यह ख़बर 06 अगस्त, 2013 को प्रकाशित हुई थी

एंडी फ्लावर ने डीआरएस से जुड़े फैसले सुनाते समय ‘धैर्य’ बरतने को कहा

खास बातें

  • इंग्लैंड के क्रिकेट कोच एंडी फ्लावर ने दोनों टीमों के कप्तानों का पक्ष लेते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाकी बचे दो एशेज टेस्ट मैचों में फैसलों की समीक्षा प्रणाली के बेहतर इस्तेमाल की बात कही है।
मैनचेस्टर:

इंग्लैंड के क्रिकेट कोच एंडी फ्लावर ने दोनों टीमों के कप्तानों का पक्ष लेते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाकी बचे दो एशेज टेस्ट मैचों में फैसलों की समीक्षा प्रणाली (डीआरए) के बेहतर इस्तेमाल की बात कही है।

गत चैम्पियन इंग्लैंड ने कल ओल्ड ट्रैफर्ड में बारिश से प्रभावित तीसरा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद एशेज बरकरार रखी है। तीन टेस्ट के बाद इंग्लैंड ने शृंखला में 2-0 की बढ़त बना रखी है। शृंखला का चौथा टेस्ट शुक्रवार से डरहम में खेल जाएगा।

पहले दो टेस्ट की तरह मैनचेस्टर में भी विवादास्पद फैसलों के बाद मौजूदा एशेज शृंखला में अधिकारियों द्वारा डीआएस का इस्तेमाल मीडिया में सुर्खियां बना।

फ्लावर ने आज कहा, सबसे पहले तो अंपायरिंग काफी मुश्किल काम है, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि कुछ स्पष्ट प्रोटोकॉल हैं, जिनका पालन किया जाए और मुझे लगता है कि अगले दो टेस्ट में धैर्य के साथ फैसले करने की जरूरत है। इंग्लैंड के कोच ने कहा कि कभी-कभी उपलब्ध तकनीक अपने आप में विरोधाभासी होती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इसमें सुधार किया जा सकता है।

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फ्लावर ने कहा, तकनीक के इस्तेमाल में सुधार हुआ है और ऐसे विशेषज्ञों का इस्तेमाल बेहतर नतीजे हासिल करने में अंतर पैदा कर सकता है, जिन्हें पता है कि तकनीक का उपयोग जैसे किया जाए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के 12 सदस्यीय एलीट अंपायर पैनल के आठ अंपायर ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड के होने के कारण एशेज शृंखला में अंपायरिंग करने के पात्र नहीं हैं। ऐसे में मौजूदा शृंखला में अंपायरिंग की जिम्मेदारी पाकिस्तान के अलीम दार, श्रीलंका के कुमार धर्मसेना, न्यूजीलैंड के टोनी हिल और दक्षिण अफ्रीका के मराइस इरासमस के कंधों पर है। इन चारों के बीच अब तक एशेज के पहले तीन मैचों में मैदानी अंपायर और तीसरे अंपायर की भूमिका का वितरण किया गया है।