विशाखापट्टनम:
भारतीय टीम में वापसी की कवायद में जुटे गौतम गंभीर की दिलकश पारी से दिल्ली ने बंगाल को 93 गेंद शेष रहते हुए चार विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई।
दिल्ली की इस जीत में उसके गेंदबाजों का भी अहम योगदान रहा, जिन्होंने पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाले बंगाल को 40.1 ओवर में 156 रन पर ढेर किया। इसके बाद गंभीर ने 78 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 69 रन बनाए, जिससे दिल्ली ने 34.3 ओवर में चार विकेट पर 160 रन बनाकर शान से फाइनल में प्रवेश किया। बंगाल के लिए सुबह से कुछ भी अनुकूल नहीं रहा।
दिल्ली के कप्तान रजत भाटिया ने टॉस जीतकर बंगाल को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। उसका शीर्ष क्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया तथा 13वें ओवर और 32 रन तक उसके चार विकेट पैवेलियन लौट गए। इसके बाद मनोज तिवारी (87) और कप्तान लक्ष्मीरतन शुक्ला (30) ने पांचवें विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की।
बंगाल की तरफ से केवल तिवारी और शुक्ला ही दोहरे अंक में पहुंचे। भाटिया ने शुक्ला को अपनी ही गेंद पर कैच किया, जिसके बाद दिल्ली के गेंदबाजों को निचले क्रम के बल्लेबाजों को समेटने में परेशानी नहीं हुई। तिवारी ने एक छोर संभाले रखा। वह आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 111 गेंद खेली तथा 10 चौके और दो छक्के लगाए।
दिल्ली की तरफ से लेग स्पिनर वरुण सूद सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने 48 रन देकर तीन विकेट लिए। उनके अलावा भाटिया, प्रदीप सांगवान और सुमित नारवाल ने दो-दो विकेट लिए। छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरे दिल्ली ने ध्रुव शोरे (10) का विकेट जल्दी गंवा दिया, लेकिन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए गंभीर ने किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई और आसानी से रन बटोरे। उन्होंने इस बीच कुछ खूबसूरत शॉट जमाकर बंगाल की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद 22 और मिलिंद कुमार 18 रन बनाकर आउट हो गए, लेकन भाटिया ने बल्ले से भी कमाल दिखाया और 32 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से नाबाद 28 रन की पारी खेली।
दिल्ली की इस जीत में उसके गेंदबाजों का भी अहम योगदान रहा, जिन्होंने पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाले बंगाल को 40.1 ओवर में 156 रन पर ढेर किया। इसके बाद गंभीर ने 78 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 69 रन बनाए, जिससे दिल्ली ने 34.3 ओवर में चार विकेट पर 160 रन बनाकर शान से फाइनल में प्रवेश किया। बंगाल के लिए सुबह से कुछ भी अनुकूल नहीं रहा।
दिल्ली के कप्तान रजत भाटिया ने टॉस जीतकर बंगाल को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। उसका शीर्ष क्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया तथा 13वें ओवर और 32 रन तक उसके चार विकेट पैवेलियन लौट गए। इसके बाद मनोज तिवारी (87) और कप्तान लक्ष्मीरतन शुक्ला (30) ने पांचवें विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की।
बंगाल की तरफ से केवल तिवारी और शुक्ला ही दोहरे अंक में पहुंचे। भाटिया ने शुक्ला को अपनी ही गेंद पर कैच किया, जिसके बाद दिल्ली के गेंदबाजों को निचले क्रम के बल्लेबाजों को समेटने में परेशानी नहीं हुई। तिवारी ने एक छोर संभाले रखा। वह आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 111 गेंद खेली तथा 10 चौके और दो छक्के लगाए।
दिल्ली की तरफ से लेग स्पिनर वरुण सूद सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने 48 रन देकर तीन विकेट लिए। उनके अलावा भाटिया, प्रदीप सांगवान और सुमित नारवाल ने दो-दो विकेट लिए। छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरे दिल्ली ने ध्रुव शोरे (10) का विकेट जल्दी गंवा दिया, लेकिन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए गंभीर ने किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई और आसानी से रन बटोरे। उन्होंने इस बीच कुछ खूबसूरत शॉट जमाकर बंगाल की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद 22 और मिलिंद कुमार 18 रन बनाकर आउट हो गए, लेकन भाटिया ने बल्ले से भी कमाल दिखाया और 32 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से नाबाद 28 रन की पारी खेली।
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