
- श्रेयस अय्यर ने पीठ दर्द के कारण रेड बॉल क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक लिया है और व्हाइट बॉल के लिए उपलब्ध हैं.
- वेंगसरकर ने कहा कि यदि कोई सफेद गेंद क्रिकेट के लिए फिट है तो उसे लाल गेंद क्रिकेट के लिए भी फिट होना चाहिए.
- अय्यर ने फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेला था और तब से टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पाए हैं.
Dilip Vengsarkar on Shreyas Iyer: भारतीय सीनियर पुरुष टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने श्रेयस अय्यर के रेड बॉल क्रिकेट से छह महीने के ब्रेक लेने और ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए उपलब्ध होने को लेकर कहा है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि बल्लेबाज श्रेयस अय्यर सफेद गेंद क्रिकेट खेलने के लिए अपनी उपलब्धता कैसे बता सकते हैं. बता दें, श्रेयस अय्यर को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंडिया-ए टीम की कमान सौंपी गई थी. अय्यर को एशिया कप के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिली थी, लेकिन फिर बोर्ड ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी. हालांकि, अय्यर ने पीठ दर्द की समस्या का हवाला देकर अपना नाम वापस ले लिया. अय्यर ने इस दौरान बोर्ड को सूचित किया कि वह रेड बॉल क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक चाहते हैं. हालांकि, वह व्हॉइट बॉल फॉर्मेट के लिए उपलब्ध हैं. इस महीने के अंत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए अय्यर को टीम का उपकप्तान बनाया गया है.
वेंगसरकर की समझ से पहले अय्यर का फैसला
श्रेयस अय्यर के इस फैसल पर 1983 विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे दिलीप वेंगसरकर हैरान हैं. वेंगसरकर ने तर्क दिया कि यदि कोई खिलाड़ी सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए फिट है, तो उसे तार्किक रूप से लाल गेंद के लिए भी फिट होना चाहिए, इस अंतर को समझना मुश्किल है.
दिलीप वेंगसरकर ने मिड-डे से बात करते हुए कहा,"ईमानदारी से कहूं तो, यह मेरे लिए एक दुविधा है, क्योंकि वह (अय्यर) कहता है कि वह लाल गेंद क्रिकेट के लिए फिट नहीं है, लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट के लिए फिट है. मैं लाल गेंद क्रिकेट और सफेद गेंद क्रिकेट के बीच अंतर नहीं समझता. मुझे लगता है कि यदि आप सफेद गेंद क्रिकेट के लिए फिट हैं, तो आप स्पष्ट रूप से लाल गेंद क्रिकेट के लिए भी फिट हैं. लाल गेंद या सफेद गेंद चुनना और ऐसी चीजें मेरी समझ से परे हैं."
लंबे समय से टेस्ट टीम से बाहर हैं अय्यर
30 साल के खिलाड़ी ने भारत के लिए 14 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 36.86 की औसत से 811 रन बनाए हैं. एक समय उन्हें रेड-बॉल सेट-अप में अजिंक्य रहाणे के रिप्लेसमेंट के रूप में देखा गया था. हालांकि, वह निरंतरता दिखाने में विफल रहे और टीम में अपनी जगह खो दी. उन्होंने आखिरी बार फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए टेस्ट मैच खेला था. इसके बाद से वह वनडे टीम का तो हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली. हालांकि, वह घरेलू सर्किट में लगातार सक्रिय रहे.
बीसीसीआई की तरफ ये आया था ये रिएक्शन
बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर को लेकर बयान में कहा कि अय्यर ने पीठ में बार-बार होने वाली ऐंठन और जकड़न के कारण रेड-बॉल क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक लिया है.
बीसीसीआई ने कहा,"श्रेयस अय्यर ने लाल गेंद वाले क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक लेने के अपने फैसले के बारे में बीसीसीआई को सूचित किया है. यूके में पीठ की सर्जरी कराने और अपनी रिकवरी को अच्छी तरह से प्रबंधित करने के बाद, उन्होंने हाल ही में लंबे प्रारूप में खेलते समय पीठ में ऐंठन का अनुभव किया है. वह इस अवधि का उपयोग सहनशक्ति, शरीर के लचीलेपन और अपनी फिटनेस पर काम करने के लिए करना चाहते हैं. उनके फैसले को देखते हुए, उन्हें ईरानी कप के लिए चयन के लिए नहीं माना गया."
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