भारतीय क्रिकेट में अगली पीढ़ी में जो कुछ स्टार क्रिकेटर उभरकर सामने आ रहे हैं, निश्चित तौर पर उसमें अगर रिंकू सिंह (Rinku Singh) पहले नंबर पर भले न हों, लेकिन दूसरे नंबर पर जरूर कहे जा सकते हैं. उत्तर प्रदेश के लिए खेलने वाले अलीगढ़ के रिंकू सिंह ने साल 2014 में अपने घरेलू वनडे (लिस्ट ए) करियर का आगाज किया था. और करियर के पहले ही मैच जयपुर में खेले गए इस मुकाबले में रिंकू ने 87 गेंदों पर 83 रन बनाकर अपने टैलेंट का परिचय दे दिया था. इसी मैच में कप्तानी पीयूष चावला कर रहे थे. और भारत vs दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज (IND vs SA 1st T20I) में कमेंट्री कर रहे चावला ने रिंकू से जुड़ा बहुत ही मजेदार किस्सा बयां किया.
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'शुरू में खिलाने का मन नहीं था'
चावला ने बताया कि उन्हें सेलेक्टर का फोन आया कि एक लड़का रिंकू है, 17 साल का है, उसे देखना. चावला ने सेलेक्टर से कहा कि रिंकू अभी रा (कच्चा, नया) है. इस साल इसे सिर्फ तराशेंगे. फिर चावला ने दो दिन रिंकू की नेट पर बैटिंग देखने के बाद सेलेक्टर से कहा कि वह उन्हें सभी मैचों में खिलाने जा रहे हैं. चावला ने रिंकू से साफ बोल दिया कि वह अगले चार मैचों में खेलने जा रहे हैं. और वह अगर इन चारों मैचों में शून्य पर भी आउट हो जाते हैं, तो भी कोई बात नहीं है.
उमेश की गेंद पर स्वीप शॉट से चौंकाया
चावला ने बताया कि उस समय टीम इंडिया के लिए खेल चुके उमेश यादव पीक पर थे. उन्होंने रिंकू को बाउंसर फेंकी, जिसे रिंकू ने डक कर दिया. और जब अगली गेंद यॉर्कर आई, तो रिंकू ने इसे स्वीप शॉट से छक्के में तब्दील कर सभी को हैरान कर दिया. बाद में जब कप्तान चावला ने रिंकू से सवाल किया कि यह क्या था, तो रिंकू ने बहुत ही कॉन्फिडेंस से कहा, "मुझे यकीन था कि बाउंसर के बाद यॉर्कर आएगी, तो मैं पहले से ही तैयार था. इसलिए छक्का जड़ने में बिल्कुल भी कोई झिझक नहीं थी'
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