शाहिद अफरीदी ने पहले भी मैच फिक्सिंग के मामले में कड़ा रुख अपनाने की बात कही थी...
कराची:
पाकिस्तानी क्रिकेट इन दिनों मैच फिक्सिंग के साये में है. पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान सामने आया स्पॉट फित्सिंग विवाद बढ़ता जा रहा है. अब तक पांच खिलाड़ियों को संदेह के घेरे में निलंबित किया जा चुका है. इस बीच पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों ने इस पर प्रतिक्रिया भी देनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में दिग्गज बल्लेबाज शाहिद अफरीदी और मोहम्मद हफीज ने पीसीबी से मांग की है कि इस मामले की गहरी जांच होनी चाहिए और दोषी खिलाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इतना ही नहीं दोनों का कहना है कि दोषियों को कड़ी सजा देकर क्रिकेट से बाहर कर देना चाहिए.
शाहिद अफरीदी ने पूर्व में सामने आए मामलों को लेकर बोर्ड की ओर से लापरवाही बरते जाने का संकेत देते हुए कहा कि हमने पहले के खिलाड़ियों को एक समय के बाद राहत देकर अच्छा नहीं किया. अफरीदी ने मैच फिक्सिंग के दोषी रहे मोहम्मद आमिर आदि की वापसी का भी विरोध किया था.
शाहिद अफरीदी ने इस मामले पर जियो न्यूज चैनल से कहा, ‘समस्या यह है कि ये स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण पाकिस्तानी क्रिकेट को नुकसान पहुंचाना जारी रखेंगे क्योंकि हमने उदाहरण पेश नहीं किए. जो खिलाड़ी इसमें लिप्त होकर दोषी पाए गए थे, उन्हें सजा नहीं दी.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी फिक्सिंग में दोषी पाया जाता है तो उसे घरेलू क्रिकेट में भी खेलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. बीते समय में हमने कड़े फैसले नहीं किए. अगर इन खिलाड़ियों को चार या पांच साल की सजा काटने के बाद फिर से खेलने की अनुमति दे दी जाती है तो कोई फायदा नहीं.’
मोहम्मद हफीज ने लाहौर में कहा कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों को पूरी सजा दी जानी चाहिए ताकि खिलाड़ी इस तरह की चीज करने से पहले दो बार सोचे.
उन्होंने कहा, ‘मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन ये फिक्सिंग प्रकरण हमारे क्रिकेट को बीते समय में भी काफी नुकसान पहुंचा चुके हैं.’
गौरतलब है कि अब तक हुई जांच में पाकिस्तान के पांच क्रिकेटरों को संदेह के कारण निलंबित किया जा चुका है. शुक्रवार को बल्लेबाज शाहजेब हसन को भी अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया था. उनको आरोप पत्र भी दिया गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बयान में कहा कि उसने हसन को आरोप का नोटिस जारी किया है और क्रिकेट के सभी प्रारूपों में हिस्सा लेने से तुरंत प्रभाव से अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. इससे पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को भी निलंबित कर दिया था.
शारजील खान, खालिद लतीफ और मोहम्मद इरफान तो नेशनल टीम का हिस्सा हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पिछले दिनों ही करीब सात फुट लंबे तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को पाकिस्तान क्रिकेट लीग (पीएसएल) से जुड़े स्पॉट फिक्सिंग मामले में निलंबित (सस्पेंड) किया था.
मोहम्मद इरफान से पहले शारजील खान, खालिद लतीफ और नासिर जमशेद को भी यह सजा दी गई थी. पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने पाकिस्तान के तीन खिलाड़ियों मोहम्मद इरफान, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन से भी पाकिस्तान सुपर लीग में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में पूछताछ की थी. हालांकि, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन को गलत नहीं पाया गया है. गौरतलब है कि शारजील, खालिद और इरफान तीनों पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड टीम की ओर से खेलते हैं, जिसके कप्तान मिस्बाह उल हक हैं. इस्लामाबाद टीम प्रबंधन ने इस प्रकरण के सामने आने के बाद इरफान को दूसरे मैच में नहीं खिलाया था जबकि वह टीम की ओर से पहले मैच में खेले थे.
(इनपुट भाषा से भी)
शाहिद अफरीदी ने पूर्व में सामने आए मामलों को लेकर बोर्ड की ओर से लापरवाही बरते जाने का संकेत देते हुए कहा कि हमने पहले के खिलाड़ियों को एक समय के बाद राहत देकर अच्छा नहीं किया. अफरीदी ने मैच फिक्सिंग के दोषी रहे मोहम्मद आमिर आदि की वापसी का भी विरोध किया था.
शाहिद अफरीदी ने इस मामले पर जियो न्यूज चैनल से कहा, ‘समस्या यह है कि ये स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण पाकिस्तानी क्रिकेट को नुकसान पहुंचाना जारी रखेंगे क्योंकि हमने उदाहरण पेश नहीं किए. जो खिलाड़ी इसमें लिप्त होकर दोषी पाए गए थे, उन्हें सजा नहीं दी.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी फिक्सिंग में दोषी पाया जाता है तो उसे घरेलू क्रिकेट में भी खेलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. बीते समय में हमने कड़े फैसले नहीं किए. अगर इन खिलाड़ियों को चार या पांच साल की सजा काटने के बाद फिर से खेलने की अनुमति दे दी जाती है तो कोई फायदा नहीं.’
मोहम्मद हफीज ने लाहौर में कहा कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों को पूरी सजा दी जानी चाहिए ताकि खिलाड़ी इस तरह की चीज करने से पहले दो बार सोचे.
उन्होंने कहा, ‘मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन ये फिक्सिंग प्रकरण हमारे क्रिकेट को बीते समय में भी काफी नुकसान पहुंचा चुके हैं.’
गौरतलब है कि अब तक हुई जांच में पाकिस्तान के पांच क्रिकेटरों को संदेह के कारण निलंबित किया जा चुका है. शुक्रवार को बल्लेबाज शाहजेब हसन को भी अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया था. उनको आरोप पत्र भी दिया गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बयान में कहा कि उसने हसन को आरोप का नोटिस जारी किया है और क्रिकेट के सभी प्रारूपों में हिस्सा लेने से तुरंत प्रभाव से अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. इससे पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को भी निलंबित कर दिया था.
शारजील खान, खालिद लतीफ और मोहम्मद इरफान तो नेशनल टीम का हिस्सा हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पिछले दिनों ही करीब सात फुट लंबे तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को पाकिस्तान क्रिकेट लीग (पीएसएल) से जुड़े स्पॉट फिक्सिंग मामले में निलंबित (सस्पेंड) किया था.
मोहम्मद इरफान से पहले शारजील खान, खालिद लतीफ और नासिर जमशेद को भी यह सजा दी गई थी. पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने पाकिस्तान के तीन खिलाड़ियों मोहम्मद इरफान, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन से भी पाकिस्तान सुपर लीग में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में पूछताछ की थी. हालांकि, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन को गलत नहीं पाया गया है. गौरतलब है कि शारजील, खालिद और इरफान तीनों पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड टीम की ओर से खेलते हैं, जिसके कप्तान मिस्बाह उल हक हैं. इस्लामाबाद टीम प्रबंधन ने इस प्रकरण के सामने आने के बाद इरफान को दूसरे मैच में नहीं खिलाया था जबकि वह टीम की ओर से पहले मैच में खेले थे.
(इनपुट भाषा से भी)
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