यह ख़बर 20 मार्च, 2013 को प्रकाशित हुई थी

कोटला में 26 साल से अजेय है भारत

खास बातें

  • ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी चार मैचों की सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम 3-0 की बढ़त बना चुकी है। अब उसकी नजर कंगारुओं का सूपड़ा साफ करने पर है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम अब अपना अगला मैच फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेलेगी, जहां वह लगभग 26 साल से अजेय है।
नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी चार मैचों की सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम 3-0 की बढ़त बना चुकी है। अब उसकी नजर कंगारुओं का सूपड़ा साफ करने पर है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम अब अपना अगला मैच फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेलेगी, जहां वह लगभग 26 साल से अजेय है।

धोनी ने मोहाली टेस्ट समाप्त होने के बाद कहा था कि वह खेल में बदले की भावना नहीं रखते, लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए कि उनकी टीम हर हाल में यह सीरीज 4-0 से अपने नाम करना चाहेगी। यह पहला मौका होगा, जब भारत किसी सीरीज को इस अंतर से जीतेगी।

बीते 60 साल में कई मौकों पर भारत की जीत का गवाह बना कोटला मैदान निश्चित तौर पर इस रिकॉर्ड का इंतजार कर रहा होगा। वैसे भी यह मैदान भारत के लिए बीते 26 साल से लकी रहा है क्योंकि इस दौरान यहां खेले गए नौ मैचों में से भारत एक भी हारा नहीं है।

कोटला में भारत को अंतिम बार हार 29 नवम्बर, 1987 में मिली थी। वेस्टइंडीज ने उसे पांच विकेट से हराया था। उससे पहले के 10 मैच भी भारत के लिए काफी खराब रहे थे। 1972 से लेकर 1987 के बीच भारत को 1972, 1974 और 1976 में क्रमश: इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड से हार मिली थी।

इसके बाद 1979 से 1983 के बीच पांच मैच बेनतीजा रहे और फिर 1984 में भारत को एक बार फिर इंग्लैंड ने पटखनी दी। वेस्टइंडीज से 1987 में मिली हार से ठीक पहले भारत और आस्ट्रेलिया की टीमें इस मैदान पर भिड़ी थीं, जिसका नतीजा नहीं निकल सका था।

वर्ष 1987 में भारत ने वेस्टइंडीज से पटखनी खाने के बाद इस मैदान पर अपना अजेय क्रम बरकरार रखा और उसके बाद कुल 10 मैचों में से नौ में जीत हासिल की। वर्ष 2008 में आस्ट्रेलिया के साथ यहां एक बार फिर भिड़ंत हुई थी, जो बेनतीजा रहा था।

इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 मार्च से सातवां मैच खेला जाएगा। अब तक भारत को दो मैचों में जीत मिली है जबकि एक में ऑस्ट्रेलिया जीता है। तीन मैच बराबरी पर छूटे हैं। भारत ने 1996 और 1969 में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

भारत की युवा ब्रिगेड के आधा दर्जन से अधिक खिलाड़ी 26 साल से कम के हैं। भारतीय टीम जब कोटला में अंतिम बार हारी थी, तब इनका जन्म भी नहीं हुआ था और कुछ एक को छोड़कर बाकियों ने तो क्रिकेट का ककहरा भी नहीं सीखा होगा। लेकिन अब उनके सामने इस मैदान पर अपनी टीम की अजेय स्थिति बनाए रखने के साथ-साथ सबसे बड़े अंतर से सीरीज जीतने की चुनौती है।