बरिंदर सरां (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
ब्रिस्बेन वनडे से पहले टीम इंडिया में कम से कम दो खिलाड़ियों के हौसले पूरी तरह बुलंद नजर आ रहे हैं। एक हैं धमाकेदार बल्लेबाज रोहित शर्मा, तो दूसरे हैं पंजाब के बाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज बरिंदर सरां। बरिंदर ने पर्थ में हुए पहले वनडे में 56 रन देकर वनडे क्रिकेट के तीन दिग्गजों (एरॉन फिंच, डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ) के विकेट हासिल किए। कभी बॉक्सर बनने का सपना देखेने वाले इस युवा गेंदबाज ने इस मैच में खूब वाहवाही बटोरी।
पर्थ में मिली कामयाबी के बावजूद बरिंदर मानते हैं कि उन्हें अपनी गेंदबाजी पर काम करने की जरूरत है। Bcci.tv को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें "स्लो बंपर्स" पर काम करने की जरूरत होगी। वो कहते हैं कि पहले मैच के बाद उनसे दबाव तो हटा है, लेकिन उन्हें कुछ खास पहलुओं पर काम करने की जरूरत है।
कप्तान एमएस धोनी ने पहले मैच में उनकी कामयाबी पर खुशी तो जताई थी, लेकिन यह भी कहा था कि सिर्फ एक मैच के प्रदर्शन पर वो बरिंदर का आंकलन नहीं करना चाहते।
बरिंदर कहते हैं कि उन्होंने पहले मैच में "स्लो बंपर्स" डालने की कोशिश तो की, लेकिन ठीक से डाल नहीं सके। उनका मानना है कि वो पहले मैच से ज्यादा सटीक गेंदबाजी कर सकते हैं।
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दूसरे ही ओवर यानी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की नौवीं ही गेंद पर एरॉन फिंच का विकेट हासिल करने पर बरिंदर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। उसके बाद उन्होंने डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ के भी विकेट हासिल किए, लेकिन उन्हें अफसोस है कि वो स्टीवन स्मिथ और जॉर्ज बेली की पार्टनरशिप को सही समय पर नहीं तोड़ सके। वो मानते हैं कि स्मिथ-बेली की पार्टनरशिप टूट जाती, तो मैच का अंजाम कुछ और होता।
पर्थ में मिली कामयाबी के बावजूद बरिंदर मानते हैं कि उन्हें अपनी गेंदबाजी पर काम करने की जरूरत है। Bcci.tv को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें "स्लो बंपर्स" पर काम करने की जरूरत होगी। वो कहते हैं कि पहले मैच के बाद उनसे दबाव तो हटा है, लेकिन उन्हें कुछ खास पहलुओं पर काम करने की जरूरत है।
कप्तान एमएस धोनी ने पहले मैच में उनकी कामयाबी पर खुशी तो जताई थी, लेकिन यह भी कहा था कि सिर्फ एक मैच के प्रदर्शन पर वो बरिंदर का आंकलन नहीं करना चाहते।
बरिंदर कहते हैं कि उन्होंने पहले मैच में "स्लो बंपर्स" डालने की कोशिश तो की, लेकिन ठीक से डाल नहीं सके। उनका मानना है कि वो पहले मैच से ज्यादा सटीक गेंदबाजी कर सकते हैं।
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दूसरे ही ओवर यानी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की नौवीं ही गेंद पर एरॉन फिंच का विकेट हासिल करने पर बरिंदर की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। उसके बाद उन्होंने डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ के भी विकेट हासिल किए, लेकिन उन्हें अफसोस है कि वो स्टीवन स्मिथ और जॉर्ज बेली की पार्टनरशिप को सही समय पर नहीं तोड़ सके। वो मानते हैं कि स्मिथ-बेली की पार्टनरशिप टूट जाती, तो मैच का अंजाम कुछ और होता।
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