टीम इंडिया ने चार दिन में ही श्रीलंका को 304 रन से हरा दिया (फाइल फोटो)
टीम इंडिया ने श्रीलंका दौरे का शानदार आगाज करते हुए पहले टेस्ट में 304 रन के विशाल अंतर से पराजित कर दिया. पूरे मैच के दौरान श्रीलंका की टीम भारतीय टीम के आगे टिक नहीं पाई. मैच का फैसला चार दिन में ही हो गया और चारों ही दिन टीम इंडिया 'ड्राइविंग' सीट पर रही. बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में ही भारतीय बल्लेबाजों ने चमक दिखाई. बल्लेबाजी में शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, कप्तान विराट कोहली ने शतक जमाए. इसी तरह गेंदबाजी में स्पिन जोड़ी रवींद्र जडेजा, आर. अश्विन और मोहम्मद शमी ने अपने प्रदर्शन से खास छाप छोड़ी. मैच में भारतीय टीम के जीत की यह पांच वजह रहीं...
पहली पारी में 600 रन का पहाड़ जैसा स्कोर
भारतीय टीम ने मैच के पहले ही दिन मेजबान टीम पर दबाव बना लिया था. शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में बड़े शतक लगाए. भारतीय टीम ने 600 रन बनाकर मेजबान टीम की बल्लेबाजी को दबाव में ला दिया. इस दबाव को श्रीलंका टीम झेल नहीं सकी. यह भी ध्यान रखना होगा कि कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने के रिटायर होने के बाद श्रीलंका टीम पुनर्निर्माण के दौर से गुजर ही है. एंजेलो मैथ्यूज, रंगना हेराथ और उपुल थरंगा ही इस टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं. दिनेश चंदीमल का मैच के लिए उपलब्ध न होना भी टीम का खला.
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अपनी शतकीय पारी के दौरान विराट कोहली ने हासिल की यह उपलब्धियां
श्रीलंका के ट्रंप कार्ड रंगना हेराथ का नहीं चलना
जादुई ऑफ स्पिनर मुरलीधरन के संन्यास लेने के बाद श्रीलंका टीम की ज्यादातर जीतें उसके लेग स्पिनर रंगना हेराथ के इर्दगिर्द केंद्रित रहीं हैं. श्रीलंका के घुमावदार विकेटों पर हेराथ की फिरकी के आगे विपक्षी बल्लेबाज अब तक संघर्ष ही करते नजर आए हैं, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने अपने प्रदर्शन से रंगना को 'रंगहीन' साबित कर दिया. गेंदबाजी के लिहाज से हेराथ दोनों पारियों में नाकाम रहे. भारत की पहली पारी में उन्हें महज एक विकेट मिला जबकि दूसरी पारी के दौरान तो उनके खाते में कोई विकेट नहीं आया. हेराथ के नहीं चलने के कारण भारतीय बल्लेबाजों की चांदी रही और उन्होंने दोनों पारियों ने खूब रन बनाए.
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धवन ने इस मामले में की वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ की बराबरी
तेज गेंदबाज प्रदीप को नहीं मिला सहयोग
श्रीलंका की ओर से तेज गेंदबाज नुवान प्रदीप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 6 विकेट लिए लेकिन दूसरे गेंदबाजों से उन्हें सहयोग नहीं मिल पाया. इस कारण वे अकेले पड़ गए और भारतीय बल्लेबाजी मैच में अपना वर्चस्व कायम रखने में सफल हो गई. प्रदीप ने अपनी गति और उछाल से भारतीय बल्लेबाजों की कठिन परीक्षा ली.
वीडियो : भारतीय टीम का गाले में शानदार प्रदर्शन
भारतीय गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन
बेशक भारत के किसी गेंदबाज ने मैच में पांच या इससे अधिक विकेट नहीं लिए लेकिन यूनिट के रूप में इनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा.रवींद्र जडेजा ने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए. शमी और उमेश यादव की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने शुरुआती विकेट जल्दी निकालने की जिम्मेदारी निभाई. दूसरी पारी में अश्विन भी तीन विकेट लेने में सफल रहे. हरफनमौला के रूप में हार्दिक पांड्या भी उपयोगी रहे. उन्होंने न केवल अर्धशतक बनाया बल्कि पहली पारी के दौरान एक विकेट भी हासिल किया.
पहली पारी में 600 रन का पहाड़ जैसा स्कोर
भारतीय टीम ने मैच के पहले ही दिन मेजबान टीम पर दबाव बना लिया था. शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में बड़े शतक लगाए. भारतीय टीम ने 600 रन बनाकर मेजबान टीम की बल्लेबाजी को दबाव में ला दिया. इस दबाव को श्रीलंका टीम झेल नहीं सकी. यह भी ध्यान रखना होगा कि कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने के रिटायर होने के बाद श्रीलंका टीम पुनर्निर्माण के दौर से गुजर ही है. एंजेलो मैथ्यूज, रंगना हेराथ और उपुल थरंगा ही इस टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं. दिनेश चंदीमल का मैच के लिए उपलब्ध न होना भी टीम का खला.
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