पाकिस्तान के खिलाफ मैच में एकता बिष्ट की गेंदबाजी निर्णायक साबित हुई थी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
वर्ल्ड कप में फ़ाइनल तक का सफ़र करने वाली भारतीय टीम की हर लड़की की कहानी अलग है और दिलचस्प भी. भारतीय टीम को दो बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाज़ राजेश्वरी गायकवाड़ और एकता बिष्ट ने टूर्नामेंट के दौरान दो अहम मैचों में 5-5 विकेट झटके और टीम के सफ़र को आसान और यादगार बना दिया. उत्तराखंड की पहली भारतीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर एकता बिष्ट हंसते हुए कहती हैं, "वर्ल्डकप के बाद तो ऐसा माहौल नहीं था कि हम जश्न मना पाते. लेकिन वहां से लौटने के बाद मीडिया में इंटरव्यू दे रही हैं, शूट हो रहा है, आपस में ही देखती हैं कि कौन क्या कह रहा है, कैसे इंटरव्यू दे रहा है.. ऐसे ही जश्न मना रही हैं. अभी तो मैं घर भी नहीं गई और देखना है कि घर में जश्न मनाने के लिए क्या करते हैं? यही हमारा जश्न है.
31 साल की अल्मोड़ा की एकता (46 वनडे में 71 विकेट, 36 टी-20 में 45 विकेट) पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने मैच का अनुभव बताती हैं, "पांच विकेट तो किसी टीम के ख़िलाफ़ लेना ख़ास होता है, पाकिस्तान हो या कोई और टीम हो. लेकिन पाकिस्तान से भारतीय फ़ैन्स कभी नहीं हारना चाहते. इसलिए पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पांच विकेट लेना तो ज़रूर ख़ास है." एकता को वर्ल्ड कप के दौरान 9 में से 6 मैचों में हिस्सा लेने का मौक़ा मिला जिसमें उन्होंने 5से कम की इक़नमी रखते हुए 9 विकेट (बेस्ट 5/18, औसत 28.33, इकॉनमी 4.39) निकाले.
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भारतीय टीम की दो स्टार स्पिनर्स एकता बिष्ट और राजेश्वरी गायकवाड़ को यकीन नहीं हो रहा कि फ़ाइनल नहीं जीत पाने के बावजूद उनका हीरो की तरह सम्मान हो रहा है. ये खिलाड़ी कहती हैं कि अगर फ़ैन्स, मीडिया और खेल तंत्र उन्हें ऐसे ही सराहता रहा तो भारतीय महिला टीम आने वाले वक्त में और शानदार प्रदर्शन करेंगी. कर्नाटक की 26 साल की राजेश्वरी गायकवाड़ (30 वनडे में 54 विकेट, 13 टी 20 में 15 विकेट) मानती हैं कि भारत में इन खेलों की फ़िज़ा बदल चुकी है.
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वे कहती हैं कि न सिर्फ़ क्रिकेट के लिए बल्कि भारतीय युवा लड़कियों के लिए भी बदलाव आया है. वे मानती हैं कि अब और लड़कियां क्रिकेट या दूसरे खेलों में करियर बनाने की सोच सकती हैं. राजेश्वरी को वर्ल्ड कप के दौरान सिर्फ़ 3 मैचों में खेलने का मौक़ा मिल पाया. इन तीन मैचों में उन्होंने 5 से कम की इकॉनमी रखते हुए (बेस्ट 5/15, औसत 18.00, इकॉनमी 4.75) 7 विकेट निकाले. इसमें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अहम मैच में 15 रन देकर उनके 5 विकेट का कारनामा भी शामिल है.
VIDEO: स्पिन गेंदबाज़ राजेश्वरी गायकवाड़ और एकता बिष्ट से खास मुलाकात
एक ही तरह के हुनर में माहिर इन दोनों खिलाड़ियों का इस्तेमाल भारतीय टीम ज़रूरत के मुताबिक करती है. लेकिन एकता कहती हैं, "हममें आपस में कंपीटीशन नहीं, अच्छी दोस्ती है. हम दोनों एक-दूसरे से सीखती भी हैं." दोनों ही खिलाड़ी इस बात पर ज़ोर देती हैं कि आईपीएल का आयोजन होगा तो घरेलू खिलाड़ियों को अच्छा एक्सपोज़र मिलेगा. इन दोनों ही स्पिनर्स ने ये भी भरोसा दिलाया कि जिस तरह से इन सबका हौसला बढ़ाया जा रहा है.. वर्ल्ड के फ़ाइनल में हुई हार का बदला ये खिलाड़ी अगले साल टी-20 वर्ल्ड कप (नवंबर 2018, वेस्ट इंडीज़)में वो इसका कसर निकालने की कोशिश ज़रूर करेंगी.
31 साल की अल्मोड़ा की एकता (46 वनडे में 71 विकेट, 36 टी-20 में 45 विकेट) पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने मैच का अनुभव बताती हैं, "पांच विकेट तो किसी टीम के ख़िलाफ़ लेना ख़ास होता है, पाकिस्तान हो या कोई और टीम हो. लेकिन पाकिस्तान से भारतीय फ़ैन्स कभी नहीं हारना चाहते. इसलिए पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पांच विकेट लेना तो ज़रूर ख़ास है." एकता को वर्ल्ड कप के दौरान 9 में से 6 मैचों में हिस्सा लेने का मौक़ा मिला जिसमें उन्होंने 5से कम की इक़नमी रखते हुए 9 विकेट (बेस्ट 5/18, औसत 28.33, इकॉनमी 4.39) निकाले.
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एक ही तरह के हुनर में माहिर इन दोनों खिलाड़ियों का इस्तेमाल भारतीय टीम ज़रूरत के मुताबिक करती है. लेकिन एकता कहती हैं, "हममें आपस में कंपीटीशन नहीं, अच्छी दोस्ती है. हम दोनों एक-दूसरे से सीखती भी हैं." दोनों ही खिलाड़ी इस बात पर ज़ोर देती हैं कि आईपीएल का आयोजन होगा तो घरेलू खिलाड़ियों को अच्छा एक्सपोज़र मिलेगा. इन दोनों ही स्पिनर्स ने ये भी भरोसा दिलाया कि जिस तरह से इन सबका हौसला बढ़ाया जा रहा है.. वर्ल्ड के फ़ाइनल में हुई हार का बदला ये खिलाड़ी अगले साल टी-20 वर्ल्ड कप (नवंबर 2018, वेस्ट इंडीज़)में वो इसका कसर निकालने की कोशिश ज़रूर करेंगी.
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