मेलबर्न:
टेस्ट श्रृंखला में करारी शिकस्त झेलने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम विश्व चैम्पियन के रुतबे को बरकरार रखने के इरादे से त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मुकाबले में रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर उतरेगी।
श्रृंखला में भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा तीसरी टीम श्रीलंका की है जो पिछले विश्व कप की उपविजेता है। इस प्रकार चार वर्ष बाद ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला में तीनों टीमें आपस में भिड़ेंगी।
इससे पहले, वर्ष 2008 में भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की टीमों के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला खेली गई थी।
भारतीय टीम शुक्रवार को खेले गए श्रृंखला के दूसरे और अंतिम ट्वेंटी-20 मुकाबले को जीतकर श्रृंखला 1-1 की बराबरी करने में सफल रही थी। इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया था वह सराहनीय था।
श्रृंखला के पहले मुकाबले में एक बार फिर सबकी नजरें अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर पर होगी जो अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक से एक कदम की दूरी पर हैं। हरफनमौला रवींद्र जडेजा, पार्थिव पटेल, सुरेश रैना, इरफान पठान, प्रवीण कुमार, और मनोज तिवारी के जुड़ने से भारतीय टीम मजबूत हुई है। ये सभी खिलाड़ी टेस्ट श्रृंखला के हिस्सा नहीं थे।
कुल मिलाकर देखा जाए तो भारतीय टीम में अनुभव और युवा जोश का मिश्रण है। भारत के पास तेज गेंदबाजी में उमेश यादव, आर. विनय कुमार, प्रवीण और जहीर खान के रूप में चौकड़ी है जबकि रविचंद्रन अश्विन और राहुल शर्मा के रूप में दो विशेषज्ञ स्पिन गेंदबाज हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की एकदिवसीय रैंकिंग में भारतीय टीम दूसरे स्थान पर है जबकि चार बार की पूर्व विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है।
यदि मेजबान टीम रविवार को खेले जाने वाले मुकाबले में भारत को हरा देती है तो भारतीय टीम को एक रेटिंग अंक का नुकसान होगा जबकि यदि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को हराती है तो ऑस्ट्रेलिया के दो रेटिंग अंक कम हो जाएंगे व भारतीय टीम को एक रेटिंग अंक का फायदा होगा।
इसके अलावा भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के बाद श्रीलंका से भी अपना मुकाबला हार जाती है तो इस स्थिति में ऑस्ट्रेलिया के 131 रेटिंग अंक हो जाएंगे जबकि श्रीलंका के 113 रेटिंग अंक हो जाएंगे और भारतीय टीम 115 अंक के साथ तीसरे स्थान पर खिसक जाएगी। वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के 130 और भारत के 117 रेटिंग अंक हैं, जबकि श्रीलंका 111 रेटिंग अंकों के साथ चौथे स्थान पर है।
भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना मानते हैं कि दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में अपने शानदार प्रदर्शन, खासकर क्षेत्ररक्षण की मदद से उनकी टीम ने यह संदेश दिया है कि वह एकदिवसीय मैचों में जोरदार प्रदर्शन करेगी।
रैना ने कहा कि ट्वेंटी-20 की जीत उनकी टीम के लिए बदलाव की साक्षी बन सकती है। रैना ने कहा, "हमने शुक्रवार को ट्वेंटी-20 मुकाबले के दौरान यही देखा। हमारा क्षेत्ररक्षण बेहद अच्छा था। थ्रो पूरी तरह सटीक थे। हर किसी ने अपने स्तर के साथ न्याय किया। हमारी बल्लेबाजी भी स्तरीय रही। हम इस प्रदर्शन को आगे बनाए रखने की उम्मीद करेंगे।"
रैना ने कहा कि एकदिवसीय मैचों के परिणाम निश्चित तौर पर अलग होंगे। बकौल रैना, "एकदिवसीय क्रिकेट बिल्कुल भिन्न होता है। हम एक इकाई के तौर पर खेल रहे हैं और इसका फायदा 50 ओवर के खेल में जरूर मिलेगा। हमारे कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो एकदिवसीय विशेषज्ञ के तौर पर जाने-जाते हैं। ऐसे खिलाड़ी हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।"
दूसरी ओर, माइकल क्लार्क की कप्तानी में भारतीय टीम को टेस्ट श्रृंखला में 4-0 से मात देने वाली मेजबान टीम के खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हैं।
क्लार्क ने इस श्रृंखला में अपनी टीम को पसंदीदा बताया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में हरफनमौला डेनियल क्रिस्टियन, पीटर फॉरेस्ट, मिशेल मार्श, मिशेल स्टार्क और मैथ्यू वेड के रूप में युवा खिलाड़ी हैं जो छाप छोड़ने को बेताब हैं। अनुभवी ब्रेट ली के टीम में शामिल होने से ऑस्ट्रेलियाई टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है।
श्रृंखला में भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा तीसरी टीम श्रीलंका की है जो पिछले विश्व कप की उपविजेता है। इस प्रकार चार वर्ष बाद ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला में तीनों टीमें आपस में भिड़ेंगी।
इससे पहले, वर्ष 2008 में भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की टीमों के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला खेली गई थी।
भारतीय टीम शुक्रवार को खेले गए श्रृंखला के दूसरे और अंतिम ट्वेंटी-20 मुकाबले को जीतकर श्रृंखला 1-1 की बराबरी करने में सफल रही थी। इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया था वह सराहनीय था।
श्रृंखला के पहले मुकाबले में एक बार फिर सबकी नजरें अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर पर होगी जो अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक से एक कदम की दूरी पर हैं। हरफनमौला रवींद्र जडेजा, पार्थिव पटेल, सुरेश रैना, इरफान पठान, प्रवीण कुमार, और मनोज तिवारी के जुड़ने से भारतीय टीम मजबूत हुई है। ये सभी खिलाड़ी टेस्ट श्रृंखला के हिस्सा नहीं थे।
कुल मिलाकर देखा जाए तो भारतीय टीम में अनुभव और युवा जोश का मिश्रण है। भारत के पास तेज गेंदबाजी में उमेश यादव, आर. विनय कुमार, प्रवीण और जहीर खान के रूप में चौकड़ी है जबकि रविचंद्रन अश्विन और राहुल शर्मा के रूप में दो विशेषज्ञ स्पिन गेंदबाज हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की एकदिवसीय रैंकिंग में भारतीय टीम दूसरे स्थान पर है जबकि चार बार की पूर्व विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है।
यदि मेजबान टीम रविवार को खेले जाने वाले मुकाबले में भारत को हरा देती है तो भारतीय टीम को एक रेटिंग अंक का नुकसान होगा जबकि यदि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को हराती है तो ऑस्ट्रेलिया के दो रेटिंग अंक कम हो जाएंगे व भारतीय टीम को एक रेटिंग अंक का फायदा होगा।
इसके अलावा भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के बाद श्रीलंका से भी अपना मुकाबला हार जाती है तो इस स्थिति में ऑस्ट्रेलिया के 131 रेटिंग अंक हो जाएंगे जबकि श्रीलंका के 113 रेटिंग अंक हो जाएंगे और भारतीय टीम 115 अंक के साथ तीसरे स्थान पर खिसक जाएगी। वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के 130 और भारत के 117 रेटिंग अंक हैं, जबकि श्रीलंका 111 रेटिंग अंकों के साथ चौथे स्थान पर है।
भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना मानते हैं कि दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में अपने शानदार प्रदर्शन, खासकर क्षेत्ररक्षण की मदद से उनकी टीम ने यह संदेश दिया है कि वह एकदिवसीय मैचों में जोरदार प्रदर्शन करेगी।
रैना ने कहा कि ट्वेंटी-20 की जीत उनकी टीम के लिए बदलाव की साक्षी बन सकती है। रैना ने कहा, "हमने शुक्रवार को ट्वेंटी-20 मुकाबले के दौरान यही देखा। हमारा क्षेत्ररक्षण बेहद अच्छा था। थ्रो पूरी तरह सटीक थे। हर किसी ने अपने स्तर के साथ न्याय किया। हमारी बल्लेबाजी भी स्तरीय रही। हम इस प्रदर्शन को आगे बनाए रखने की उम्मीद करेंगे।"
रैना ने कहा कि एकदिवसीय मैचों के परिणाम निश्चित तौर पर अलग होंगे। बकौल रैना, "एकदिवसीय क्रिकेट बिल्कुल भिन्न होता है। हम एक इकाई के तौर पर खेल रहे हैं और इसका फायदा 50 ओवर के खेल में जरूर मिलेगा। हमारे कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो एकदिवसीय विशेषज्ञ के तौर पर जाने-जाते हैं। ऐसे खिलाड़ी हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।"
दूसरी ओर, माइकल क्लार्क की कप्तानी में भारतीय टीम को टेस्ट श्रृंखला में 4-0 से मात देने वाली मेजबान टीम के खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हैं।
क्लार्क ने इस श्रृंखला में अपनी टीम को पसंदीदा बताया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में हरफनमौला डेनियल क्रिस्टियन, पीटर फॉरेस्ट, मिशेल मार्श, मिशेल स्टार्क और मैथ्यू वेड के रूप में युवा खिलाड़ी हैं जो छाप छोड़ने को बेताब हैं। अनुभवी ब्रेट ली के टीम में शामिल होने से ऑस्ट्रेलियाई टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है।