दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने के बाद भारत की जैसी शुरुआत हुई, उससे लगा कि कप्तान सूर्यकुमार ने गलत फैसला ले लिया है. सैमसन (10), अभिषेक शर्मा (15) और खुद सूर्यकुमार याद (8) 41 रन बनने तक पवेलियन लौट चुके थे और पावर प्ले खत्म होने में सिर्फ तीन ही गेंद बाकी बची थी. भारतीय फैंस के चेहरे उतरे हुए थे, लेकिन यहां से सिर्फ दूसरा अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे नितीश रेड्डी (74 रन, 34 गेंद,4 चौके, 7 छक्के) के बल्ले से ऐसी सुनामी आई कि मानो उन्होंने दुनिया भर के बॉलरों को बता दिया-"बचना हे बॉलरों, लो मैं आ गया". एक के बाद एक नितीश ने इतनी जल्दी दे-दनादन छक्के जडे़ कि सभी अवाक रह गए कि हो क्या रहा है. जब लग रहा था कि उनके बल्ले से दूसरे ही मैच में शतक निकलने जा रहा है, तो वह आउट हो गए, लेकिन पवेलियन लौटने से पहले नितीश पूरे क्रिकेट जगत को शानदार अंदाज में परिचय दे गए-" नितीश...आय एम नितीश रेड्डी." बल्ले से झमाझम छक्कों की बरसात हुई, रिक
ऐसे सिर्फ चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए नितीश
जब बात भारत के लिए टी20 में सबसे कम उम्र में अर्द्धशतक या इससे ज्यादा रन बनाने की आती है, तो नितीश रेड्डी ऐसे चौथे बल्लेबाज बन गए. जान लीजिए कि कौन यहां पहले और बाकी कौन कितने नंबर पर है.
उम्र नाम रन बनाम
20 साल, 143 दिन रोहित शर्मा 50* द. अफ्रीका
20 साल , 271 दिन तिलक वर्मा 51 विंडीज
21 साल, 38 दिन ऋषभ पंत 58 विंडीज
21 साल 136 दिन नितीश रेड्डी 74 दिल्ली
इससे समझें नितीश का हल्ला-बोल!
नितीश बांग्लादेशी गेंदबाजों पर कितनी बुरी तरह से एकदम से टूटे, यह आप इससे समझें कि उन्होंने शुरुआती 13 गेंदों पर 1 चौके से 13 रन बनाए थे. लेकिन यहां से जो देखने को मिला, उसे देखकर फैंस ने दांत तले उंगली दबा ली, तो बांग्लादेशी गेंदबाजों को होश उड गए. नितीश ने अपने अर्द्धशतक के लिए बाकी 37 गंदों के लिए 14 गेंदों का सहारा लिया. इसमे उन्होंने 2 चौके और 6 छक्के जड़े. यह कुछ ऐसा रहा कि मानो किसी ने दे-दनादन विरोधी टीम या खिलाड़ी पर मुक्के जड़ दिए हों.
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