अहमदाबाद:
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच न्यूजीलैंड के क्रिकेटर जॉन राइट का कहना है कि भारत और इंग्लैंड बीच होने जा रही टेस्ट शृंखला के दौरान उनको अनुभवी बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की कमी बहुत खलेगी।
राइट इस बात से सहमत नहीं है कि भारत इस क्रिकेट शृंखला में पूरी तरह से हावी रहेगा बल्कि इस शृंखला में दोनों टीमों की कांटे की टक्कर रहेगी।
राइट ने कहा, टेस्ट शृंखला काफी दिलचस्प होगी। इंग्लैंड की टीम घरेलू शृंखला में दक्षिण अफ्रीका से 0-2 पराजित होने के बाद भारत आ रही है। भारत का मध्यक्रम अपेक्षाकृत नया होगा, क्योंकि द्रविड और लक्ष्मण नहीं होंगे। यह शृंखला काफी दिलचस्प रहेगी और मुकाबला कांटे का रहेगा। भारत के लिए यह शृंखला 4-0 की जीत नहीं होने जा रही है। राइट ने कहा, मैच की पहली पारी अहम होगी जो टीम ज्यादा रन बना लेगी या फिर जो ज्यादा विकेट लेगा उसका पलड़ा भारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा की सही मायने में परीक्षा होगी। दोनों गेंदबाजों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है।
दिन-रात के मैच के बारे में पूछने पर राइट ने कहा, आईसीसी का यह कदम दर्शकों को आकर्षित करने के लिए भी है, लेकिन इसको लागू करने से पहले गंभीरता विचार कर लेना चाहिए, क्योंकि कागजों में तो यह विचार अच्छा है, लेकिन असली में इसे लागू करने से पहले क्रिकेटरों की कठिनाइयों का भी ध्यान रखना होगा क्योंकि वेलिंगटन जैसे ठंडे वातावरण में खेलने में समस्या हो सकती है।
राइट इस बात से सहमत नहीं है कि भारत इस क्रिकेट शृंखला में पूरी तरह से हावी रहेगा बल्कि इस शृंखला में दोनों टीमों की कांटे की टक्कर रहेगी।
राइट ने कहा, टेस्ट शृंखला काफी दिलचस्प होगी। इंग्लैंड की टीम घरेलू शृंखला में दक्षिण अफ्रीका से 0-2 पराजित होने के बाद भारत आ रही है। भारत का मध्यक्रम अपेक्षाकृत नया होगा, क्योंकि द्रविड और लक्ष्मण नहीं होंगे। यह शृंखला काफी दिलचस्प रहेगी और मुकाबला कांटे का रहेगा। भारत के लिए यह शृंखला 4-0 की जीत नहीं होने जा रही है। राइट ने कहा, मैच की पहली पारी अहम होगी जो टीम ज्यादा रन बना लेगी या फिर जो ज्यादा विकेट लेगा उसका पलड़ा भारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा की सही मायने में परीक्षा होगी। दोनों गेंदबाजों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है।
दिन-रात के मैच के बारे में पूछने पर राइट ने कहा, आईसीसी का यह कदम दर्शकों को आकर्षित करने के लिए भी है, लेकिन इसको लागू करने से पहले गंभीरता विचार कर लेना चाहिए, क्योंकि कागजों में तो यह विचार अच्छा है, लेकिन असली में इसे लागू करने से पहले क्रिकेटरों की कठिनाइयों का भी ध्यान रखना होगा क्योंकि वेलिंगटन जैसे ठंडे वातावरण में खेलने में समस्या हो सकती है।
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