सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने वानखेड़े में खूब रन बनाए थे (फाइल फोटो)
खास बातें
- सुनील गावस्कर ने वानखेड़े में 5 टेस्ट शतक लगाए थे
- सचिन इस मैदान पर केवल एक ही शतक लगा पाए
- वेंगसरकर 2 शतक के साथ तीसरे टॉप स्कोरर रहे
नई दिल्ली: टीम इंडिया मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सीरीज का चौथा टेस्ट खेल रही है. टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों के लिए वानखेड़े स्टेडियम बहुत ही शानदार रहा है. जहां शुक्रवार को मुरली विजय ने करियर का आठवां शतक बनाया, वहीं विराट कोहली ने भी साल 2016 में टेस्ट में पहली बार किसी कैलेंडर ईयर में हजार रन पूरे किए और हां उन्होंने 4000 रन का भी आंकड़ा पार कर लिया. वर्तमान में इन दो बल्लेबाजों की उपलब्धियों के बीच हमने सोचा कि क्यों न आपको ऐसे भारतीय खिलाड़ियों से मिलवाया जाए, जो यहां रन बनाने के मामले में शहंशाह साबित हुए हैं. सूची पर नजर डालने से पता चला कि मुंबइकरों का इस मैदान पर वर्चस्व रहा है. हालांकि कुछ अन्य भारतीय खिलाड़ियों के बल्ले से भी यहां खूब रन निकले हैं. आइए जानते हैं वानखड़े में रन बरसाने वाले भारतीय बल्लेबाजों के बारे में...
वैसे भी ऐतिहासिक रूप से यह मैदान टीम इंडिया के लिए उस समय खास बन गया था, जब 2011 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया ने यहां श्रीलंका को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था. वानखेड़े के अलावा मुंबई में जिमखाना ग्राउंड और ब्रेबोन स्टेडियम भी हैं. वानखेड़े की बात करें तो यहां साल 1975 में पहला टेस्ट खेला गया था, जो भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुआ था.
मुंबई ने टीम इंडिया को सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, सचिन तेंदुलकर जैसे कई महान खिलाड़ी दिए हैं और इन खिलाड़ियों ने घरेलू दर्शकों को निराश भी नहीं किया. जब भी यहां टेस्ट मैच हुआ, तो इन खिलाड़ियों का बल्ला जमकर गरजा है. विदेशी खिलाड़ियों की बात करें, तो वेस्टइंडीज के महान कप्तान क्लाइव लॉयड ने 2 टेस्ट मैच खेले थे और उनमें 355 रन बनाए थे. लॉयड का औसत (177.5) तो देखिए, जो गजब का है. लॉयड ने वानखेड़े के पहले ही टेस्ट में 242 रनों की पारी खेली थी.
नंबर वन : स्ट्रेट ड्राइव के उस्ताद सुनील गावस्कर
टीम इंडिया के धाकड़ ओपनर रहे सुनील गावस्कर ने यहां कई यादगार पारियां खेली हैं. वह एकमात्र ऐसे बल्लेबाज भी हैं, जिसने वानखेड़े में हजार रनों का आंकड़ा पार किया है. गावस्कर ने वानखेड़े ने 11 टेस्ट खेले हैं और 20 पारियों में 1122 रन ठोके हैं. उनके नाम यहां 5 शतक और 2 फिफ्टी हैं, जिनमें एक दोहरा शतक भी शामिल है. यहां उनका बेस्ट स्कोर 205 रन रहा. यह स्कोर उन्होंने उस समय की धुरंधर टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था. दोहरे शतक के मामले में गावस्कर के अलावा विंडीज के क्लाइव लॉयड और विनोद कांबली भी यहां उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
नंबर टू : रिकॉर्डों के उस्ताद मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर
वानखेड़े सचिन तेंदुलकर का घरेलू मैदान रहा है. गावस्कर के बाद सचिन ने ही यहां सबसे अधिक रन बनाए हैं. 11 टेस्ट मैचों की 19 पारियों में तेंदुलकर के बल्ले से वानखेड़े में 921 रन निकले. हालांकि वह यहां केवल एक ही शतक लगा पाए, जबकि उनके नाम यहां 8 फिफ्टी रहीं. उनका बेस्ट स्कोर 148 रन रहा. सचिन ने करियर का आखिरी टेस्ट इसी मैदान पर खेला था और उसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ 74 रन ठोके थे.
वानखेड़े में सचिन के बालसखा विनोद कांबली ने भी दोहरा शतक लगाया था.नंबर थ्री : कर्नल दिलीप वेंगसरकर
कर्नल के नाम से जाने जाने वाले दिलीप वेंगसरकर ने वानखेड़े स्टेडियम में 10 टेस्ट खेले और 17 पारियों में 2 शतक लगाए. उनके बल्ले से 2 फिफ्टी भी निकलीं. उन्होंने यहां कुल 631 रन ठोके. उनका बेस्ट स्कोर 164 रन रहा. उनके शतक ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ रहे.
महान स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना के साथ दिलीप वेंगसरकर (फाइल फोटो)नंबर फोर : 'द वॉल' राहुल द्रविड़ ने यहां भी गाड़े पैर
टीम इंडिया की 'द वॉल' और मिस्टर डिफेंडेबल राहुल द्रविड़ का नाम तो इस लिस्ट में होना ही था, क्योंकि उन्होंने मुश्किल से मुश्किल विकेट पर भी बड़े स्कोर किए थे. मुंबई के वानखेड़े में 7 टेस्ट खेले और 56.27 के औसत से 619 रन जड़े. उनके बल्ले से इस मैदान पर 13 पारियों में एक शतक और चार फिफ्टी निकली. उनका बेस्ट स्कोर 100 रन रहा. सचिन की तरह राहुल द्रविड़ भी यहां कई बार शतक से चूके. उन्होंने इस मैदान पर 3 बार 80 या उससे ज्यादा रन बनाए.
राहुल द्रविड़ वानखेड़े में कई बार शतक से चूक गए (फोटो)नंबर फाइव : सैय्यद किरमानी
टीम इंडिया का यह विकेटकीपर बल्लेबाज जहां वानखेड़े में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में पांचवें नंबर पर हैं, वहीं टीम इंडिया के निदेशक रह चुके रवि शास्त्री इस सूची में छठे नंबर हैं. किरमानी ने ने यहां 47.70 के औसत से 477 रन बनाए थे. खास बात यह कि टेस्ट करियर के दोनों विजयी शतक इसी मैदान पर बने थे. शास्त्री ने यहां 457 रन बनाए थे. किरमानी और शास्त्री ने यहां सातवें विकेट के लिए इंग्लैंड के खिलाफ 235 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी भी की थी. किरमानी का बेस्ट 142 रन रहा.
किरमानी ने करियर के दोनों शतक वानखेड़े में ही लगाए थे (फाइल फोटो)