वनडे शृंखला के बाद पहला टेस्ट भी गंवा चुकी भारतीय टीम न्यूजीलैंड के निराशाजनक दौरे का अंत शुक्रवार से शुरू हो रहा दूसरा और आखिरी टेस्ट जीतकर करना चाहेगी।
ऑकलैंड टेस्ट में भारत को 40 रन से पराजय झेलनी पड़ी। इससे पहले पांच मैचों की वनडे शृंखला महेंद्र सिंह धोनी एंड कंपनी ने 0-4 से गंवाई। अब बेसिन रिजर्व पर आखिरी टेस्ट में जीत दर्ज करके वे अपनी प्रतिष्ठा बचाना चाहेंगे।
वन-डे टीम मेजबान गेंदबाजों के शॉर्ट गेंदों के आक्रमण को नहीं झेल सके। इस शृंखला को 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप की तैयारी के लिए अहम माना जा रहा था, लेकिन भारत अभी तक जीत के स्वाद से महरूम रहा ।
पहला टेस्ट भले ही चार दिन में खत्म हो गया, लेकिन उसमें भारत का प्रदर्शन वनडे शृंखला जैसा बेकार नहीं था। दोनों टीमों ने अपनी ओर से पूरा संघर्ष किया। न्यूजीलैंड दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सका लेकिन उसके गेंदबाजों ने दोनों पारियों में उम्दा प्रदर्शन किया। भारत पहली पारी में बल्ले और गेंद दोनों से खराब प्रदर्शन के कारण हारा।
एक ओर जहां बीसीसीआई भारत को विश्व क्रिकेट की धुरी बनाने के प्रयासों में व्यस्त है, वहीं भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर इस तरह आसानी से घुटने टेकते देखना विचित्र है । इससे ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका में भी टीम इंडिया का यही हश्र हुआ।
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