. सनी ने यह करिश्मा 1970-71 में वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ उसी की धरती पर किया था. यही नहीं, गावस्कर ने 1978-79 में भी एक सीरीज में 700 से अधिक रन बनाए थे. मजे ही बात यह है कि इस बार भी विपक्षी टीम वेस्टइंडीज ही थी. 1978-79 में उनके बल्ले से 6 टेस्ट मैचों में 732 रन निकले थे.
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