
सिर्फ चार साल पहले की तो बात है, जब टीम इंडिया विंडीज दौरे पर गई थी. और अब चार साल बाद फिर से विंडीज धरती पर टीम रोहित पहुंची है. पिछले दिनों WTC Final में मुंह की खाने के बाद निश्चित तौर पर खिलाड़ी इस सीरीज के जरिए जख्मों पर मरहम लगाने की उम्मीद कर रहे होंगे, लेकिन यहां एक ऐसा भी खिलाड़ी है, जिसका दिल रो रहा है और यह सीरीज मानों उसके लिए जख्मों पर नमक छिड़कने जैसी हो चली है. चार साल पहले दो टेस्ट की सीरीज में हनुमा विहारी दोनों टीमों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले वाले बल्लेबाज थे, लेकिन आज उनका कोई नाम लेने वाला तक नहीं है.
"मैं 4-5 साल तक..." टेस्ट टीम की उपकप्तानी को लेकर Ajinkya Rahane ने दिया बड़ा बयान
किंगस्टन में खेले गए टेस्ट में विहारी ने छठे नंबर पर पहली पारी में 111 और दूसरी पारी में बिना आउट हुए 53 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद दस टेस्ट मैच के बाद आज विहारी को भी नहीं पता कि उनका आगे भविष्य क्या है. बुधवार को दलीप ट्रॉफी फाइनल में दक्षिण क्षेत्र की कप्तानी करने जा रहे विहारी ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि टीम में वापसी करना हमेशा ही मुश्किल होता है. एक बार जब आप बाहर हो जाते हैं, तो यह आपकी मनोदशा को भी प्रभावित करता है. मैं पिछले सीजन में इससे गुजर चुका हूं.
Hanuma Vihari said, "Ajinkya Rahane made a comeback at 35 which is a good sign. This proves that if the player has quality, there is always time to make a comeback. I am only 29, so I have a lot of time". (Sportstar). pic.twitter.com/4UdPsrCAxu
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) July 5, 2023
उन्होंने कहा कि इस सीजन में मैं हर बात को किनारे रख कर अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं. मैं अपने कौशल में सुधार पर काम कर रहा हूं. अगर सुधार होगा, तो होगा, अगर अगर नहीं होगा, तो मैं बेहतर करने की कोशिश करता रहूंगा. और अपने राज्य और क्षेत्र के लिए ज्यादा से ज्यादा योगदान देता रहूंगा.
भारतीय टीम से बाहर होने पर विहारी ने कहा कि मुझे लगता है कि जब भी मुझे मौका मिला, तो मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया. हो सकता है कि मेरा सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम के लिए पर्याप्त न रहा हो, लेकिन एक बार फिर मैं बेहतर करने की कोशिश करूंगा. बतौर खिलाड़ी होने के नाते आप यही कर सकते हैं. इस बल्लेबाज ने कहा कि निश्चित तौर पर टीम से बाहर होने के बाद खुद को प्रेरित करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यहां बेहतर करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
पिछले विंडीज दौरे में बेस्ट स्कोरर
विहारी ने साल 2019 में विंडीज दौरे में खेले 2 टेस्ट मैचों की चार पारियों में 96.33 के औसत से 289 रन बनाए. इसमें एक शतक और दो अर्द्धशतक शामिल थे. करियर की बात करें, तो विहारी ने अभी तक 16 टेस्ट मैचों में 1 शतक और 5 अर्द्धशतकों से 42.20 के औसत से 839 रन बनाए हैं.
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