जफर अंसारी ने राजकोट टेस्ट में टीम इंडिया के 3 विकेट झटके थे (फोटो: AFP)
विशाखापटनम:
राजकोट में अपने प्रदर्शन से इंग्लैंड टीम उत्साहित है और उसमें एक बार फिर भारतीय धरती पर 2012 की तरह सफलता मिलने की उम्मीद जग गई है. 5 मैचों की सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड के तीन स्पिनरों मोईन अली, जफर अंसारी और आदिल राशिद ने शानदार गेंदबाजी की थी. इनमें से बाएं हाथ के स्पिनर जफर अंसारी ने अपनी सफलता का श्रेय दो भारतीय स्पिनरों को ही दिया है.
जफर अंसारी ने कहा कि उन्होंने भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा के एक्शन का अच्छी तरह से अनुसरण किया और जब मुरली कार्तिक काउंटी क्रिकेट में सरे की तरफ से खेलते थे तो उनसे सीखने की कोशिश की. चौबीस वर्षीय अंसारी ने राजकोट में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तीन विकेट लिए थे जिनमें अंजिक्य रहाणे का विकेट भी शामिल है.
अंसारी ने विशाखापटनम होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले कहा, ‘‘सबसे पहले प्रज्ञान ओझा. मैंने 2011 में पहले चार मैचों में उन्हें करीब से गेंदबाजी करते देखा. वह किस तरह से गेंदबाजी करते हैं, उनका एक्शन मैंने कुछ समय तक उसका अनुसरण किया. मुरली कार्तिक भी इसी तरह के गेंदबाज हैं. उनका रवैया, क्रीज पर उनके द्वारा बिताए गए समय पर मैंने उस पर गौर किया और उनसे सीखने की कोशिश की.’’
वह इंग्लैंड की टीम में उन चार मुस्लिम खिलाड़ियों में शामिल हैं जो अभी भारतीय दौरे पर आए हैं. अंसारी ने कहा, ‘‘चार ब्रिटिश मुस्लिमों का समूह के तौर पर होना कुछ खास है. यह वास्तव में रोमांचक है और जिस पर हमें गर्व है. लेकिन मैं खुद को रोल मॉडल नहीं मानता. मैं नियमों को चुनौतियां नहीं दे रहा हूं, इसलिए मैं खुद को नये मानदंड स्थापित करने वाला नहीं मानता. मोईन अली, आदिल राशिद और हसीब हमीद भी अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करके शानदार भूमिका निभा रहे हैं. यह भूमिका निभानी आसान नहीं है, लेकिन वे वास्तव में अच्छा कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मनोवैज्ञानिक पहलू से देखा जाए तो मेरे लिए पहले की तुलना में दूसरा टेस्ट मैच आसान था.’’ अंसारी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर और अब इंग्लैंड टीम के स्पिन सलाहकार सकलैन मुश्ताक केवल बेसिक्स पर काम करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ नया नहीं करते. वह एक्शन बदलने के बारे में बात नहीं करते. वह बेसिक्स पर बात करते हैं.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जफर अंसारी ने कहा कि उन्होंने भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा के एक्शन का अच्छी तरह से अनुसरण किया और जब मुरली कार्तिक काउंटी क्रिकेट में सरे की तरफ से खेलते थे तो उनसे सीखने की कोशिश की. चौबीस वर्षीय अंसारी ने राजकोट में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तीन विकेट लिए थे जिनमें अंजिक्य रहाणे का विकेट भी शामिल है.
अंसारी ने विशाखापटनम होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले कहा, ‘‘सबसे पहले प्रज्ञान ओझा. मैंने 2011 में पहले चार मैचों में उन्हें करीब से गेंदबाजी करते देखा. वह किस तरह से गेंदबाजी करते हैं, उनका एक्शन मैंने कुछ समय तक उसका अनुसरण किया. मुरली कार्तिक भी इसी तरह के गेंदबाज हैं. उनका रवैया, क्रीज पर उनके द्वारा बिताए गए समय पर मैंने उस पर गौर किया और उनसे सीखने की कोशिश की.’’
वह इंग्लैंड की टीम में उन चार मुस्लिम खिलाड़ियों में शामिल हैं जो अभी भारतीय दौरे पर आए हैं. अंसारी ने कहा, ‘‘चार ब्रिटिश मुस्लिमों का समूह के तौर पर होना कुछ खास है. यह वास्तव में रोमांचक है और जिस पर हमें गर्व है. लेकिन मैं खुद को रोल मॉडल नहीं मानता. मैं नियमों को चुनौतियां नहीं दे रहा हूं, इसलिए मैं खुद को नये मानदंड स्थापित करने वाला नहीं मानता. मोईन अली, आदिल राशिद और हसीब हमीद भी अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करके शानदार भूमिका निभा रहे हैं. यह भूमिका निभानी आसान नहीं है, लेकिन वे वास्तव में अच्छा कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मनोवैज्ञानिक पहलू से देखा जाए तो मेरे लिए पहले की तुलना में दूसरा टेस्ट मैच आसान था.’’ अंसारी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर और अब इंग्लैंड टीम के स्पिन सलाहकार सकलैन मुश्ताक केवल बेसिक्स पर काम करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ नया नहीं करते. वह एक्शन बदलने के बारे में बात नहीं करते. वह बेसिक्स पर बात करते हैं.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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