Hanuma Vihari Resigned: भारतीय टीम 2020-2021 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी और इस दौरे पर टीम इंडिया ने ऐतिहासिक गाबा मैदान पर जीत दर्ज करके इतिहास रचा था. गाबा में सीरीज का चौथा मैच हुआ था और उससे पहले सीरीज का तीसरा मुकाबला जो सिडनी में खेला गया था, उसमें हनुमा विहारी ने शानदार प्रदर्शन करके भारत को मैच ड्रा करवाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस मैच में हनुमा विहारी ने हैमस्ट्रिंग से जूझते हुए अश्विन के साथ मिलकर भारत को मैच ड्रा करवाने में अहम भूमिका निभाई.
हालांकि, इस सीरीज के बाद इस खिलाड़ी ने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है. हनुमा विहारी ने जुलाई 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था. इसके बाद से हनुमा विहारी लगातार घरेलू क्रिकेट में खेल रहे हैं और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, हनुमा विहारी ने बीते दिनों ही अचानक से आंध्रा की कप्तानी छोड़कर सबको हैरान कर दिया. हनुमा विहारी ने अचानक से कप्तानी क्यों छोड़ी, इसको लेकर बताया गया कि वह बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते हैं और इसीलिए उन्होंने यह फैसला लिया है. हालांकि, एक रिपोर्ट में एक अलग ही बात सामने आई है.
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क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 रणजी ट्रॉफी के दूसरे दौर में मुंबई के खिलाफ मैच से पहले विहारी को आंध्र के कप्तान के रूप में अनौपचारिक रूप से बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, इसे पद छोड़ने का स्वैच्छिक निर्णय कहा जा रहा है. हनुमा विहारी के कप्तानी छोड़ने के बाद रिकी भुई को आंध्रा का कप्तान बनाया गया है. मुख्य चयनकर्ता आरवीसीएच प्रसाद ने कहा, "वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ब्रेक लेना चाहते थे, उन्हें हटाने का कोई दबाव नहीं था." टीम मैनेजर जुगल किशोर घिया ने भी यही बात कही है. आंध्र के पूर्व खिलाड़ी और दिग्गज घिया ने मुंबई-आंध्र रणजी मैच के इतर क्रिकबज से कहा,"वहां कोई विवाद नहीं है. यह विहारी का निजी फैसला था."
रिपोर्ट की मानें तो जो लोग आंध्र क्रिकेट को करीब से देखते हैं, उनके पास सीज़न के मध्य में कप्तानी में बदलाव को लेकर एक अलग कहानी है. ऐसा कहा जाता है कि विहारी ने पिछले हफ्ते विशाखापत्तनम में पहले मैच के दौरान एक रिजर्व खिलाड़ी (जिसका नाम उनके करियर को बचाने के लिए जानबूझकर छुपाया गया है) के खिलाफ अपना गुस्सा/हताशा निकाला था.
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रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ी के पिता एक प्रभावशाली व्यक्ति माने जाते हैं और उन्होंने एसोसिएशन से कप्तान के खिलाफ शिकायत की. अध्यक्ष शरत चंद्र रेड्डी की अध्यक्षता में आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने शिकायत को गंभीरता से लिया और चयनकर्ताओं को विहारी की जगह एक नया कप्तान बनाने के लिए मजबूर किया. संयोग से, उस खिलाड़ी को मुंबई मैच के लिए नियमित 15 में नामित किया गया है, हालांकि वह प्लेइंग इलेवन में नहीं थे.
हनुमा विहारी ने मुंबई मैच से पहले आंध्र के लिए 30 मैच खेले और इन सभी में वो टीम के कप्तान थे. इस दौरान उन्होंने अच्छी कप्तानी की. हनुमा विहारी 53 की औसत से 2000 (2262) से अधिक रन बनाने वाले आंध्र के 10 बल्लेबाजों में से एक हैं. हालांकि, विहारी का हैदराबाद से कनेक्शन कई लोगों को अच्छा नहीं लगता और वो उन्हें एक बाहरी व्यक्ति के रूप में देखते हैं. रिपोर्ट की मानें तो आंध्रा क्रिकेट में एक वर्ग ऐसा भी है जो चाहता है कि वर्तमान में इंडिया ए के लिए खेल रहे केएस भरत को कप्तान बनाया जाए. वह टीम के सफेद गेंद के कप्तान हैं. एक वर्ग ऐसा भी है जो चाहता है कि अंडर-19 विश्व कप विजेता उप-कप्तान युवा शेख रशीद को कप्तान बनाया जाए. रशीद टीम के नए उप-कप्तान हैं.
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