
वेस्टइंडीज के मध्यक्रम के बल्लेबाज मार्लोन सैमुअल्स (Marlon Samuels) ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है. वेस्टइंडीज जिन दो टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचा उनमें सैमुअल्स (Marlon Samuels) ने टीम की तरफ से सर्वाधिक स्कोर बनाया था, लेकिन उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा और भ्रष्टाचार के लिये उन पर दो साल का प्रतिबंध भी लगा था. रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट वेस्टइंडीज के मुख्य कार्यकारी जॉनी ग्रेव ने पुष्टि की है कि सैमुअल्स ने जून में ही अपने संन्यास से बोर्ड को सूचित कर दिया था।.उन्होंने अपना आखिरी मैच दिसंबर 2018 में खेला था. इस 39 वर्षीय खिलाड़ी ने 71 टेस्ट, 207 वनडे और 67 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. इसमें उन्होंने उन्होंने 11,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने के अलावा 150 से अधिक विकेट भी लिये.
RETIREMENT
— Caribbean Cricket Podcast (@CaribCricket) November 2, 2020
Marlon Samuels has officially announced his retirement from West Indies cricket.
Johnny Grave has confirmed that CWI received a letter from Samuels in June.
Marlon divided opinion throughout the Caribbean and beyond but retires a 2 time World Cup MVP. pic.twitter.com/l7NSPSbgHn
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सैमुअल्स को बड़े मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिये जाना हाता था. इसका सबूत 2012 और 2016 टी20 विश्व कप में उनका प्रदर्शन है जिससे उनकी टीम खिताब जीतने में सफल रही थी. उन्होंने 2012 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में 56 गेंदों पर 78 रन बनाये जिससे उनकी टीम ने 10 ओवरों में दो विकेट पर 32 रन से उबरकर जीत दर्ज की थी. इसके चार साल बाद कोलकाता में उन्होंने 66 गेंदों पर 85 रन बनाये. तब वेस्टइंडीज ने चार विकेट से जीत दर्ज करके खिताब अपने नाम किया था. सैमुअल्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अलावा विभिन्न टी20 लीग में भी खेलते रहे. उन्होंने आईपीएल में विभिन्न टीमों की तरफ से 15 मैच खेले. चलिए मार्लोन सैमुअल्स (Marlon Samuels) के करियर से जुड़ी दस अहम बातें जान लीजिए:
1. बिना फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेले ही सैमुअल्स न 19 साल की उम्र में विंडीज के लिए टेस्ट खेला. उनकी तुलना गलत तरीके से विव रिचर्ड्स की गई, जो बाद में सही साबित हुई.
2. सैमुअल्स इस सोच के साथ स्कूल से नदारद रहते थे कि भविष्य के टेस्ट क्रिकेटरों के लिए परीक्षा अप्रासंगिक है.
3. साल 2007 विश्व कप से पहले सैमुअल्स बड़े विवाद में फंस गए, जब नागपुर पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ मैच से पहले उन्होंने अहम जानकारी सटोरिये को पहुंचायी.
4. विवाद के बावजूद सैमुअल्स को वर्ल्ड कप के लिए टीम में शामिल किया गया. आईसीसी ने जांच की, लेकिन ज्यादा कुछ खास नहीं निकला.
5. दक्षिण अफ्रीका में हुए साल 2007 विश्व कप के लिए सैमुअल्स को टीम में लिया गया, लेकिन अगले साल वह फायदा पहुंचाने/खेल को बदनाम करने के लिए पैसे लेने के दोषी पाए गए और सैमुअल्स पर दो साल का बैन कर दिया गया.
6. साल 2011 में सैमुअल्स की वापसी हुई, लेकिन वह टीम में इंग्लैंड दौरे के लिए साल 2012 में आए और इस दौरे में उन्होंने अपनी प्रतिभा का पहली बार परिचय दिया. सैमुअल्स ने 5 पारियों में 386 रन बनाए.
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7. टी20 वर्ल्ड कप में श्रलंका के खिलाफ फाइनल में 78 रन की पारी खेली और इस पारी ने साल 1997 के बाद विंडीज को पहला वैश्विक खिताब दिलाने में मदद की.
8. खिताबी जीत के 1 महीने का बद सैमुअल्स ने बांग्लादेश के खिलाफ खुलना में 260 रन की पारी खेली, लेकिन नियमितता का अभाव रहा, तो वहीं साल 2013 में बिग बैश में चेहरे की चोट ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौर से बाहर कर दिया.
9. वापसी पर सैमुअल्स ने जिंबाब्वे के खिलाफ बढ़िया बॉलिंग की, लेकिन उनकी बैटिंग में सुधार नहीं हुआ. उन्होंने टेस्ट में दोहरे शतक के बाद वनडे में केवल दो शतक जड़े. खराब फॉर्म जारी रही, तो न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 2014 में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.
10. नवंबर 2013 मुंबई में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में उनके खिलाफ संदिग्ध गेंदबाजी एक्शान की शिकायत करायी गई. इसके बाद आंकलन के बाद आईसीसी ने 2013 में उन्हें 'क्विकर डिलीवरी' फेंकने से प्रतिबंधित कर दिया.
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