किले से मैच देखते लोग
गॉल:
गॉल टेस्ट के तीसरे दिन प्रेस बॉक्स में डीआरएस को लेकर खूब चर्चा हुई। अंपायर के कम से कम तीन निर्णय गलत थे जो भारत के खिलाफ गए। श्रीलंका की पहली पारी में कौशल सिल्वा भी गलत आउट दिए गए थे। अगर डीआरएस होता तो भारत फ़ायदे में होता। श्रीलंका में ही 2008 में पहली बार डीआरएस यानी डिसीजन रिव्यू सिस्टम का इस्तेमाल हुआ था। तब बीस रेफरल में से सिर्फ एक का फायदा भारत को मिला। तब से बीसीसीआई इसके खिलाफ रही है। द्विपक्षीय सीरीज़ में भारत इसका इस्तेमाल नहीं करने देता। विदेशी मीडिया कहती रही है कि सचिन तेंदुलकर डीआरएस के खिलाफ थे। इसलिए बीसीसीआई इसका विरोध करती रही है। वैसे आईसीसी के मैचों में डीआरएस लागू रहता है।
2013 में चैंपियन ट्रॉफी के दौरान भारत ने इसका भरपूर फायदा उठाया था। मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने कुछ समय पहले संकेत दिए थे कि डीआरएस पर फिर से विचार किया जा सकता है।
दूसरे दिन की तुलना में गॉल टेस्ट के तीसरे दिन ज्यादा संख्या में दर्शक मैदान पर पहुंचे। गॉल में कुमार संगकारा की आखिरी पारी देखने के लिए। गॉल फोर्ट पर से मैच देखने वाले दर्शकों की संख्या भी काफी ज्यादा थी। श्रीलंकाई टीम के 79 साल के दिग्गज फैन और वन मैन चीयरलीडर पर्सी अबयसेकरा सुबह से ही पूरी तैयारी के साथ आए हुए थे। वे साठ साल से श्रीलंकाई टीम का हौसला बढ़ाने का काम करते रहे हैं। 1948 में सर डॉनल्ड ब्रैडमैन सिलोन आए थे तब से अब तक वे श्रीलंका क्रिकेट के इतिहास के गवाह हैं। संगकारा जैसे ही 40 रन बनाकर आउट हुए, दर्शक मैदान से उठकर जाने लगे।
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर कॉमेंट्री करने श्रीलंका आए हुए हैं। गावस्कर चाहते थे कि गॉल टेस्ट तीन दिनों में खत्म हो जाए। दरअसल लिटिल मास्टर मुंबई वापस जा रहे हैं। 15 अगस्त को उनकी मां का जन्मदिन होता है। इस बार जन्मदिन खास है। गावस्कर की मां 90 साल की हो जाएंगी। पूरा गावस्कर परिवार जन्मदिन के लिए जुट रहा है। जन्मदिन मना कर वे कोलंबो पहुंचेंगे दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच की कॉमेंट्री करने के लिए।
मैच के दौरान एक मजेदार घटना हुई। चायकाल के समय एक लंगूर मैदान में घुस आया। इस कारण खेल कुछ क्षण के लिए रोकना पड़ा। लंगूर मैदान से निकलकर सीधे भारतीय ड्रेसिंग रूम की तरफ गया। सुरक्षाकर्मियों को उसे भगाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
2013 में चैंपियन ट्रॉफी के दौरान भारत ने इसका भरपूर फायदा उठाया था। मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने कुछ समय पहले संकेत दिए थे कि डीआरएस पर फिर से विचार किया जा सकता है।
दूसरे दिन की तुलना में गॉल टेस्ट के तीसरे दिन ज्यादा संख्या में दर्शक मैदान पर पहुंचे। गॉल में कुमार संगकारा की आखिरी पारी देखने के लिए। गॉल फोर्ट पर से मैच देखने वाले दर्शकों की संख्या भी काफी ज्यादा थी। श्रीलंकाई टीम के 79 साल के दिग्गज फैन और वन मैन चीयरलीडर पर्सी अबयसेकरा सुबह से ही पूरी तैयारी के साथ आए हुए थे। वे साठ साल से श्रीलंकाई टीम का हौसला बढ़ाने का काम करते रहे हैं। 1948 में सर डॉनल्ड ब्रैडमैन सिलोन आए थे तब से अब तक वे श्रीलंका क्रिकेट के इतिहास के गवाह हैं। संगकारा जैसे ही 40 रन बनाकर आउट हुए, दर्शक मैदान से उठकर जाने लगे।
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर कॉमेंट्री करने श्रीलंका आए हुए हैं। गावस्कर चाहते थे कि गॉल टेस्ट तीन दिनों में खत्म हो जाए। दरअसल लिटिल मास्टर मुंबई वापस जा रहे हैं। 15 अगस्त को उनकी मां का जन्मदिन होता है। इस बार जन्मदिन खास है। गावस्कर की मां 90 साल की हो जाएंगी। पूरा गावस्कर परिवार जन्मदिन के लिए जुट रहा है। जन्मदिन मना कर वे कोलंबो पहुंचेंगे दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच की कॉमेंट्री करने के लिए।
मैच के दौरान एक मजेदार घटना हुई। चायकाल के समय एक लंगूर मैदान में घुस आया। इस कारण खेल कुछ क्षण के लिए रोकना पड़ा। लंगूर मैदान से निकलकर सीधे भारतीय ड्रेसिंग रूम की तरफ गया। सुरक्षाकर्मियों को उसे भगाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
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