Sunil Gavaskar Reaction on Virat Kohli vs Sam Konstas: विराट कोहली और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सैम कोंस्टास के बीच चौथे टेस्ट के पहले दिन बृहस्पतिवार को मैदान पर झड़प हो गई जिसके लिए भारतीय क्रिकेटर पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उनके खाते में एक डिमैरिट अंक जोड़ा गया. आस्ट्रेलियाई पारी के दसवें ओवर के बाद जब खिलाड़ी एक दूसरे के सामने से गुजर रहे थे तब कोहली और कोंस्टास के कंधे टकरा गए . दोनों खिलाड़ियों ने पलटकर एक दूसरे को घूरकर देखा और कुछ बोले भी. इस बीच आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने आकर दोनों को अलग किया. मैदानी अंपायरों ने भी दोनों से बात की.
विराट कोहली पर लगा जुर्माना
मैदानी अंपायर जोएल विल्सन और माइकल गफ, तीसरे अंपायर शरफुद्दौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर शॉन क्रेग ने कोहली पर आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन करने का आरोप लगाया. कोहली ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को स्वीकार कर लिया.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बयान में कहा,"विराट कोहली पर आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक का उल्लंघन करने के कारण उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है और उनके खाते में एक डिमैरिट अंक जोड़ा गया है." बयान के अनुसार,"इस मामले में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि कोहली ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को स्वीकार कर लिया."
कोंस्टास ने कोहली को लेकर कही ये बात
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कोंस्टास ने कहा कि कोहली जान बूझकर उनसे नहीं टकराये थे. उन्होंने कहा,"विराट कोहली गलती से मुझसे टकरा गए. यह क्रिकेट है और तनाव में ऐसा हो जाता है." कोंस्टास ने दूसरे सत्र के दौरान चैनल 7 से कहा,"मुझे लगता है कि हम दोनों पर जज्बात हावी हो गए थे. मुझे समझ में ही नहीं आया. मैं अपने दस्ताने पहन रहा था कि अचानक उनका कंधा मुझसे टकराया. क्रिकेट में यह सब होता रहता है."
कोहली की मैच फीस 15 लाख रुपए होगी लेकिन जुर्माना लगाए जाने के कारण अब उन्हें 12 लाख रुपए ही मिलेंगे. यह 2019 के बाद पहला अवसर है जबकि कोहली के खाते में डिमैरिट अंक जुड़ा है. अगर दो साल के अंदर किसी खिलाड़ी के खाते में चार डिमैरिट अंक जमा हो जाते हैं तो उसे एक टेस्ट मैच के लिए निलंबित कर दिया जाता है.
सुनील गावस्कर का भी आया रिएक्शन
वहीं भारत के पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने इस मामले पर कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी. इंडिया टुडे से बात करते हुए गावस्कर ने कहा,"मुझे नहीं पता है कि इसका कारण क्या था, लेकिन वास्तव में इसकी कोई ज़रूरत नहीं थी. हमें क्रिकेट के किसी भी ग्रेड में इसकी ज़रूरत नहीं है, निश्चित रूप से उच्चतम स्तर पर भी नहीं. आप फिजिकल हुए बिना भी बहुत ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल सकते हैं."
सुनील गावस्कर ने आगे कहा,"साथ ही मुझे लगता है कि हम सभी कोहली को खेल में अब तक के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक के रूप में याद रखना चाहते हैं, न कि किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में जिस पर जुर्माना लगाया गया हो या जिसे आईसीसी द्वारा सेंसर किया गया हो. हम यह नहीं सुनना चाहते हैं. इसलिए शायद वह इससे सीख लेंगे, उम्मीद है कि वह इससे सीखेंगे और इसे फिर से नहीं दोहराना चाहेंगे."
गावस्कर ने आगे कहा,"मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा उनके अंदर हैं. हमने हमेशा देखा है कि वह प्रत्येक विकेट, प्रत्येक कैच और अपने साथियों द्वारा की गई अच्छी फील्डिंग का जश्न कैसे मनाते हैं, हम यह समझते हैं और यह बहुत अच्छी बात है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय होना चाहिए."
गावस्कर ने कहा,"जब आप भारत के लिए खेल रहे हैं, अगर यह काफी बड़ा प्रोत्साहन नहीं है, तो मुझे नहीं पता कि आपको किस प्रोत्साहन की आवश्यकता है. भारत के लिए खेलना अपने आप में इतना बड़ा विशेषाधिकार है कि आप जानते हैं कि हम दुनिया की 69वीं रैंक वाली टीम या दुनिया की नंबर एक टीम के साथ खेल सकते हैं, जो पर्याप्त प्रेरणा होनी चाहिए."
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