हार्दिक पंड्या ने पहले वनडे में पांच चौकों और पांच छक्कों की मदद से 83 रन बनाए
कोलकाता:
ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाज एडम जंपा चेन्नई में हुए पहले वनडे मैच में भारतीय टीम के हरफनमौला हार्दिक पंड्या के खास निशाने पर रहे. पंड्या ने जंपा के ओवर की लगातार तीन गेंदों पर छक्के लगाए. इस ओवर में कुल 24 रन बने. एडम जंपा ने मंगलवार को स्वीकार किया कि वह पहले वनडे मैच में हार्दिक पंड्या के खिलाफ अपनी योजनाओं को लागू करने में विफल रहे. पंड्या के 83 और महेंद्र सिंह धोनी के 79 रन की मदद से टीम इंडिया 50 ओवर में 281 रन का बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रही.
ऑस्ट्रेलिया ने एक समय भारत का स्कोर 87 रन पर पांच विकेट कर दिया था जिसके बाद पंड्या (83) और महेंद्र सिंह धोनी (79) ने छठे विकेट के लिए 118 रन की मैच साझेदारी की. ऑस्ट्रेलिया को अंतत: वर्षा से प्रभावित पहले वनडे मैच में डकवर्थ-लुईस पद्धति के आधार पर 26 रन से हार का सामना करना पड़ा.
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जंपा ने पारी के 37वें ओवर को याद करते हुए कहा, ‘मुझे दबाव में गेंदबाजी करने की अपनी क्षमता पर गर्व है लेकिन उस दिन मैच में हार्दिक के खिलाफ वैसी गेंदबाजी नहीं कर पाया जैसी मैं पसंद करता. उसे स्ट्राइक से हटाना जरूरी था. शायद तीन गेंदें मैंने बल्ले के काफी करीब फेंकी.’उन्होंने कहा, ‘हार्दिक जैसे खिलाड़ी के खिलाफ अगर आप चूकोगे तो गेंद बाहर जाएगी. वह काफी अच्छा खिलाड़ी है.’ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्पिन हथियार 25 साल के जंपा ने कहा कि उपमहाद्वीप में गेंदबाजी करते हुए ‘लेंथ’ बहुत महत्वपूर्ण होती है. उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में अगर आप लेंथ में थोड़ी चूक भी करते हो तो मैदान के आकार के कारण संभवत: बच सकते हो. यहां लंबाई काफी महत्वपूर्ण है.’
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जंपा ने कहा, ‘आप कभी लगातार तीन छक्के खाना पसंद नहीं करोगे. लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा होता है, संभवत: शेन वार्न के साथ भी ऐसा हुआ. जब तक आप अपने ऊपर काफी दबाव नहीं डालते और इन स्थितियों से सीखते हैं तब तक यह अच्छा है. उम्मीद करता हूं कि अगली बार मैं उसे जल्दी आउट कर पाऊंगा.’ जंपा ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट में अपने साथी रहे महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की जिन्होंने दूसरे छोर पर जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की. पांच मैचों की सीरीज में 0-1 से पछड़ी ऑस्ट्रेलिया की नजरें गुरुवार को ईडन गार्डन्स पर वापसी करने पर टिकी है. जंपा ने कहा कि उनके गेंदबाजी आक्रमण में काफी विविधता है. (इनपुट: एजेंसी)
ऑस्ट्रेलिया ने एक समय भारत का स्कोर 87 रन पर पांच विकेट कर दिया था जिसके बाद पंड्या (83) और महेंद्र सिंह धोनी (79) ने छठे विकेट के लिए 118 रन की मैच साझेदारी की. ऑस्ट्रेलिया को अंतत: वर्षा से प्रभावित पहले वनडे मैच में डकवर्थ-लुईस पद्धति के आधार पर 26 रन से हार का सामना करना पड़ा.
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जंपा ने पारी के 37वें ओवर को याद करते हुए कहा, ‘मुझे दबाव में गेंदबाजी करने की अपनी क्षमता पर गर्व है लेकिन उस दिन मैच में हार्दिक के खिलाफ वैसी गेंदबाजी नहीं कर पाया जैसी मैं पसंद करता. उसे स्ट्राइक से हटाना जरूरी था. शायद तीन गेंदें मैंने बल्ले के काफी करीब फेंकी.’उन्होंने कहा, ‘हार्दिक जैसे खिलाड़ी के खिलाफ अगर आप चूकोगे तो गेंद बाहर जाएगी. वह काफी अच्छा खिलाड़ी है.’ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्पिन हथियार 25 साल के जंपा ने कहा कि उपमहाद्वीप में गेंदबाजी करते हुए ‘लेंथ’ बहुत महत्वपूर्ण होती है. उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में अगर आप लेंथ में थोड़ी चूक भी करते हो तो मैदान के आकार के कारण संभवत: बच सकते हो. यहां लंबाई काफी महत्वपूर्ण है.’
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जंपा ने कहा, ‘आप कभी लगातार तीन छक्के खाना पसंद नहीं करोगे. लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा होता है, संभवत: शेन वार्न के साथ भी ऐसा हुआ. जब तक आप अपने ऊपर काफी दबाव नहीं डालते और इन स्थितियों से सीखते हैं तब तक यह अच्छा है. उम्मीद करता हूं कि अगली बार मैं उसे जल्दी आउट कर पाऊंगा.’ जंपा ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट में अपने साथी रहे महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की जिन्होंने दूसरे छोर पर जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की. पांच मैचों की सीरीज में 0-1 से पछड़ी ऑस्ट्रेलिया की नजरें गुरुवार को ईडन गार्डन्स पर वापसी करने पर टिकी है. जंपा ने कहा कि उनके गेंदबाजी आक्रमण में काफी विविधता है. (इनपुट: एजेंसी)
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