अंपायर पॉल रफेल काफी समय तक बैठे रहे...
नई दिल्ली:
जबसे ऑस्ट्रेलिया के युवा क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की सिर के पीछे बाउंसर लगने के बाद मौत हुई है, तब से जैसे ही किसी क्रिकेटर या अंपायर को गेंद लगती है, तो खिलाड़ी सन्न रह जाते हैं और उनके दिमाग में दो साल पहले की ह्यूज वाली घटना घूमने लगती है. भारत और इंग्लैंड के बीच मुंबई टेस्ट के पहले दिन के दौरान भी ऐसी ही एक घटना हुई, जिससे भारतीय खिलाड़ी थोड़ी देर के लिए चिंतित हो गए. हालांकि इस बार इसका शिकार कोई खिलाड़ी नहीं बल्कि अंपायर रेफेल हुए और खेल काफी देर तक रुका रहा. ह्यूज के बाद से इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, दो बड़ी घटनाएं तो इसी साल हुई हैं. आइए एक नजर डालते हैं मुंबई में आज (गुरुवार) हुई घटना और साल की ऐसी अन्य घटनाओं पर...
मुंबई टेस्ट में लंच के बाद के खेल में 49वां ओवर फेंका जा रहा था. गेंदबाज थे आर अश्विन और उनके सामने थे बाएं हाथ के बल्लेबाज मोईन अली. अश्विन ने शॉर्ट गेंद फेंकी, जो लेग स्टंप पर थी, मोईन ने उसे डीप की दिशा में खेल दिया और सिंगल के लिए दौड़ पड़े. इस बीच भुवनेश्वर कुमार ने दौड़ लगाते हुए गेंद को हल्के से डीप स्क्वेयर लेग पर खड़े चेतेश्वर पुजारा की ओर उछाल दिया, लेकिन गेंद स्क्वेयर लेग अंपायर पॉल रेफेल के सिर के पीछे जा लगी और वह सिर पकड़कर जमीन पर लेट गए.
संयोग से भुवी का थ्रो हल्का रहा और उन्होंने सामान्य रूप से किया जाने वाला तेज थ्रो नहीं किया. अन्यथा अंपायर रेफेल को गंभीर चोट लग सकती थी. हालांकि उन्होंने डक करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए. फिर भी गेंद इतनी जोर से लग गई थी कि अंपायर रेफेल को मैदान से बाहर जाना पड़ा. हालांकि बाद में पता चला कि अंपायर रेफेल स्वस्थ हैं. उनका सीटी स्कैन कराया गया और वह सही हैं. उन्हें एहतियात के तौर पर विश्राम करने की सलाह दी गई है.
मैदान पर गिरने पर अंपायर रेफेल का हालृचाल पूछते भारतीय खिलाड़ी (फोटो : BCCI)
खेल काफी देर तक रुका रहा, फिजियो ने अंपायर के सिर को देखा. फिर रफेल ने मैदान से बाहर जाने का फैसला किया. हालांकि वह खुद चलकर गए इससे ऐसा लगा कि चोट बहुत गंभीर नहीं है. उनकी जगह थर्ड अंपायर मरैस एरासमस अंपायरिंग के लिए आए. फिर खेल आगे बढ़ा. ताजा जानकारी के अनुसार अंपायर रेफेल के सीटी स्कैन की रिपोर्ट ठीक आई है, लेकिन उन्हें आराम की सलाह दी गई है.
गौरतलब है कि पॉल रेफेल इंटरनेशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलने के बाद अम्पायर बने हैं. तेज गेंदबाजी करने वाले रेफेल ने 35 टेस्ट और 92 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने टेस्ट मैचों में 104 और वनडे मैचों में 106 विकेट हासिल किए. टेस्ट क्रिकेट में 6/71 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. पांच बार वे एक पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने में कामयाब रहे. रेफेल ने वर्ष 1992 में क्रिकेटर के तौर पर अपने करियर का आगाज किया. अपना अंतिम टेस्ट उन्होंने भारत के खिलाफ ही वर्ष 1998 में चेन्नई के खिलाफ खेला था. वर्ष 1999 में रेफेल ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच खेला था.
नवंबर में वोजेस हुए थे घायल, करना पड़ा था भर्ती
इसी साल नंवबर में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के शेफ़ील्ड शील्ड मैच के दौरान एक शॉर्ट पिच डिलिवरी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एडम वोजेस को चोटिल कर दिया था और उन्हें अस्पताल ले जाने की नौबत आ गई थी. हालांकि वोजेस हेलमेट पहनकर बल्लेबाजी कर रहे थे, फिर भी बाउंसर से उन्हें ज्यादा चोट लग गई. फिजियो के अनुसार, इसके बाद उन्हें सबकुछ हिलता दिखाई दिया, सब घूमने लगा और चक्कर आने जैसा महसूस होने लगा था, इसलिए उन्हें ड्रेसिंग रूम में ले जाया गया, लेकिन वह अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे इसलिए सावधानी बरतते हुए उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मो. कैफ सहित कई खिलाड़ियों ने वोजेस के जल्द ठीक होने की दुआ की थी. इस साल वोजेस दूसरी बार मैदान पर घायल होकर गिरे हैं. करीब सात महीने पहले मई में इंग्लिश काउंटी मिडिलसेक्स की कप्तानी करते वक्त भी वह मैदान पर घायल होकर गिर गए थे. बाद में उन्होंने बताया था कि इसका असर उन पर अगले दस दिन तक रहा था. वोजेस साल में दूसरी बार मैदान पर गिरे थे (फाइल फोटो)
जनवरी में कीवी खिलाड़ी मैक्लेघन को हेलमेट की ग्रिल तोड़ गेंद जा लगी
जनवरी, 2016 को न्यूजीलैंड के बल्लेबाज मिशेल मैक्लेघन पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मुकाबले में बुरी तरह घायल हो गए थे. दरअसल गेंद उनके हेलमेट की ग्रिल को तोड़ते हुए आंख में जा लगी. राहत की बात केवल यह रही कि यह चोट फिल ह्यूज की चोट की तरह जानलेवा साबित नहीं हुई. मिशेल मैक्लेघन के हेलमेट की ग्रिल में गेंद घुस गई थी (फाइल फोटो)
ह्यूज के साथ ऐसे हुआ था हादसा
हुआ यह था कि 25 नवंबर, 2014 को ऑस्ट्रेलिया के एक घरेलू मैच के दौरान 63 रन पर खेल रहे 25 साल के ह्यूज को तेज गेंदबाज सीन एबॉट की बाउंसर सिर के पिछले हिस्से में लगी थी. गेंद लगते ही ह्यूज पिच पर गिर पड़े थे और दो दिन कोमा में रहने के बाद हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई थी. इस घटना से पूरा क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया था और सीन एबॉट गहरे सदमे में थे. ह्यूज की मौत के समय एबॉट भी हॉस्पिटल में थे और अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे.
मुंबई टेस्ट में लंच के बाद के खेल में 49वां ओवर फेंका जा रहा था. गेंदबाज थे आर अश्विन और उनके सामने थे बाएं हाथ के बल्लेबाज मोईन अली. अश्विन ने शॉर्ट गेंद फेंकी, जो लेग स्टंप पर थी, मोईन ने उसे डीप की दिशा में खेल दिया और सिंगल के लिए दौड़ पड़े. इस बीच भुवनेश्वर कुमार ने दौड़ लगाते हुए गेंद को हल्के से डीप स्क्वेयर लेग पर खड़े चेतेश्वर पुजारा की ओर उछाल दिया, लेकिन गेंद स्क्वेयर लेग अंपायर पॉल रेफेल के सिर के पीछे जा लगी और वह सिर पकड़कर जमीन पर लेट गए.
संयोग से भुवी का थ्रो हल्का रहा और उन्होंने सामान्य रूप से किया जाने वाला तेज थ्रो नहीं किया. अन्यथा अंपायर रेफेल को गंभीर चोट लग सकती थी. हालांकि उन्होंने डक करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए. फिर भी गेंद इतनी जोर से लग गई थी कि अंपायर रेफेल को मैदान से बाहर जाना पड़ा. हालांकि बाद में पता चला कि अंपायर रेफेल स्वस्थ हैं. उनका सीटी स्कैन कराया गया और वह सही हैं. उन्हें एहतियात के तौर पर विश्राम करने की सलाह दी गई है.
मैदान पर गिरने पर अंपायर रेफेल का हालृचाल पूछते भारतीय खिलाड़ी (फोटो : BCCI)
खेल काफी देर तक रुका रहा, फिजियो ने अंपायर के सिर को देखा. फिर रफेल ने मैदान से बाहर जाने का फैसला किया. हालांकि वह खुद चलकर गए इससे ऐसा लगा कि चोट बहुत गंभीर नहीं है. उनकी जगह थर्ड अंपायर मरैस एरासमस अंपायरिंग के लिए आए. फिर खेल आगे बढ़ा. ताजा जानकारी के अनुसार अंपायर रेफेल के सीटी स्कैन की रिपोर्ट ठीक आई है, लेकिन उन्हें आराम की सलाह दी गई है.
गौरतलब है कि पॉल रेफेल इंटरनेशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलने के बाद अम्पायर बने हैं. तेज गेंदबाजी करने वाले रेफेल ने 35 टेस्ट और 92 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने टेस्ट मैचों में 104 और वनडे मैचों में 106 विकेट हासिल किए. टेस्ट क्रिकेट में 6/71 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. पांच बार वे एक पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने में कामयाब रहे. रेफेल ने वर्ष 1992 में क्रिकेटर के तौर पर अपने करियर का आगाज किया. अपना अंतिम टेस्ट उन्होंने भारत के खिलाफ ही वर्ष 1998 में चेन्नई के खिलाफ खेला था. वर्ष 1999 में रेफेल ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच खेला था.
नवंबर में वोजेस हुए थे घायल, करना पड़ा था भर्ती
इसी साल नंवबर में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के शेफ़ील्ड शील्ड मैच के दौरान एक शॉर्ट पिच डिलिवरी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एडम वोजेस को चोटिल कर दिया था और उन्हें अस्पताल ले जाने की नौबत आ गई थी. हालांकि वोजेस हेलमेट पहनकर बल्लेबाजी कर रहे थे, फिर भी बाउंसर से उन्हें ज्यादा चोट लग गई. फिजियो के अनुसार, इसके बाद उन्हें सबकुछ हिलता दिखाई दिया, सब घूमने लगा और चक्कर आने जैसा महसूस होने लगा था, इसलिए उन्हें ड्रेसिंग रूम में ले जाया गया, लेकिन वह अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे इसलिए सावधानी बरतते हुए उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मो. कैफ सहित कई खिलाड़ियों ने वोजेस के जल्द ठीक होने की दुआ की थी. इस साल वोजेस दूसरी बार मैदान पर घायल होकर गिरे हैं. करीब सात महीने पहले मई में इंग्लिश काउंटी मिडिलसेक्स की कप्तानी करते वक्त भी वह मैदान पर घायल होकर गिर गए थे. बाद में उन्होंने बताया था कि इसका असर उन पर अगले दस दिन तक रहा था.
जनवरी में कीवी खिलाड़ी मैक्लेघन को हेलमेट की ग्रिल तोड़ गेंद जा लगी
जनवरी, 2016 को न्यूजीलैंड के बल्लेबाज मिशेल मैक्लेघन पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मुकाबले में बुरी तरह घायल हो गए थे. दरअसल गेंद उनके हेलमेट की ग्रिल को तोड़ते हुए आंख में जा लगी. राहत की बात केवल यह रही कि यह चोट फिल ह्यूज की चोट की तरह जानलेवा साबित नहीं हुई.
ह्यूज के साथ ऐसे हुआ था हादसा
हुआ यह था कि 25 नवंबर, 2014 को ऑस्ट्रेलिया के एक घरेलू मैच के दौरान 63 रन पर खेल रहे 25 साल के ह्यूज को तेज गेंदबाज सीन एबॉट की बाउंसर सिर के पिछले हिस्से में लगी थी. गेंद लगते ही ह्यूज पिच पर गिर पड़े थे और दो दिन कोमा में रहने के बाद हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई थी. इस घटना से पूरा क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया था और सीन एबॉट गहरे सदमे में थे. ह्यूज की मौत के समय एबॉट भी हॉस्पिटल में थे और अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे.
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