बेन स्टोक्स
नई दिल्ली:
इंग्लैंड के ऑल राउंडर बेन स्टोक्स को शनिवार को आईसीसी आचार-संहिता के उल्लघंन के लिए फटकार लगाई गई. उन्हें यहां भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के शुरुआती दिन अनुचित टिप्पणी करने का दोषी पाया गया. आईसीसी बयान के अनुसार यह घटना तब हुई जब स्टोक्स ने अपने आउट होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के जश्न पर प्रतिक्रिया दी, उन्होंने कुछ अनुचित टिप्पणी की जिसे दोनों मैदानी अंपायरों ने सुना.
आईसीसी बयान के अनुसार, "इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के शुरूआती दिन के खेल के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लघंन के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई गई." आईसीसी ने कहा, "स्टोक्स को खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहायक अधिकारियों की आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.1.4 के उल्लघंन का दोषी पाया गया जो अभद्र भाषा के इस्तेमाल और अभद्र हाव भाव से संबंधित है."
धारा 2.1.4 के उल्लघंन के लिए फटकार के अलावा स्टोक्स के अनुशासन संबंधित रिकार्ड में एक 'डिमैरिट अंक' जोड़ दिया गया है. अगर स्टोक्स के 24 महीने में चार या इससे अधिक 'डिमैरिट अंक' हो जाते हैं तो ये निलंबन अंक में तब्दील हो जाएंगे और उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा.
दो निलंबन अंक एक प्रतिबंध के बराबर होते हैं जो एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी-20 हो सकता है. स्टोक्स ने अपराध स्वीकार किया और आईसीसी मैच रैफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के रंजन मदुगले द्वारा प्रस्तावित इस जुर्माने को स्वीकार किया. इसलिए अधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर मराइस इरासमस और क्रिस गाफाने और तीसरे अंपायर कुमार धर्मसेना ने उन पर ये आरोप लगाए.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आईसीसी बयान के अनुसार, "इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के शुरूआती दिन के खेल के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लघंन के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई गई." आईसीसी ने कहा, "स्टोक्स को खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहायक अधिकारियों की आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.1.4 के उल्लघंन का दोषी पाया गया जो अभद्र भाषा के इस्तेमाल और अभद्र हाव भाव से संबंधित है."
धारा 2.1.4 के उल्लघंन के लिए फटकार के अलावा स्टोक्स के अनुशासन संबंधित रिकार्ड में एक 'डिमैरिट अंक' जोड़ दिया गया है. अगर स्टोक्स के 24 महीने में चार या इससे अधिक 'डिमैरिट अंक' हो जाते हैं तो ये निलंबन अंक में तब्दील हो जाएंगे और उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा.
दो निलंबन अंक एक प्रतिबंध के बराबर होते हैं जो एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी-20 हो सकता है. स्टोक्स ने अपराध स्वीकार किया और आईसीसी मैच रैफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के रंजन मदुगले द्वारा प्रस्तावित इस जुर्माने को स्वीकार किया. इसलिए अधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर मराइस इरासमस और क्रिस गाफाने और तीसरे अंपायर कुमार धर्मसेना ने उन पर ये आरोप लगाए.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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