
न्यूजीलैंड के खिलाफ (India vs New Zealand) टी20 सीरीज के तीसरे मैच (3rd T20) में भारतीय टीम की 4 रन से हुई हार के बाद दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) आलोचकों और कुछ पूर्व क्रिकेटरों के निशाने पर थे. हालांकि इस मैच में कार्तिक ने साहस से भरी नाबाद पारी खेली थी लेकिन हर किसी का गुस्सा इस बात को लेकर था क्योंकि उन्होंने मैच के अहम मौके पर बैटिंग के दौरान सिंगल लेने से इनकार कर दिया था. कार्तिक ने जब यह रन लेने से इनकार किया, उस समय क्रुणाल (Krunal Pandya) पंड्या नॉन स्ट्राइकर एंड पर थे. आलोचकों का मानना था कि यदि कार्तिक (Dinesh Karthik) इस सिंगल से इनकार नहीं करते तो टीम इंडिया शेष गेंदों में जीत के लिए जरूरी रन बनाकर मैच जीत सकती थी. बहरहाल, इस मुद्दे पर दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने अब मुंह खोला है. उन्होंने कहा कि मैंने सिंगल लेने से इनकार इसलिए किया था क्योंकि मुझे विश्वास था कि अगली गेंद पर मैं छक्का मार सकता हूं.
Congratulations to New Zealand on winning the series 2-1 #NZvIND pic.twitter.com/x829ObFkBN
— BCCI (@BCCI) February 10, 2019
संजय मांजरेकर ने सिंगल नहीं लेने को बताया कार्तिक की बड़ी भूल तो फैंस ने यूं दिया जवाब..
कार्तिक ने कहा, 'निर्णायक तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में क्रुणाल पंड्या (Krunal Pandya) को एक रन लेने से इनकार करने के बाद उन्हें विश्वास था कि वह छक्का मार सकते हैं.' हैमिल्टन में रविवार को तीसरे और अंतिम टी20 में चीजें भारतीय टीम की योजना के अनुसार नहीं हुई और कार्तिक ने साफगोई से स्वीकार किया. भारत को अंतिम ओवर में 16 रन की दरकार थी. कार्तिक ने तीसरी गेंद पर बड़े शॉट खेलने में सक्षम क्रुणाल को एक रन लेने से इनकार कर दिया जिसके बाद यह बहस शुरू हुई कि उन्होंने सही फैसला किया या नहीं. कार्तिक ने बुधवार को कहा, ‘मुझे लगता है कि उस स्थिति (145 रन पर छह विकेट) के बाद मैंने और क्रुणाल ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की. हम मैच को ऐसी स्थिति में लाने में सफल रहे जहां गेंदबाज दबाव में थे. हमें काम खत्म करने का यकीन था. और उस समय (एक रन लेने से इनकार करने के बाद) मुझे विश्वास था कि मैं छक्का मार सकता हूं.'
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पिछले कुछ वर्षों में कार्तिक (Dinesh Karthik) छोटे फॉर्मेटमें भारत के लिए सबसे प्रभावी फिनिशर में से एक के रूप में उभरे हैं. हाल ही में बातचीत के दौरान उन्होंने स्वीकार किया था कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें फिनिशर का रोल सौंपा है और वे इसके लिए बल्लेबाजी में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. कार्तिक हैमिल्टन में चूक गए लेकिन वह और क्रुणाल ही मैच को अंतिम ओवर तक लेकर गए जबकि टीम इंडिया 16वें ओवर में 145 रन तक छह विकेट गंवा चुकी थी और उसे जीत के लिए 28 ओवर में 68 रन की जरूरत थी. उन्होंने कहा, ‘मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में कई बार आपको दबाव में बड़े शॉट खेलने की अपनी क्षमता पर विश्वास करना होता है. उस समय अपने जोड़ीदार पर भरोसा करना भी महत्वपूर्ण है. उस मौके पर मैं उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा लेकिन क्रिकेट के खेल में ऐसी चीजें होती हैं. 'कार्तिक और क्रुणाल ने 28 गेंद में 63 रन की अटूट साझेदारी की लेकिन यह भारत को हार से बचाने के लिए काफी नहीं था. भारत ने यह मैच चार रन से गंवाकर सीरीज भी 1-2 से गंवा दी.
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यह पूछने पर कि क्या एक रन लेने से इनकार करने पर टीम प्रबंधन ने उनसे बात की, कार्तिक ने कहा, ‘वे सभी स्थिति से अवगत थे और जानते थे कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. उस दिन हम काफी अच्छे नहीं थे. लेकिन सहयोगी स्टाफ लंबे समय से हमारे साथ है इसलिए इसे समझता है (हमारी योजना को).'लगभग 15 साल पहले अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले कार्तिक अब तक सिर्फ 26 टेस्ट, 91 वनडे और 30 टी20 ही खेल पाए हैं. पिछले 24 महीने में हालांकि उनकी उनके करियर में नई जान आ गई है और वह 20 वनडे और 21 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं जबकि आठ साल से अधिक समय बाद टेस्ट टीम में वापसी करने में भी सफल रहे. मुंबई के दिग्गज अभिषेक नायर को अपनी हाल की सफलता का श्रेय देने वाले कार्तिक को याद नहीं कि उन्होंने कभी इससे बेहतर बल्लेबाजी की हो. लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद कार्तिक को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी टी20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है जो मई-जुलाई में होने वाले विश्व कप से पूर्व भारत की अंतिम श्रृंखला है. कार्तिक ने कहा कि वह एक बार फिर खुद को साबित करने के लिए तैयार हैं. (इनपुट: PTI)
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