INDvsNZ : गौतम गंभीर रिटायर्ड हर्ट, अश्विन के 6 विकेट, कीवी 299 पर सिमटे, भारत की बढ़त 276 रन

INDvsNZ : गौतम गंभीर रिटायर्ड हर्ट, अश्विन के 6 विकेट, कीवी 299 पर सिमटे, भारत की बढ़त 276 रन

आर अश्विन ने न्यूजीलैंड के 6 विकेट झटके (फाइल फोटो)

इंदौर:

भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के अंतिम मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने अपनी पकड़ काफी मजबूत कर ली. उसकी कुल बढ़त 276 रन हो गई है. भारत ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 18 रन बनाए. मुरली विजय (11) और चेतेश्वर पुजारा (1) नाबाद लौटे. गौतम गंभीर (6) रिटायर्ड हर्ट हुए. तीसरे दिन ऑफ स्पिनर आर अश्विन की फिरकी का कमाल देखने को मिला और उनके सामने न्यूजीलैंड के बल्लेबाज असहाय नजर आए. अश्विन ने 27.2 ओवर में 81 रन देकर 6 विकेट चटकाए, जबकि दूसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा ने दो विकेट अपने नाम किए. टीम इंडिया के 557 रनों के जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी चायकाल के बाद 299 रन पर सिमट गई. इस प्रकार टीम इंडिया को पहली पारी के आधार पर 258 रन की बढ़त हासिल हुई.

गौतम गंभीर रिटायर्ड हर्ट
दो साल बाद टीम इंडिया में वापसी करने वाले गौतम गंभीर की किस्मत ने साथ नहीं दिया और वह दूसरी पारी में 7 गेंदों में 6 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए. दरअसल फील्डिंग के दौरान उनके दाएं कंधे में चोट लग गई थी और वह मैदान से बाहर चले गए थे, लेकिन माना जा रहा था कि उनकी चोट मामूली है. वह बल्लेबाजी करने भी उतरे, लेकिन तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर दूसरे रन के लिए दौड़ते समय उन्हें क्रीज तक पहुंचने के लिए डाइव लगानी पड़ी और उनका वही कंधे फिर से चोटिल हो गया. फिजियो को बुलाया गया, लेकिन गंभीर कंधा भी नहीं घुमा पा रहे थे, इसलिए उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. पहली पारी में गंभीर ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन 29 रन बनाकर आउट हो गए थे.
 


नहीं खिलाया फॉलोऑन
भारत के पास फॉलोऑन खिलाने का मौका था, लेकिन मैच में अभी दो दिन बचे होने के कारण कप्तान कोहली ने फिर से बल्लेबाजी का फैसला किया. कीवी टीम की ओर से मार्टिन गप्टिल ने 72, टॉम लाथम ने 53 और जेम्स नीशाम ने 71 रन की पारी खेली. जहां पहले और दूसरे दिन कीवी टीम के स्पिनरों को पिच से कोई मदद मिलती नहीं दिख रही थी, वहीं तीसरे दिन आर अश्विन ने अपनी स्पिन गेंदबाजी का खूबसूरत नमूना पेश किया और 81 रन देकर न्यूजीलैंड के 6 विकेट चटका दिए. उनके नाम एक रनआउट (मार्टिन गप्टिल- 72 रन) भी रहा. अश्विन ने अपने टेस्ट करियर में 20वीं बार एक पारी में 5 या अधिक विकेट लिए हैं. रवींद्र जडेजा को दो विकेट मिले. उन्होंने बीजे वाटलिंग (23) और मिचेल सैंटनर (20) को पैवेलियन की राह दिखाई.

अश्विन के न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 बार 5 या अधिक विकेट
अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक पारी में 5 बार 5 या अधिक विकेट ले लिए हैं. सबसे पहले उन्होंने जमकर खेल रहे टॉम लाथम को अपनी ही गेंद पर लपक कर चलता किया. लाथम ने 104 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 53 रन बनाए. उन्होंने 95 गेंदों में फिफ्टी पूरी की. लाथम-गप्टिल के बीच 34.2 ओवरों में 118 रनों की मजबूत साझेदारी हुई. न्यूजीलैंड के स्कोर में 16 रन और जुड़े थे कि अश्विन ने कप्तान केन विलियम्सन (8) को बोल्ड कर दिया. विलियम्सन ने बैकफुट पर जाकर कट शॉट लगाने की कोशिश की, लेकिन वह प्लेड-ऑन हो गए. अश्विन का जादू जारी रहा और उन्होंने रॉस टेलर को तो खाता भी नहीं खोलने दिया और अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर अपना तीसरा विकेट झटक लिया. इस प्रकार 118 रन तक कोई विकेट नहीं गंवाने वाली कीवी टीम के 147 रन तक 3 विकेट गिर गए. स्कोर में एक रन और जुड़ा था कि अश्विन ने अपनी ही गेंद पर जमकर खेल रहे मार्टिन गप्टिल (72 रन, 10 चौके, 2 छक्के) को बॉलिंग एंड पर रनआउट कर दिया.

हुआ यह कि ल्यूक रॉन्ची ने स्ट्रेट ड्राइव खेली और गेंद अश्विन की अंगुलियों को छूती हुई स्टंप्स पर जा लगी, इस दौरान नॉनस्ट्राइकर छोर पर मार्टिन गप्टिल क्रीज के बाहर थे और वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से पैवेलियन लौट गए. उन्होंने 86 गेंदों में फिफ्टी बनाई. 148 के स्कोर पर ही कीवी टीम का पांचवां विकेट भी गिर गया और इसका श्रेय भी अश्विन को गया. उन्होंने ल्यूक रॉन्ची को शून्य पर रहाणे से कैच कराया. जिमी नीशाम (71) को अश्विन ने अपना पांचवां शिकार बनाया, जबकि छठे शिकार के रूप में ट्रेंट बोल्ट को लौटाया.
 
आर अश्विन ने टेस्ट करियर में 11वीं बार पारी में 5 या अधिक विकेट लिया (फोटो: AFP)

3 साल बाद विदेशी ओपनरों की शतकीय साझेदारी
भारतीय धरती पर 3 साल बाद विदेशी ओपनरों ने शतकीय साझेदारी निभाई है. मार्टिन गप्टिल और टॉम लाथम के बीच हुई 118 रनों की भागीदारी से पहले ऑस्ट्रेलिया के एड कोवान और डेविड वॉर्नर ने 2013 में मोहाली टेस्ट में ऐसा किया था. इस मैच में टीम इंडिया ने टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना तीसरा सबसे बड़ा स्कोर 557 रन भी बनाया. भारत का कीवी टीम के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर 7 विकेट पर 583 रन है, जो उसने अहमदाबाद में 1999-00 में बनाया था, जबकि दूसरा बड़ा स्कोर 566/8 नागुपर में 210-11 में खड़ा किया था. ओपनरों के बाद मिचेल सैंटनर (22) और जिमी नीशाम (71) के बीच 53 रनों की भागीदारी हुई.

टीम इंडिया पर लगी पेनल्टी, कीवी टीम को मिले 5 अतिरिक्त रन
भारतीय बल्लेबाजी के दौरान कीवी टीम को 5 रन अतिरिक्त दिए गए, क्योंकि रवींद्र जडेजा ने बल्लेबाजी के दौरान पिच के डेंजर एरिया में दौड़ लगा दी. उन्होंने ऐसा दो बार किया, जिससे अंपायर ने 5 रन की पेनल्टी लगा दी. इस प्रकार न्यूजीलैंड ने 0 की बजाय 5 रन से अपनी पारी की शुरुआत की.

दूसरे दिन के खेल का अपडेट
दिन के खेल का आकर्षण विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी रही. कप्तान विराट कोहली (211 रन, 366 गेंदें, 20 चौके) को स्पिनर जीतन पटेल ने पगबाधा आउट किया. इसके बाद दूसरे शतकवीर अजिंक्य रहाणे भी 188 रन की शानदार पारी खेलकर पैवेलियन लौट गए. उन्होंने 18 चौके, 4 छक्के लगाए. भारतीय टेस्ट इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब चौथे और पांचवें नंबर के बल्लेबाजों ने 150 से अधिक का स्कोर बनाया है. इससे पहले सचिन तेंदुलकर (241*) और वीवीएस लक्ष्मण (178) ने 2003-04 में सिडनी में ऐसा किया था. कीवी टीम के जीतन पटेल और ट्रेंट बोल्ट ने 2-2 विकेट लिए, जबकि मिचेल सैंटनर ने एक विकेट लिया.

कोहली ने टेस्ट करियर का दूसरा टेस्ट शतक लगाया. उन्होंने इसी साल जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉर्थ साउंड में पहला दोहरा शतक लगाया था. इसी के साथ वह कप्तान के रूप में दो दोहरे शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए. उन्होंने पहले दोहरे शतक के बाद नौवीं पारी (200, 33, 3, 4, 16, 9, 18, 9, 45, 200*) में यह उपलब्धि अपने नाम की. रहाणे ने 210 गेंदों में अपना आठवां टेस्ट शतक बनाया. उन्होंने पिछला शतक (108*) वेस्टइंडीज के खिलाफ जुलाई, 2016 में किंग्सटन में ठोका था. भारत-न्यूजीलैंड के बीच वर्तमान टेस्ट सीरीज में दोनों टीमों की ओर से यह दूसरा शतक रहा.
 
कोहली-रहाणे ने 365 रन की रिकॉर्डतोड़ साझेदारी की (फोटो : AFP)

चौथे विकेट के लिए बनाया रिकॉर्ड
कोहली-रहाणे के बीच 365 रन की साझेदारी हुई. दोनों ने चौथे विकेट के लिए साझेदारी का भारतीय रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. इससे पहले सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण ने इसी विकेट के लिए सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जनवरी, 2004 में 353 रन जोड़े थे. अजिंक्‍य रहाणे ने करियर के आठवें शतक के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 2000 रन भी पूरे कर लिए. उनसे पहले भारत के 35 बल्लेबाज यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. वैसे टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे तेज कम पारियों में 2000 रन बनाने के मामले में वे भारत में 10वें स्‍थान पर हैं. अजिंक्‍य ने 49 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की है. भारत के लिए सबसे कम पारियों में 2000 रन पूरा करने का रिकॉर्ड संयुक्‍त रूप से वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ (40 पारियां) के नाम पर है.

पहले दिन के खेल का अपडेट
टीम इंडिया ने टॉस जीतने के बाद पहले बैटिंग का फैसला किया. पहले दिन की उपलब्धि कप्तान विराट कोहली का 13वां टेस्ट शतक रहा. उन्होंने मुश्किल समय पर धैर्य से खेलते हुए 184 गेंदों में अपना 13वां टेस्ट शतक जमाया. अजिंक्य रहाणे ने 3 विकेट गिरने के बाद उनका बखूबी साथ दिया और 123 गेंदों में 10वीं फिफ्टी बनाई. कोहली-रहाणे के बीच 167 रन की नाबाद शतकीय साझेदारी हुई.

भारतीय पारी की शुरुआत गौतम गंभीर और मुरली विजय ने की. टीम इंडिया ने 26 रन ही जोड़े थे कि मुरली विजय (10) विकेट गंवा बैठे. इसके बाद टीम में 2 साल बाद वापसी करने वाले गंभीर ने कुछ अच्छे शॉट खेले. दो छक्के भी लगाए, लेकिन लंबी पारी नहीं खेल सके और 29 रन बनाकर चलते बने. आउट होने वे पहले उन्होंने पुजारा के साथ 34 रन जोड़े. भारत ने 60 रन पर ही दो विकेट खो दिए थे. सीरीज में 3 फिफ्टी लगा चुके चेतेश्वर पुजारा से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह चौथी फिफ्टी लगाने से ही चूक गए और 41 रन पर स्पिनर मिचेल सैंटनर की गेंद पर बोल्ड हो गए. 100 के स्कोर पर तीसरा विकेट गिरा. विराट कोहली ने पहले चेतेश्वर पुजारा के साथ तीसरे विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी की, फिर टीम इंडिया को मुश्किल दौर में संभालते हुए अजिंक्य रहाणे के साथ उन्होंने शतकीय साझेदारी की और संकट में दिख रही टीम को उबारते हुए 3 विकेट पर 267 रन तक पहुंचा दिया.

कोहली का भारत में पहला कप्तानी शतक
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान कोहली ने भारतीय धरती पर 3 साल बाद टेस्ट शतक लगाया. यह कप्तान के रूप में भी देश की धरती पर उनका पहला शतक रहा. आखिरी बार उन्होंने 22 फरवरी 2013 को ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ चेन्‍नई में 107 रन बनाए थे. इससे पहले टेस्ट कप्तान के रूप में भारतीय मैदान पर विराट का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 88 रन था, जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2015 में फिरोजशाह कोटला में बनाया था. इस सीरीज में कानपुर में जहां उनका बल्ला खामोश रहा था, वहीं कोलकाता टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 45 रन बनाकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए थे. यह शतक 8 पारियों के बाद निकला है. इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ जुलाई, 2016 में दोहरा शतक लगाया था, तब से वह फिफ्टी भी नहीं बना पा रहे थे. इस दौरान उनके अधितम स्कोर 44 और 45 रन रहे. इंदौर में उन्होंने 108 गेंदों में 13वीं फिफ्टी पूरी की, जबकि शतक के लिए 184 गेंदें खेलीं.

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