
क्रिकेट की दुनिया में भगवान का दर्जा पा चुके भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज के दौर के माता-पिताओं को संदेश देते हुए कहा है कि उन्हें बच्चों को उनके सपने सच करने में मदद करनी चाहिए न कि उन पर अपने सपने थोपने चाहिए. सचिन यहां त्यागराज स्टेडियम में विश्व बाल दिवस के मौके पर मंगलवार को यूनिसेफ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे. सचिन ने कहा कि बच्चे गलतियां करेंगे लेकिन माता-पिता को इस दौरान उनकी ताकत बनना है. मास्टर ब्लास्टर ने कहा, "बच्चे गलतियां करेंगे, लेकिन उनके पंख मत काटिए. उनकी ताकत बनिए, उन्हें समझिए, उनके साथ खड़े रहिए. बच्चों पर अपने सपने मत थोपिए, उन्हें अपने सपने पूरे करने दीजिए." सचिन ने अपने संदेश में तैयारी के महत्व पर जोर दिया और कहा कि अगर बच्चे तैयारी नहीं करेंगे तो असफल रहेंगे.
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सचिन ने कहा, "हमारी अपनी समस्याएं होती हैं, लेकिन हमारे जुनून के कारण हमारा ध्यान बंट जाता है. ध्यान हमेशा समस्या के समाधान तलाशने पर होना चाहिए न कि समस्या पर. हर चीज के लिए तैयारी की जरूरत होती है. अगर आप तैयारी करने में असफल होते हैं तो आप असफल होने के लिए तैयारी कर रहे हैं. इस बात को समझिए. हमें हर चीज के लिए तैयारी करनी होती है. मुझे भी हर मैच के लिए तैयारी करनी पड़ती थी."
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वीडियो: जब सचिन तेंदुलकर ने सड़क पर खेला क्रिकेट सचिन ने कहा कि सफलता की कोई गारंटी नहीं होती, लेकिन मेहनत और अपने जुनून से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है. इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, "सफलता की कोई गारंटी नहीं होती, लेकिन अगर आप ईमानदारी और प्रतिबद्धता से मेहनत करते हैं तो आप एक दिन जरूर अपने माता-पिता को गर्व करने का मौका देंगे. तैयारी में हमेशा अपना 100 फीसदी दीजिए. परिणाम आपका साथ देंगे." गौरतलब है कि सचिन यूनिसेफ के गुडविल ब्रांड एम्बेसेडर हैं. बच्चों को संबोधित करने के बाद उन्होंने बच्चों के साथ एक प्रदर्शनी फुटबॉल मैच में भी हिस्सा लिया. (इनपुट: एजेंसी)
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