पर्थ:
अपनी रक्षात्मक तकनीक के कारण ‘भारतीय दीवार’ का विश्लेषण पाने वाले राहुल द्रविड़ रविवार को टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने वाले बल्लेबाज बन गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में द्रविड़ जब 47 रन पर खेल रहे थे तब तेज गेंदबाज रेयान हैरिस की गेंद उनको चकमा देकर विकेटों में समा गई थी।
यह 49वें टेस्ट मैच में 54वां अवसर था जबकि द्रविड़ की गिल्लियां बिखरी। द्रविड़ ने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बोर्डर को पीछे छोड़ा जो 52 मैच में 53 बार बोल्ड हुए थे। इस भारतीय बल्लेबाज ने इसी मैच की पहली बार में बोर्डर के रिकार्ड की बराबरी की थी।
द्रविड़ के कैरियर में यह पांचवां अवसर है जबकि वह मैच की दोनों पारियों में बोल्ड हुए। इससे पहले वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2000 में मुंबई में, न्यूजीलैंड के खिलाफ 2002 में वेलिंगटन में, पाकिस्तान के खिलाफ 2007 में दिल्ली में और वर्तमान श्रृंखला के मेलबर्न में खेले गये पहले मैच की दोनों पारियों में बोल्ड हुए थे। पिछले साल के आखिर में वेस्टइंडीज के भारतीय दौरे के बाद पिछली 11 पारियों में आठवां अवसर है जबकि द्रविड़ बोल्ड हुए।
उन्हें पहली बार 1996 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के ब्रायन मैकमिलन ने बोल्ड किया था लेकिन आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न को सर्वाधिक तीन बार उनकी गिल्लियां बिखेरने का श्रेय हासिल है। उनके अलावा शान पोलाक, बेन हिल्फेनहास, शोएब अख्तर और ब्रेट ली ने उन्हें दो . दो बार बोल्ड किया है।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने के मामले में द्रविड़ और बोर्डर के बाद सचिन तेंदुलकर (48 बार) और जाक कैलिस (44 बार) का नंबर आता है। वर्तमान खिलाड़ियों में वीवीएस लक्ष्मण 39 बार और रिकी पोंटिंग 33 बार बोल्ड हुए हैं।
यह 49वें टेस्ट मैच में 54वां अवसर था जबकि द्रविड़ की गिल्लियां बिखरी। द्रविड़ ने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बोर्डर को पीछे छोड़ा जो 52 मैच में 53 बार बोल्ड हुए थे। इस भारतीय बल्लेबाज ने इसी मैच की पहली बार में बोर्डर के रिकार्ड की बराबरी की थी।
द्रविड़ के कैरियर में यह पांचवां अवसर है जबकि वह मैच की दोनों पारियों में बोल्ड हुए। इससे पहले वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2000 में मुंबई में, न्यूजीलैंड के खिलाफ 2002 में वेलिंगटन में, पाकिस्तान के खिलाफ 2007 में दिल्ली में और वर्तमान श्रृंखला के मेलबर्न में खेले गये पहले मैच की दोनों पारियों में बोल्ड हुए थे। पिछले साल के आखिर में वेस्टइंडीज के भारतीय दौरे के बाद पिछली 11 पारियों में आठवां अवसर है जबकि द्रविड़ बोल्ड हुए।
उन्हें पहली बार 1996 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के ब्रायन मैकमिलन ने बोल्ड किया था लेकिन आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न को सर्वाधिक तीन बार उनकी गिल्लियां बिखेरने का श्रेय हासिल है। उनके अलावा शान पोलाक, बेन हिल्फेनहास, शोएब अख्तर और ब्रेट ली ने उन्हें दो . दो बार बोल्ड किया है।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने के मामले में द्रविड़ और बोर्डर के बाद सचिन तेंदुलकर (48 बार) और जाक कैलिस (44 बार) का नंबर आता है। वर्तमान खिलाड़ियों में वीवीएस लक्ष्मण 39 बार और रिकी पोंटिंग 33 बार बोल्ड हुए हैं।
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