सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन के तूफानी शतक के बाद वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई की स्पिन जोड़ी के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने किंग्समीड क्रिकेट ग्राउंड पर शुक्रवार को खेले गए पहले टी20 मैच में दक्षिण अफ्रीका को 61 रनों से हरा दिया. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए संजू के शतक और तिलक वर्मा की 18 गेंदों में 33 रनों की तूफानी पारी के दम पर 8 विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए. जीत के लिए 203 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम शुरू से ही दबाव में दिखी और 17.5 ओवर में 141 के स्कोर पर आउट हो गई. भारत के लिए चक्रवर्ती और बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट लिए. आवेश खान ने दो बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई जबकि अर्शदीप के खाते में एक विकेट आया. वहीं इस मैच में भारतीय टीम ने एक ऐसा रिकॉर्ड भी बनाया, जिसे इससे पहले कोई टीम नहीं बना पाई थी.
दरअसल, यह भारत की इस साल टी20 अंतरराष्ट्रीय की 23वीं जीत है. टीम इंडिया एक कैलेंडर ईयर में सबसे अधिक जीत हासिल करने वाली लिस्ट में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है. इस लिस्ट में पहले स्थान पर युगांड़ा है, जिसने 2023 में 29 मुकाबले जीत थे और उसका जीत प्रतिशत 87.9 का है. वहीं 2024 में टीम इंडिया का जीत प्रतिशत 95.60 का है, जो किसी भी टीम द्वारा एक कैलेंडर ईयर में कम से कम 12 मैच खेलने के बाद सबसे अधिक अच्छा है.
इसके अलावा भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 में जीत हार का रिकॉर्ड 7-3 का हो गया है. वहीं यह डरबन में दक्षिण अफ़्रीका की लगातार पांचवीं हार है, जो टी20 अंतर्राष्ट्रीय में किसी स्थान पर उनकी लगातार सबसे बड़ी हार. इस मैदान पर उनकी आखिरी जीत मार्च 2016 में आई थी.
बात अगर मैची की करें तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए अधिकतर रन बाउंड्री से आए. भारतीय पारी के दौरान 17 चौके और 13 छक्के लगे, जिसमें सैमसन के बल्ले से सात चौके और 10 छक्के आए. संजू सैमसन ने 50 गेंदों में 107 रन बनाए, जिसमें 88 रन बाउंड्री से बने. उन्होंने पॉइंट और कवर और स्क्वायर लेग और मिड-विकेट के बीच क्षेत्र में 19 गेंदों में 69 रन बनाए, और स्क्वायर के पीछे केवल 13 रन बनाए.
सैमसन ने स्पिनरों का जोरदार सामना किया और एडेन मार्कराम, केशव महाराज और नकाबा पीटर की संयुक्त रूप से 27 गेंदों का सामना करते हुए 58 रन बनाए. उन्होंने दो विस्फोटक साझेदारी भी की: अपने कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ 37 गेंदों पर 66 रन और तिलक वर्मा के साथ 34 गेंदों पर 77 रन.
इसके जवाब में एडेन मार्करम ने पहले ओवर में अर्शदीप सिंह को दो चौके जड़कर आक्रामक बल्लेबाजी की कोशिश की, लेकिन चौथी ही गेंद पर वह आउट हो गए. विकेट कीपर संजू सैमसन ने विकेट के पीछे उनका आसान सा कैच लपका. भारतीय गेंदबाज लगातार अंतराल पर विकेट निकालते रहे और दक्षिण अफ्रीका का कोई भी खिलाड़ी बड़ा स्कोर नहीं कर सका.
आवेश खान ने ट्रिस्टन स्टब्स (11) के रूप में चौथे ओवर में टीम को दूसरी सफलता दिलाई. उस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 30 रन था. छठे ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने रेयान रिकेल्टन (21) को तिलक वर्मा के हाथों कैच कराया. चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए हेनरिक क्लासेन ने टीम के लिए सबसे ज्यादा 25 रन बनाए. डेविड मिलर 18 और पैट्रिक क्रुगर एक रन पर आउट हुए.
एक समय 12.5 ओवर में 93 रन पर दक्षिण अफ्रीका के सात बल्लेबाज आउट हो चुके थे. मार्कों जेनसन (12) और गेराल्ड कोएट्जी (11 गेंद पर 23 रन) ने टीम के संघर्ष को आगे बढ़ाया. जेनसन को बिश्नोई ने पांड्या के हाथों कैच कराया. कोएट्जी 17वें ओवर में रन आउट हो गए. वह केशव महराज के शॉट पर सिंगल लेने के लिए भागे थे. बीच में दोनों बल्लेबाजों के बीच कुछ गफलत हुई और सूर्य कुमार यादव ने स्ट्राइकर एंड पर स्टंप्स बिखेर दिए. इसके बाद मैच में औपचारिकताएं रही गईं. पूरी टीम 19 गेंद शेष रहते 141 रन पर आउट हो गई.
(आईएएनएस से इनपुट के साथ)
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