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This Article is From May 15, 2012

फिक्सिंग मामला : 5 खिलाड़ी हुए निलम्बित, मोहनीश ने गलती मानी

फिक्सिंग मामला : 5 खिलाड़ी हुए निलम्बित, मोहनीश ने गलती मानी
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन पांच क्रिकेट खिलाड़ियों को तत्काल प्रभाव से 15 दिन के लिए निलम्बित करने का फैसला किया है, जिनका नाम ताजातरीन स्पॉट फिक्सिंग मामले से जुड़ा है।

इधर, प्रतिबंधित पांच खिलाड़ियों में से एक मोहनीश मिश्रा ने माना है कि उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान फ्रेंचाइजी द्वारा अतिरिक्त धन देने की बात कही थी। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा बस 'यूं ही' कह दिया था। उन्हें कोई अतिरिक्त धन नहीं दिया गया है। ऐसा कहने के लिए उन्होंने माफी भी मांगी है।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कमिश्नर राजीव शुक्ला ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इन खिलाड़ियों को एक टेलीविजन चैनल द्वारा कराए गए स्टिंग ऑपरेशन में धन लेकर जानबूझकर नो बॉल फेंकने की बात करते दिखाया गया है।

इस सम्बंध में बीसीसीआई ने जो जांच शुरू की है, उसकी समिति के प्रमुख पूर्व सीबीआई अधिकारी रवि सवानी ने कहा, "बीसीसीआई ने पांच खिलाड़ियों को जांच पूरी होने तक निलम्बित कर दिया है। हमें 15 से 20 दिनों के भीतर रिपोर्ट बोर्ड को सौंपनी है और इस दौरान ये खिलाड़ी निलम्बित रहेंगे।"

सवानी इससे पहले आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी इकाई के अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं। सवानी ने बताया कि निलम्बित किए गए खिलाड़ी टीपी सुधींद्र (डेक्कन चार्जर्स), मोहनीश मिश्रा (पुणे वॉरियर्स), अमित यादव (किंग्स इलेवन), शलभ श्रीवास्तव (किंग्स इलेवन) और अभिनव बाली (दिल्ली) शामिल हैं।

इससे पहले, एक निजी टीवी चैनल द्वारा क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग को उजागर करने के उद्देश्य से किए गए स्टिंग ऑपरेशन की चपेट में आए पांच आईपीएल क्रिकेटरों को सस्पेंड करने की सिफारिश कर दी गई थी। सूत्रों से मिली इस ख़बर के मुताबिक आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने यह फैसला किया था।

मंगलवार को ही लोकसभा में भी भाजपा नेता और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने यह मामला उठाया और इसकी विस्तृत जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में एक निजी टीवी चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में कुल पांच खिलाड़ियों पर आरोप लगाए गए हैं। डेक्कन चार्जर्स के तेज़ गेंदबाज़ टीपी सुधींद्र ने एक घरेलू मैच में नो-बॉल डालने के लिए चालीस हज़ार रुपये मांगे हैं।

इतना ही नहीं, इसी स्टिंग ऑपरेशन में किंग्स इलेवन के शलभ श्रीवास्तव भी नो-बॉल के लिए दस लाख रुपये मांग रहे हैं।

टीवी चैनल ने दावा किया कि उसने आईपीएल में खिलाड़ियों, आयोजकों, मालिकों और भारतीय क्रिकेट के जाने-माने लोगों के बीच ‘संदिग्ध सौदों’ का भंडाफोड़ किया है। इसके बाद बीसीसीआई को चेतावनी देनी पड़ी कि अगर यह खबर सही निकली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

टीवी चैनल का दावा था कि उसने एक स्टिंग ऑपरेशन किया है, जिसमें कई खिलाड़ियों को छिपे हुए कैमरे में यह स्वीकार करते हुए कैद किया गया है कि उन्हें अनधिकृत रूप से नीलामी में तय राशि से कहीं अधिक पैसा मिलता है।

चैनल के मुताबिक उसके ऑपरेशन में खुलासा हुआ कि आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मौजूद ही नहीं है, बल्कि प्रथम श्रेणी मैचों को भी फिक्स किया जाता है और महिलाएं मैच फिक्सिंग में अहम भूमिका निभाती हैं।

चैनल ने एक बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार और यहां तक कि एक टीम का कप्तान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी इन मैचों को फिक्स करने में मिला हुआ है।

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