वीरेंद्र सहवाग ने इंदौर के इसी होलकर स्टेडियम में अपना वनडे दोहरा शतक जड़ा था, फोटो-एएफपी
नई दिल्ली:
दूसरे वनडे में उतरने से पहले टीम इंडिया को इस बड़े सच के साथ मैदान पर उतरना पड़ेगा कि बेहतरीन फ़ॉर्म में चल रहे गेंदबाज़ आर. अश्विन उनके साथ नहीं होंगे। लेकिन टीम इंडिया का एक बड़ा पॉज़िटिव ये भी है कि रोहित शर्मा ज़बरदस्त फ़ॉर्म में नज़र आ रहे हैं।
एक ऐसे मैदान पर जहां माना जा रहा है कि बल्लेबाज़ खूब रन बटोर सकेंगे, गेंदबाज़ों को मुश्किल पेश होने वाली है। ऐसे में अपने टॉप गेंदबाज़ को खोना टीम इंडिया को ज़रूर खलेगा। मिडिल और लोअर ऑर्डर ने अगर अपनी ज़िम्मेदारी संभाल ली तो टीम इंडिया को जीत की राह पर लौटने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए। ये और बात है कि मौजूदा दौरे पर दक्षिण अफ़्रीकी टीम अब तक टीम इंडिया का हर प्लान फ़ेल करती आ रही है।
रोहित शर्मा टीम इंडिया के नए काउबॉय हैं। मैच से एक दिन पहले वो काउबॉय हैट पहनकर मीडिया से मुख़ातिब हुए। T20 और वनडे मिलाकर पिछले चार मैचों में दो शतक लगाने वाले रोहित शर्मा का आत्मविश्वास लबालब है। रोहित ये टीस नहीं छिपा रहे कि उनकी शतकीय पारियों के बावजूद टीम इंडिया जीत हासिल नहीं कर पाई। फिर भी उन्हें भरोसा है कि इंदौर में भारत के अब तक तीन में से तीन मैच में जीत का आंकड़ा आगे भी बरक़रार रहेगा।
चैंपियन टीम अपनी गलतियां नहीं दोहराती
रोहित शर्मा कहते हैं, 'उम्मीद करता हूं कि हम गलतियां नहीं दोहराएंगे। चैंपियन टीम अपनी गलतियां नहीं दोहराती है। हम सब उतने परिपक्वक हैं कि हालात का सामना करते हुए दबाव में खेल सकें।'
इस मैदान पर क़रीब चार साल पहले आख़िरी मैच में वीरेन्द्र सहवाग का दोहरा शतक (2011 दिसंबर में 25 चौके और 7 छक्कों के साथ 149 गेंदों पर 219 रन की पारी) फ़ैन्स अब भी भूले नहीं हैं।
टीम इंडिया के लिए सहवाग की वो पारी उनका हौसला बढ़ाने की वजह हो सकती है। विराट कोहली का फ़ॉर्म और कप्तान धोनी का फ़िनिशिंग टच ढूंढ रही टीम इंडिया इस मैदान पर एक बार फिर बड़े स्कोर की उम्मीद कर रही है। रोहित शर्मा कहते हैं कि पिछली बार इस मैदान पर वीरेन्द्र सहवाग ने दोहरे शतक की पारी खेली थी। विकेट इस वक्त अच्छा लग रहा है।
350 रन बन सकते हैं
इस मैदान पर 300-350 का स्कोर भी बन सकते हैं। ओस का क्या असर होगा, इसलिए टॉस का क्या फ़र्क पड़ेगा, इस वक्त नहीं बताया जा सकता। लेकिन पिछले दो हफ़्तों में प्रोटियाज़ टीम ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन करते हुए सौ फ़ीसदी मैचों में जीत हासिल की है। मैच-दर मैच उनका पलड़ा भारी होता जा रहा है।
मेहमान टीम के गेंदबाज़ी कोच शार्ल लैंगवेल्ट कहते हैं, 'जब टीम जीत रही हो तो बदलाव के बारे में बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता। यहां मैदान छोटा है और ये हाई स्कोरिरंग ग्राउंड है। यहां गेंदबाज़ों को मुश्किल होने वाली है। उनके सामने हालात में खुद को ढालने की चुनौती होगी।'
इंदौर में टीम इंडिया की छोटी ग़लती भी उन पर भारी पड़ सकती है। हौसला बनाए रखने के लिए टीम के कई खिलाड़ियों के लिए ये करो या मरो का मुक़ाबला साबित हो सकता है।
एक ऐसे मैदान पर जहां माना जा रहा है कि बल्लेबाज़ खूब रन बटोर सकेंगे, गेंदबाज़ों को मुश्किल पेश होने वाली है। ऐसे में अपने टॉप गेंदबाज़ को खोना टीम इंडिया को ज़रूर खलेगा। मिडिल और लोअर ऑर्डर ने अगर अपनी ज़िम्मेदारी संभाल ली तो टीम इंडिया को जीत की राह पर लौटने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए। ये और बात है कि मौजूदा दौरे पर दक्षिण अफ़्रीकी टीम अब तक टीम इंडिया का हर प्लान फ़ेल करती आ रही है।
रोहित शर्मा टीम इंडिया के नए काउबॉय हैं। मैच से एक दिन पहले वो काउबॉय हैट पहनकर मीडिया से मुख़ातिब हुए। T20 और वनडे मिलाकर पिछले चार मैचों में दो शतक लगाने वाले रोहित शर्मा का आत्मविश्वास लबालब है। रोहित ये टीस नहीं छिपा रहे कि उनकी शतकीय पारियों के बावजूद टीम इंडिया जीत हासिल नहीं कर पाई। फिर भी उन्हें भरोसा है कि इंदौर में भारत के अब तक तीन में से तीन मैच में जीत का आंकड़ा आगे भी बरक़रार रहेगा।
चैंपियन टीम अपनी गलतियां नहीं दोहराती
रोहित शर्मा कहते हैं, 'उम्मीद करता हूं कि हम गलतियां नहीं दोहराएंगे। चैंपियन टीम अपनी गलतियां नहीं दोहराती है। हम सब उतने परिपक्वक हैं कि हालात का सामना करते हुए दबाव में खेल सकें।'
इस मैदान पर क़रीब चार साल पहले आख़िरी मैच में वीरेन्द्र सहवाग का दोहरा शतक (2011 दिसंबर में 25 चौके और 7 छक्कों के साथ 149 गेंदों पर 219 रन की पारी) फ़ैन्स अब भी भूले नहीं हैं।
टीम इंडिया के लिए सहवाग की वो पारी उनका हौसला बढ़ाने की वजह हो सकती है। विराट कोहली का फ़ॉर्म और कप्तान धोनी का फ़िनिशिंग टच ढूंढ रही टीम इंडिया इस मैदान पर एक बार फिर बड़े स्कोर की उम्मीद कर रही है। रोहित शर्मा कहते हैं कि पिछली बार इस मैदान पर वीरेन्द्र सहवाग ने दोहरे शतक की पारी खेली थी। विकेट इस वक्त अच्छा लग रहा है।
350 रन बन सकते हैं
इस मैदान पर 300-350 का स्कोर भी बन सकते हैं। ओस का क्या असर होगा, इसलिए टॉस का क्या फ़र्क पड़ेगा, इस वक्त नहीं बताया जा सकता। लेकिन पिछले दो हफ़्तों में प्रोटियाज़ टीम ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन करते हुए सौ फ़ीसदी मैचों में जीत हासिल की है। मैच-दर मैच उनका पलड़ा भारी होता जा रहा है।
मेहमान टीम के गेंदबाज़ी कोच शार्ल लैंगवेल्ट कहते हैं, 'जब टीम जीत रही हो तो बदलाव के बारे में बहुत कुछ नहीं कहा जा सकता। यहां मैदान छोटा है और ये हाई स्कोरिरंग ग्राउंड है। यहां गेंदबाज़ों को मुश्किल होने वाली है। उनके सामने हालात में खुद को ढालने की चुनौती होगी।'
इंदौर में टीम इंडिया की छोटी ग़लती भी उन पर भारी पड़ सकती है। हौसला बनाए रखने के लिए टीम के कई खिलाड़ियों के लिए ये करो या मरो का मुक़ाबला साबित हो सकता है।
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