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IND vs SA, 3rd ODI: गौतम के सामने गंभीर चैलेंज, करो-मरो की जंग में ये हैं 5 बड़े फैक्टर जो तय करेंगे मैच का नतीजा

IND vs SA, 3rd ODI: इस वनडे मैच में भारत के सामने 5 बड़ी चुनौती है और टीम मैनेजमेंट कैसे इन बड़ी चुनौती की काट निकालेगा, यह देखना काफी दिलचस्प होगा. 

IND vs SA, 3rd ODI: गौतम के सामने गंभीर चैलेंज,  करो-मरो की जंग में ये हैं 5 बड़े फैक्टर जो तय करेंगे मैच का नतीजा
IND vs SA, Gautam Gambhir : तीसरे वनडे में भारत के सामने तीन बड़ी चुनौती
  • विशाखापट्टनम की पिच बल्लेबाजों को मदद देती है और इस मैदान पर 270 से अधिक रन बनना आम बात है
  • डेथ ओवर्स में भारतीय बल्लेबाजों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा और गेंदबाजों को कसी गेंदबाजी करनी होगी
  • टॉस का निर्णय मैच के परिणाम पर प्रभाव डाल सकता है क्योंकि ओस की वजह से फील्डिंग चुनना बेहतर हो सकता है
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Gautam Gambhir faces three serious challenges in a do-or-die battle:  भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का आखिरी वनडे मैच विशाखापट्टनम में खेला जाएगा. दूसरे वनडे में जिस तरह से साउथ अफ्रीकी टीम जीतने में सफल रही है उसे देखते हुए यह माना जा सकता है कि तीसरे वनडे में भारतीय टीम को चुनौती का सामना करना पड़ेगा. इस वनडे मैच में भारत के सामने 5 बड़ी चुनौती है और टीम मैनेजमेंट कैसे इन बड़ी चुनौती की काट निकालेगा, यह देखना काफी दिलचस्प होगा. 

फिर से रनों से भरपूर पिच रायपुर जैसी ही

विशाखापट्टनम की पिच के बारे में बताया जा रहा है कि पिच बल्लेबाजों को ज्यादा मदद करती है और रनों का विशाल स्कोर बन सकता है. ACA-VDCA इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की पिच आम तौर पर बैटर-फ्रेंडली होती है, जिसमें बराबर बाउंस और पेस होता है, जिससे मैच की शुरुआत में स्ट्रोक खेलने में मदद मिलती है.  इस पिच पर 270 से ज़्यादा का स्कोर आसानी के साथ बन जाता है. ऐसे में अब गंभीर एंड कंपनी को बड़ा स्कोर बनाने के बारे में सोचना होगा और खासकर गेंदबाजी से बेहतरीन गेंदबाजी की उम्मीद करनी होगी. खासकर भारतीय गेंदबाज और बल्लेबाज डेथ ओवर्स में अपनी दिक्कतों से निपटना चाहेगी.  डेथ ओवर्स में भारतीय बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा रन बना सके और गेंदबाज  डेथ ओवर्स में कसी  हुए गेंदबाजी करें, तभी मैच भारत के पाले में गिर सकता है. 

ट़ॉस का बॉस बनना होगा

ओस के चलते टॉस की भूमिका फिर से अहम रहेगी. इस सीरीज में दूसरी पारी के दौरान ओस के चलते गेंदबाजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम पहले फील्डिंग करने का फैसला कर सकती है. दूसरे वनडे में मिली हार के बारे में राहुल ने ओस को ज्यादा जिम्मेदार बताया था. बता दें कि विशाखापट्टनम के डॉ. वाई एस राजशेखरा रेड्डी क्रिकेट स्टेडियम में अब तक कुल 10 मैच खेले गए हैं, जिसमें टारगेट का पीछा करने वाली टीम को 6 मैचों में जीत मिली है. एक मैच बराबरी पर खत्म हुआ है. इस मैदान पर औसत स्कोर  250 से 255 रन का है. इस मैदान पर भारत ने 10 मैच खेले हैं जिसमें 7 में जीत हासिल करने में सफल रही है.  बता दें कि भारत लगातार 20 वनडे मैच में टॉस हार चुका है. आज यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत की किस्मत टॉस के साथ रहती है या नहीं.

तेज गेंदबाजों को करना होगा कमाल

तीसरे वनडे में तेज गेंदबाजों को बेहतरीन गेंदबाजी करनी होगी, खासकर हार्षित राणा और प्रसिद्ध कृष्णा दोनों को, दोनों ने दूसरे वनडे में काफी रन दिए थे जिससे साउथ अफ्रीकी टीम आसानी के साथ रन बनाने में सफल रही थी. अब आखिरी वनडे में तेज गेंदबाजों को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी कर अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बनाना होगा. भारतीय गेंदबाज भी अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। अब भारत को उम्मीद होगी कि उनके युवा तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा अच्छा प्रदर्शन करेंगे और प्रभावशाली अर्शदीप सिंह का पूरा साथ देंगे. दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका सीरीज जीतने के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन वह तेज गेंदबाज बर्गर और बल्लेबाज टोनी डी जॉर्जी की फिटनेस को लेकर चिंतित है. यह देखना होगा कि ये दोनों खिलाड़ी इस मैच के लिए पूरी तरह फिट हो पाते हैं या नहीं.

स्पिनरों को भी विकेट नहीं मिले

दूसरे वनडे में स्पिनर्स फ्लॉप रहे थे. ऐसे में तीसरे वनडे में कुलदीप यादव पर नजर रहेगी. वाईएसआर स्टेडियम की पिच काली मिट्टी की होती है और यहां मिडिल ओवर्स में स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलती है. ऐसे में तीसरे वनडे में रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव पर बेहतरीन गेंदबाजी करने का दबाव होगा. दोनों स्पिन गेंदबाजों को इस पिच पर मदद मिल सकती है. बता दें कि 2019 में भारत vs साउथ अफ्रीका वनडे मैच में कुलदीप यादव ने इस मैदान पर 3 विकेट लिए थे.

कैच न छूटे

हालांकि यह खिलाड़ी की किस्मत पर निर्भर रहता है लेकिन "कैच छोड़ो, मैच गंवाओ" क्रिकेट की एक बहुत पुरानी और मशहूर कहावत है, जिसका मतलब है कि आसान कैच छूटने से खेल का नतीजा पलट सकता है. दूसरे वनडे में भी भारत की हार का एक अहम कारण कैच छूटना ही रहा था. ऐसे में आजके मैच में भारतीय खिलाड़ियों को चुस्त दुरुस्त फील्डिंग करने मैच का पासा पलटना होगा. 

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