टीम इंडिया को 95 रन से हराकर ऑस्ट्रेलिया पहुंचा वर्ल्ड कप फाइनल में

स्टीवन स्मिथ के शानदार शतक और आरॉन फिंच के अर्द्धशतक के बाद पेस गेंदबाजों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने डिफेंडिंग चैम्पियन टीम इंडिया को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 के सेमीफाइनल में 95 रन से करारी शिकस्त देकर रविवार को होने वाले फाइनल मैच में सह-मेजबान न्यूजीलैंड के मुकाबले खेलने का हक पा लिया। भारत की ओर से सबसे ज़्यादा 65 रन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बनाए, जबकि कंगारुओं की ओर से जेम्स फॉकनर ने तीन, मिशेल स्टार्क व मिचेल जॉनसन ने दो-दो तथा जोश हेज़लवुड ने एक विकेट चटकाया, जबकि दो भारतीय बल्लेबाज रनआउट हुए।

इससे पहले, टीम इंडिया की फाइनल में पहुंच पाने की बेहद धूमिल उम्मीदें उस समय चकनाचूर हो गई थीं, जब विपरीत परिस्थितियों में जुझारू पारी खेल रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी रनआउट होकर पैवेलियन लौट गए। इससे पहले, कुछ ही ओवरों के भीतर लगे चार झटकों से भारतीय टीम कुछ हद तक उबरती दिखाई दे रही थी और अजिंक्य रहाणे के साथ मिलकर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी कर ली थी कि अचानक मिशेल स्टार्क की गेंद पर विकेट के पीछे हैडिन ने एक गेंद लपकी, जिसे अपील के बाद अम्पायर ने नॉट आउट बताया, लेकिन कंगारू कप्तान माइकल क्लार्क ने रिव्यू की मांग की, जो कामयाब रही, और मैदानी अम्पायर के फैसले को पलटकर अजिंक्य रहाणे को आउट करार दे दिया गया। इसके बाद आए रवींद्र जडेजा भी ज़्यादा देर नहीं टिक पाए, और उसके कुछ ही देर बाद दुर्भाग्यपूर्ण तरीके एक बेहद शानदार डायरेक्ट थ्रो के परिणामस्वरूप धोनी भी पैवेलियन लौट गए।

इससे पहले, 329 के लक्ष्य का पीछा करते भारतीय बल्लेबाजों की स्थिति एक वक्त पर अच्छी दिखने लगी थी, और पहले 75 रन बिना किसी नुकसान के बन गए थे, लेकिन 76 रन का आंकड़ा छूते ही जैसे झड़ी लग गई। सबसे पहले शिखर धवन अपने अर्द्धशतक से चूके और 45 के निजी स्कोर पर पैवेलियन लौट गए। उनके बाद मैदान पर आए उपकप्तान विराट कोहली बिल्कुल लय में नहीं दिखे, और 13 गेंदों में सिर्फ एक रन बनाकर वह भी चलते बने। तक तब दूसरे छोर पर टिककर खेलने की कोशिश कर रहे रोहित शर्मा भी इसके बाद बहुत देर तक संयम नहीं रख पाए, और कुल 91 रनों पर भारत का तीसरा विकेट भी गिर गया, और अब चौथे विकेट के रूप में सुरेश रैना भी सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए।

एक चौका लगाकर 11 गेंदों में 7 रन बनाने वाले सुरेश रैना को जेम्स फॉकनर द्वारा फेंके गए पारी के 23वें ओवर की आखिरी गेंद पर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने लपका। उससे पहले, पारी के 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित शर्मा को मिचेल जॉनसन ने क्लीन बोल्ड किया, और आउट होने से पहले उन्होंने 48 गेंदों में एक चौके और दो छक्कों की सहायता से 34 रनों का योगदान दिया। उनसे पहले विराट को पारी के 16वें ओवर की तीसरी गेंद पर जॉनसन ने ही विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के हाथों लपकवाया था। इससे पहले, भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने पारी की शुरुआत में बेहद संभलकर खेलने के बाद खुलकर शॉट लगाना शुरू किया ही था कि कुछ ही देर बाद शिखर धवन अपना अर्द्धशतक पूरा करने से पहले पारी के 13वें ओवर में जोश हेज़लवुड का शिकार होकर पैवेलियन लौट गए थे। ग्लेन मैक्सवेल को कैच थमाने से पहले शिखर ने 41 गेंदों में छह चौकों और एक छक्के की मदद से 45 रन बनाए।

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इससे पहले, आखिरी के ओवरों में लड़खड़ाती हुई ऑस्ट्रेलियाई पारी के बावजूद मिले 329 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन शुरू में काफी संभलकर खेलने की कोशिश कर रहे थे, क्योंकि कंगारू तेज गेंदबाजों ने उन्हें बांधकर रख दिया था, लेकिन पारी के 10वें ओवर में पहला गेंदबाजी परिवर्तन भारत के लिए अच्छा रहा, और शिखर और रोहित ने खुलकर खेलना शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों बल्लेबाज सधे हुए खेल का प्रदर्शन करते रहे, और ढीली गेंदों को सीमारेखा के पार पहुंचाने में कोई कोताही भी नहीं की। वैसे, शुरुआत में धीमे खेल का आलम यह था कि पहले ही ओवर में रोहित ने स्लिप में एक कैच उछाल दिया था, जो थर्ड अम्पायर की मदद से उनका जीवनदान साबित हुआ, वरना भारतीय बल्लेबाजी का हश्र बुरा होता।

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लाइव स्कोरकार्ड
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इससे पहले, एक वक्त बेहद मजबूत स्थिति में दिख रही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को भारतीय गेंदबाजों ने बाद के खेल में पूरी तरह बांधकर रख दिया, और एक वक्त पर 350 के आंकड़े को छू लेने में सक्षम दिख रही कंगारू टीम आखिरकार निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट खोकर सिर्फ 328 रन बना पाई। भारत की ओर से उमेश यादव ने सबसे ज़्यादा चार विकेट चटकाए, जबकि मोहित शर्मा ने दो ओर रविचंद्रन अश्विन ने एक कंगारू खिलाड़ी को वापस भेजा। कंगारुओं की ओर से सबसे शानदार प्रदर्शन करियर का चौथा शतक ठोकने वाले स्टीवन स्मिथ (105 रन) और करियर का सातवां अर्द्धशतक बनाने वाले आरॉन फिंच (81 रन) का रहा।

भारतीय गेंदबाज शुरुआत में ही एक विकेट लेने के बावजूद बेहद बेबस दिख रहे थे, लेकिन पारी के उत्तरार्द्ध में वे फिर जोश में आए, जब 35वें ओवर में उमेश यादव ने अपने दूसरे शिकार के रूप में शतकवीर स्टीवन स्मिथ को रोहित शर्मा के हाथों कैच करवा दिया। पैवेलियन लौटने से पहले स्मिथ ने भारतीय गेंदबाजों की खूब धुनाई की, और 93 गेंदों में 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से करियर के चौथे शतक के रूप में 105 रन बनाए। दूसरे छोर पर सलामी बल्लेबाज आरॉन फिंच ने उनका बखूबी साथ दिया था, और दोनों बल्लेबाजों ने 182 रनों की साझेदारी की।

उसके बाद 38वें ही ओवर में ग्लेन मैक्सवेल भी खास कुछ किए बिना आउट हो गए। भारतीय गेंदबाजी की धार को कुंद कर देने वाले शतकवीर स्टीवन स्मिथ के आउट होने के बाद मैदान में आए ग्लेन मैक्सवेल रविचंद्रन अश्विन का शिकार बने। वह सिर्फ 14 गेंदों में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 23 रन ठोकने के बाद अजिंक्य रहाणे को कैच थमा बैठे। उसके अगले ही ओवर में शतक की ओर बढ़ रहे सलामी बल्लेबाज आरॉन फिंच भी उमेश यादव के तीसरे शिकार और ऑस्ट्रेलियाई टीम के चौथे विकेट के रूप में शिखर धवन को कैच थमाकर पैवेलियन लौट गए। वैसे, फिंच ने आउट होने से 116 गेंदें खेलीं, जिनमें उन्होंने सात चौकों और एक छक्के की मदद से 81 रन बनाकर करियर का सातवां अर्द्धशतक पूरा किया, और ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत के खिलाफ काफी मजबूत स्थिति में ले आए थे।

उनके बाद आए कप्तान माइकल क्लार्क अभी टिक भी नहीं पाए थे कि वह भी कुल 10 रन बनाकर चलते बने। ऑस्ट्रेलियाइयों का पांचवां विकेट क्लार्क का ही गिरा था, जो मोहित शर्मा की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच थमा बैठे थे। छठे विकेट के रूप में जेम्स फॉकनर उमेश यादव के चौथे शिकार के रूप में पैवेलियन लौटे, जिन्होंने आउट होने से पहले 12 गेंदों का सामना किया, और तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 21 रन बनाए। मेजबान टीम का सातवां और आखिरी विकेट शेन वॉटसन का गिरा था, जिन्होंने मोहित शर्मा की गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच थमाने से पहले 30 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 28 रन बनाए।

वैसे, पारी की शुरुआत में ही जब चौथे ही ओवर में ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट गिरा था, उस समय स्टीवन स्मिथ पिच पर आए थे, और उन्होंने आने के बाद कुछ देर तो संभलकर खेला, लेकिन फिर हाथ खोलने शुरू कर दिए। उन्होंने पारी के 10वें ओवर में पहला विकेट चटकाने वाले उमेश यादव को ही चार चौके जड़े। सधे हुए बल्ले से खेलते हुए उन्होंने 53 गेंदों में अर्द्धशतक पूरा किया था।

इस बीच, भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी सिडनी की धीमी कही जा रही पिच पर एक नया प्रयोग करते हुए पारी का 12वां ओवर उपकप्तान विराट कोहली से करवाया था, जिन्होंने अपने पहले ओवर में तेजी से खेलने के मूड में आते जा रहे कंगारुओं को सिर्फ सात रन बनाने का मौका दिया।

इससे पहले, आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 के 'सबसे महत्वपूर्ण' बन गए मुकाबले में सिडनी की धीमी कही जा रही पिच पर उमेश यादव ने उस वक्त टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई, जब पारी के चौथे ओवर में ही उन्होंने खतरनाक तरीके से शुरुआत करते दिख रहे सलामी कंगारू बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को विराट कोहली के हाथों लपकवाकर पैवेलियन लौटा दिया। वॉर्नर ने आउट होने से पहले सात गेंदों का सामना कर एक चौके और एक छक्के की मदद से 12 रन बनाए।

इससे पहले, मोहम्मद शमी और उमेश यादव के सामने ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों डेविड वॉर्नर और आरॉन फिंच ने सधी हुई शुरुआत की थी, और पहले दो ओवर के बाद कंगारुओं के स्कोरबोर्ड पर बिना किसी नुकसान के 14 रन दिखाई दे रहे थे।

इससे पहले, वेस्ट इंडीज़ और ऑस्ट्रेलिया की ही तरह लगातार दो बार वर्ल्‍ड कप जीतने की आस लिए मेजबान कंगारुओं के खिलाफ महा-फाइनल खेलने जा रही टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टॉस हार गए, और विपक्षी कप्तान माइकल क्लार्क ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।

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टीम इंडिया को दीजिए बधाई संदेश
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सिडनी में खेले जा रहे इस महा-मुकाबले के लिए टॉस हारने के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि अगर टॉस जीत जाते तो वह भी पहले बल्लेबाजी करने का ही फैसला करते। वैसे, इस मैच के लिए दोनों ही टीमों ने अपने संयोजन में किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया है, और टीमें इस प्रकार हैं।

भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान एवं विकेटकीपर), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहित शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव।

ऑस्ट्रेलिया : माइकल क्लार्क (कप्तान), डेविड वार्नर, एरॉन फिंच, स्टीवन स्मिथ, शेन वाटसन, ग्लेन मैक्सवेल, ब्रैड हैडिन (विकेटकीपर), जेम्स फॉकनर, मिशेन जानसन, मिशेल स्टार्क, जोस हाजेलवुड।