गौतम गंभीर ने बतायी वजह कि क्यों राहुल द्रविड़ को मिलेगी बतौर हेड कोच सफलता

Ind vs Nz: गंभीर के अलावा पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने कहा कि राहुल की युद्ध जैसे मानसिकता और नेतृत्व की योग्यता वह बात है, जो हेड कोच की भूमिका को महत्वपूर्ण बना देती है

गौतम गंभीर ने बतायी वजह कि क्यों राहुल द्रविड़ को मिलेगी बतौर हेड कोच सफलता

भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर

खास बातें

  • द्रविड़ के नए रोल को लेकर दिग्गजों के आ रहे लगातार विचार
  • द वॉल को ही हो रही है जमकर तारीफ
  • द्रविड़ की मानसिकता वॉर जैसी-चोपड़ा
नयी दिल्ली:

पूर्व ओपनर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का मानना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि नवनियुक्त राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) एक सफल कोच साबित होंगे. गौतम ने कहा कि मैंने राहुल की कप्तानी में देखा कि उनके काम करने का तरीका अविश्वसनीय है और वह टीम के लिए एक वेल्यू लेकर आते हैं.  पूर्व लेफ्टी बल्लेबाज ने ये बातें स्टार-स्पोर्टस चैनल के एक कार्यक्रम में कहीं. जब से राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच बने हैं, तब गावस्कर सहित कई देशी और विदेशी खिलाड़ियों ने द वॉल की जमकर तरीफ करते हुए उनके नए रोल का स्वागत किया है. 

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गौतम ने कहा कि द्रविड़ ने भारतीय टीम का नेतृत्व किया है. उनका काम करने का तरीका बहुत ही अविश्वसनीय है. जब राहुल द्रविड़ जब खेला करते थे, तो हम सोचा करते थे कि जब तक राहुल क्रीज पर हैं, तब तक भारतीय बल्लेबाजी सुरक्षित और मजबूत है. यही वजह है कि मुझे भरोसा है कि द्रविड़ हेड कोच की नयी जिम्मेदारी को भी कुछ इसी तरह से निभाएंगे. 


याद दिला दें कि हेड कोच की जिम्मेदारी लेने से पहले राहुल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के निदेशक के रूप में काम कर रहे थे. उससे पहले उन्होंने चार साल पहले तक भारत ए और अंडर-19 टीमों के कोच की भूमिका निभायी थी. उनकी कोचिंग में भारत दो बार अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी पहुंचा था. 

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गंभीर के अलावा पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने कहा कि राहुल की युद्ध जैसे मानसिकता और नेतृत्व की योग्यता वह बात है, जो हेड कोच की भूमिका को महत्वपूर्ण बना देती है. उन्होंने कहा कि जब आप राहुल द्रविड़ के बारे में सोचते हो, तो पहली बात जो जहन में आती है, वह प्रक्रिया, योजना, इस योजना का अमलीकरण और आगे देखना जैसी बातें आती हैं. द्रविड़ छोटी लड़ाइयां हारने से नहीं डरते, बल्कि वह पूरी लड़ाई जीतने की योजना बनाते हैं. ऐसे में यह युद्ध जीतने जैसी मानसिकता और रवैया टीम इंडिया के साथ आएगा. 

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