विराट कोहली, एमएस धोनी और रवि शास्त्री (फाइल फोटो)
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज का चौथा मैच गुरुवार को चेन्नई में खेला जाएगा। यह मैच टीम इंडिया के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला बन गया है। ऐसे में वनडे के नए नियम की वजह से टीम इंडिया चेन्नई में बदली हुई रणनीति के साथ मैदान पर उतरना चाहती है।
स्मार्ट क्रिकेट खेलने की जरूरत
ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह कहते हैं, "हमें स्मार्ट क्रिकेट खेलने की जरूरत है। हमें बाउंड्रीज के स्थान पर सिंगल्स लेने पर ध्यान देना होगा। हमने टीम मीटिंग में इस बारे में चर्चा की है कि पहले ओवर से लेकर आखिरी ओवर तक सिंगल्स पर जोर दिया जाए।"
यानी आखिरी दस ओवरों में बल्लेबाज पहले की तरह बाउंड्री न लगाकर रिस्क लेने से बचते नजर आएंगे। ऐसे में टीम इंडिया राजकोट में आजमाए बैटिंग ऑर्डर को नहीं छेड़ने का इरादा बना सकती है। अब देखना यह होगा कि धोनी अपनी लंबी रणनीति में रहाणे को टीम में कहां फिट करते हैं।
खल रही अश्विन की कमी
कानपुर वनडे के दौरान टीम इंडिया के स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन का घायल होना, टीम इंडिया के लिए महंगा साबित हुआ, तो कुछ वैसे ही चेन्नई वनडे से पहले जेपी डुमिनी का घायल होना मेहमान टीम की फिक्र बढ़ा रहा है। टीम इंडिया पर हर हाल में मैच में जीत का दबाव जरूर है, लेकिन ऐसे कई कारण हैं, जिससे मेहमान टीम भी भारत का पलड़ा हल्का नहीं मान रही।
दक्षिण अफ्रीकी टीम की फिक्र यह है कि फॉर्म में चल रहे ऑलराउंडर जेपी डुमिनी वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं, जबकि गेंदबाज मॉर्ने मॉर्केल भी चोटिल बताए जा रहे हैं। ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी टीम को अपनी रणनीति में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।
दक्षिण अफ्रीका के कोच रसेल डोमिंगो " (डुमिनी के चोटिल होने की वजह से) हमारे पास ऑलराउंडर की कमी हो रही है। यह हमारे लिए बड़ा झटका है।"
विरोधी टीम कर रही होमवर्क
मेहमान टीम के गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों का तोड़ निकालने के लिए अच्छा होमवर्क कर मैदान पर उतर रहे हैं, जिससे टीम इंडिया की परेशानी बरकरार है।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और कप्तान धोनी के बल्लों से निकलते रन टीम इंडिया की ताकत हैं, लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया जीत का पुख्ता फॉर्मूला नहीं तय कर पा रही।
नई मुश्किल में मिश्रा
पिछले मैच में 38 रन देकर 1 विकेट लेने वाले अमित मिश्रा ने मैदान के बाहर एक अलग मुसीबत मोल ली है। उम्मीद करनी चाहिए कि वो मैदान के बाहर के दबाव से मुक्त होकर खेलेंगे। टीम इंडिया के लिए यह जीत बेहद जरूरी है वरना टीम को लेकर नकारत्मकता के दरवाजे पहले से ही खुले हुए हैं।
हरभजन सिंह भरोसा दिलाते हैं कि टीम इंडिया चेन्नई में सीरीज बराबर कर सकती है। वो कहते हैं, "हम उस हालत में पहुंच गए हैं जहां हमारे लिए हर हाल में सीरीज जीतना जरूरी हो गया है। हम मैच में जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगे।"
स्मार्ट क्रिकेट खेलने की जरूरत
ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह कहते हैं, "हमें स्मार्ट क्रिकेट खेलने की जरूरत है। हमें बाउंड्रीज के स्थान पर सिंगल्स लेने पर ध्यान देना होगा। हमने टीम मीटिंग में इस बारे में चर्चा की है कि पहले ओवर से लेकर आखिरी ओवर तक सिंगल्स पर जोर दिया जाए।"
यानी आखिरी दस ओवरों में बल्लेबाज पहले की तरह बाउंड्री न लगाकर रिस्क लेने से बचते नजर आएंगे। ऐसे में टीम इंडिया राजकोट में आजमाए बैटिंग ऑर्डर को नहीं छेड़ने का इरादा बना सकती है। अब देखना यह होगा कि धोनी अपनी लंबी रणनीति में रहाणे को टीम में कहां फिट करते हैं।
खल रही अश्विन की कमी
कानपुर वनडे के दौरान टीम इंडिया के स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन का घायल होना, टीम इंडिया के लिए महंगा साबित हुआ, तो कुछ वैसे ही चेन्नई वनडे से पहले जेपी डुमिनी का घायल होना मेहमान टीम की फिक्र बढ़ा रहा है। टीम इंडिया पर हर हाल में मैच में जीत का दबाव जरूर है, लेकिन ऐसे कई कारण हैं, जिससे मेहमान टीम भी भारत का पलड़ा हल्का नहीं मान रही।
दक्षिण अफ्रीकी टीम की फिक्र यह है कि फॉर्म में चल रहे ऑलराउंडर जेपी डुमिनी वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं, जबकि गेंदबाज मॉर्ने मॉर्केल भी चोटिल बताए जा रहे हैं। ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी टीम को अपनी रणनीति में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।
दक्षिण अफ्रीका के कोच रसेल डोमिंगो " (डुमिनी के चोटिल होने की वजह से) हमारे पास ऑलराउंडर की कमी हो रही है। यह हमारे लिए बड़ा झटका है।"
विरोधी टीम कर रही होमवर्क
मेहमान टीम के गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों का तोड़ निकालने के लिए अच्छा होमवर्क कर मैदान पर उतर रहे हैं, जिससे टीम इंडिया की परेशानी बरकरार है।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और कप्तान धोनी के बल्लों से निकलते रन टीम इंडिया की ताकत हैं, लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया जीत का पुख्ता फॉर्मूला नहीं तय कर पा रही।
नई मुश्किल में मिश्रा
पिछले मैच में 38 रन देकर 1 विकेट लेने वाले अमित मिश्रा ने मैदान के बाहर एक अलग मुसीबत मोल ली है। उम्मीद करनी चाहिए कि वो मैदान के बाहर के दबाव से मुक्त होकर खेलेंगे। टीम इंडिया के लिए यह जीत बेहद जरूरी है वरना टीम को लेकर नकारत्मकता के दरवाजे पहले से ही खुले हुए हैं।
हरभजन सिंह भरोसा दिलाते हैं कि टीम इंडिया चेन्नई में सीरीज बराबर कर सकती है। वो कहते हैं, "हम उस हालत में पहुंच गए हैं जहां हमारे लिए हर हाल में सीरीज जीतना जरूरी हो गया है। हम मैच में जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगे।"
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