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This Article is From Dec 28, 2017

भारत vs द.अफ़्रीका: एक अलग इम्तिहान, अलग तैयारी

टेस्ट की नंबर 1 और नंबर 2 टीमों की जंग से पहले दोनों ही टीमें फ़िलहाल माइंड गेम में नहीं उलझी हैं. भारतीय टीम का रवैया इस बार पिछले कई दौरों से अलग है. द.अफ़्रीका में प्रैक्टिस मैच के मौके को  ठुकराकर टीम मैनेजमेंट ने ये भी संदेश दिया है कि इस बार टेस्ट सीरीज़ की तैयारी को लेकर भी उनकी सोच अलग है.

भारत vs द.अफ़्रीका: एक अलग इम्तिहान, अलग तैयारी
नई दिल्ली: टेस्ट की नंबर 1 और नंबर 2 टीमों की जंग से पहले दोनों ही टीमें फ़िलहाल माइंड गेम में नहीं उलझी हैं. भारतीय टीम का रवैया इस बार पिछले कई दौरों से अलग है. द.अफ़्रीका में प्रैक्टिस मैच के मौके को  ठुकराकर टीम मैनेजमेंट ने ये भी संदेश दिया है कि इस बार टेस्ट सीरीज़ की तैयारी को लेकर भी उनकी सोच अलग है. इस दौरे पर नेट्स के लिए चार  गेंदबाज़ों को साथ ले जाकर टीम ने ये भी संकेत  दिया है कि दौरे पर उनकी टीम विपक्षी टीम को चौंकाने का काम भी कर सकती है. जाने से पहले कप्तान विराट कोहली ने बताया, "दौरे पर हम  कभी-कभी 2-3 सेशन भी प्रैक्टिस करते हैं. इससे टेस्ट मैचकी तरह तैयारी करने में मदद मिलती है. हम इसी की प्रैक्टिस करेंगे."  

इस बार दौरे पर पांच पेसर्स के साथ चार ऐसे गेंदबाज़ों को टीम में जगह मिली है जिन्होंने आईपीएल या फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में अपनी गेंदबाज़ी से सबको प्रभावित किया है. इस दौरे पर 17 सदस्यीय  टीम इंडिया के साथ उत्तर प्रदेश के अंकित राजपूत (24 साल, 38 फ़र्स्ट क्लास मैचों में 121 विकेट), हैदराबाद के मो. सिराज (23 साल, 15 फ़र्स्ट क्लास मैचों में 57 विकेट), मध्य प्रदेश के अवेश ख़ान (21 साल, 8 फ़र्स्ट क्लास मैचों में 21 विकेट) और केरल के बेज़िल थंपी (24 साल, 17 फ़र्स्ट क्लास मैचों में 29 विकेट) जैसे गेंदबाज़ों को शामिल किया गया है. ये गेंदबाज़ नेट्स में टीम की तो मदद 
करेंगे ही एक अलग अनुभव भी हासिल कर सकेंगे. 

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कोच रवि शास्त्री को अंदाज़ा है कि द.अफ़्रीका, भारत का स्वागत फ़ास्ट और मुश्किल पिचों पर कर सकता है. लेकिन उन्हें टीम की बल्लेबाज़ी की तरह ही टीम की गेंदबाज़ी पर भी पूरा भरोसा है. कोच शास्त्री चुनौती देते हैं, "अगर हमारे बल्लेबाज़ों को मुश्किल होगी तो उनके बल्लेबाज़ों को भी होगी." विराट चार साल पहले के अपने दक्षिण अफ़्रीकी दौरे को भूले नहीं हैं जब उनकी शतकीय पारी के सहारे टीम इंडिया जोहानिसबर्ग में मैच जीतने के क़रीब पहुंच गई थी. 2013 के भारत के दक्षिण अफ़्रीकी  दौरे पर भारतीय टीम ने कप्तान एमएस धोनी की अगुआई में जोहानिसबर्ग में ड्रॉ मैच खेला था. मैच में भारत की जीतने की उम्मीदें भी बनने लगी थीं. 

बड़ी बात ये है कि तब विराट कोहली ने दोनों पारियों में 119 और 96 रन बनाकर धूम मचाकर मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब भी जीता था. उसी टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 153 रन बनाए थे. विराट को लगता है कि उनके और उनके साथी खिलाड़ियों के अनुभव भी इस दौरे पर खूब काम आएंगे. कप्तान विराट बताते हैं, "चार साल पहले 2013 में भी दक्षिण अफ्रीका में खेलने को लेकर हम बहुत उत्साहित थे. हम उस समय भी चुनौतियों का सामना करने को तैयार थे. उस वक्त उनके गेंदबाजों को ज्यादा अनुभव हासिल था. हमने तब अच्छा प्रदर्शन किया था. जोहानिसबर्ग में हम मैच जीतने के क़रीब थे लेकिन डरबन में हम मैच हार गए. हमने तब टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया था. इस बार भी हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और जो तब हासिल नहीं कर पाए इस बार हासिल करना चाहते हैं."

VIDEO : दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले आगामी चुनौतियों के बारे में बात की

पांच जनवरी से केपटाउन में पिच के इम्तिहान के लिए टीमों के कमर कसने की बारी है. फ़िलहाल भारतीय खेमे से शिखर धवन की फ़िटनेस को लेकर शिकायत की ख़बरें आ रही हैं तो विपक्षी खेमें में भी कप्तान फ़ैफ़ डू प्लेसी और डेल स्टेन जैसे एक से ज़्यादा खिलाड़ी पूरी तरह फ़िट नहीं बताए जा रहे हैं. अगले 7-8 दिन फ़ैन्स ड्रेसिंग रूम की ख़बरों और अटकलबाज़ी के बीच टीमों का आकलन करते रहेंगे. 

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