जयपुर:
'गोल्डन बॉल' के लिए दावेदारी पेश कर रहे प्रवीण ताम्बे (3/10) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बूते राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 14 रनों से हराकर चैम्पियंस लीग के पांचवें संस्करण के फाइनल में जगह बना ली है।
रॉयल्स ने अपने घर में लगातार 13वीं जीत के साथ आने वाले रविवार को दिल्ली फतह करने का लाइसेंस हासिल किया। फाइनल में उसका सामना शनिवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर मुम्बई इंडियंस और त्रिनिदाद एवं टोबैगो के बीच खेले जाने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
ताम्प्बे ने शुक्रवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मैच में सुरेश रैना (29), एस. बद्रीनाथ (8) और ड्वेन ब्रावो (3) का विकेट लेकर खुद को 'गोल्डन बॉल' के हकदार गेंदबाजों की सूची में सबसे आगे कर दिया। उनके खाते में कुल नौ विकेट हैं। ताम्बे की कहर बरपाती गेंदों के आगे बेबस सुपर किंग्स लक्ष्य से 14 रन दूर रह गए।
अच्छी लय में दिख रहे रैना ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए। ताम्बे की फिरकी में फंसने वाले रैना के अलावा सुपर किंग्स का कोई और विशेषज्ञ बल्लेबाज लय में नहीं दिखा। मुरली विजय ने 14 रन जरूर बनाए लेकिन अपनी इस संक्षिप्त पारी के दौरान वह दो मौकों पर रन आउट होने से बचे।
रॉयल्स के खिलाफ 60 से अधिक औसत से रन बटोरने वाले माइकल हसी ने नौ रन बनाए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ तीन रन बना सके। धौनी को 54 के कुल योग पर झारखंड के ही राहुल शुक्ला ने पगबाधा आउट किया। रवींद्र जडेजा (2) को शेन वॉटसन ने विकेट के पीछे कैच कराया।
रॉयल्स को लगा कि वे अब सुपर किंग्स को 100 रनों के भीतर निपटा देंगे लेकिन रविचंद्रन अश्विन (46) और क्रिस मौरिस (नाबाद 26) ने आठवें विकेट के लिए 43 गेंदों पर 73 रनों की साझेदारी करते हुए न सिर्फ स्कोर को 100 के पार पहुंचाया बल्कि सुपर किंग्स को विजयद्वार तक ले जाने की लड़ाई भी लड़ी। इस साझेदारी के दौरान रॉयल्स के खिलाड़ी पहली बार चिंता में दिखे।
अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 23 रन चाहिए थे। अश्विन ने जेम्स फॉल्कनर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपनी मंशा जताई लेकिन दूसरी गेंद पर वह सिर्फ एक रन ही ले सके। दूसरी गेंद पर भी एक ही रन बना। चौथी गेंद पर अश्विन लांग ऑन पर लपके गए। पांचवीं और छठी गेंद पर एक भी रन नहीं बना।
इस तरह सुपर किंग्स 20 ओवरो में आठ विकेट पर 145 रन ही बना सके। अश्विन ने अपनी 28 गेंदों की शानदार पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाए जबकि मौरिस ने 17 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए।
इससे पहले, सुपर किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और अपने घर में हमेशा अच्छी बल्लेबाजी करने वाली रॉयल्स को 20 ओवरों में आठ विकेट पर 159 रनों पर सीमित किया। अजिंक्य रहाणे (70) के शानदार अर्द्धशतक की बदौलत एक समय रॉयल्स 180 रनों तक पहुंचते दिख रहे थे। सुपर किंग्स की ओर से ड्वेन ब्रावो ने तीन तथा जेसन होल्डर और क्रिस मौरिस ने दो-दो विकेट लिए।
रॉयल्स की शुरुआत अच्छीं नहीं रही। कप्तान राहुल द्रविड़ (5) मात्र 14 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद मनन शर्मा ने केवोन कूपर (14) को 29 के कुल योग पर आउट करके रॉयल्स को दूसरा करारा झटका दिया। कूपर ने सात गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।
संजू सैमसन (11) भी बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने रहाणे के साथ मिलकर स्कोर को 62 तक पहुंचाया। इन दोनों ने 33 रन जोड़े। सैमसन ने 10 गेंदों पर एक चौका लगाया। इसके बाद रहाणे ने शेन वॉटसन (32) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़े, जो रॉयल्स के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।
वॉटसन का विकेट 121 रनों के कुल योग पर गिरा। वॉटसन के विकेट पर रहते रॉयल्स 180 रन के कुल योग तक पहुंचते दिख रहे थे लेकिन मौरिस ने उनका विकेट लेकर अपनी टीम का काम आसान कर दिया। वॉटसन ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए।
अंतिम ग्रुप मैच में रॉयल्स के खेवनहार रहे ब्रैड हॉग (11) ने इस मैच में निराश किया। या फिर यूं कहें कि जेसन होल्डर ने उन्हें अपनी चालाकी से फंसा लिया। हॉग ने नौ गेंदों पर एक चौका लगाया।
हॉग का विकेट 19वें ओवर की पहली गेंद पर गिरा। इसके बाद 20वें ओवर की पहली गेंद पर ड्वेन ब्रावो ने रहाणे को चलता किया। रहाणे ने 56 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। ब्रावो ने इसी ओवर की तीसरी गेंद पर दिशांत याज्ञनिक (0) और फिर स्टुअर्ट बिन्नी (5) को आउट किया।
रॉयल्स ने अपने घर में लगातार 13वीं जीत के साथ आने वाले रविवार को दिल्ली फतह करने का लाइसेंस हासिल किया। फाइनल में उसका सामना शनिवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर मुम्बई इंडियंस और त्रिनिदाद एवं टोबैगो के बीच खेले जाने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
ताम्प्बे ने शुक्रवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मैच में सुरेश रैना (29), एस. बद्रीनाथ (8) और ड्वेन ब्रावो (3) का विकेट लेकर खुद को 'गोल्डन बॉल' के हकदार गेंदबाजों की सूची में सबसे आगे कर दिया। उनके खाते में कुल नौ विकेट हैं। ताम्बे की कहर बरपाती गेंदों के आगे बेबस सुपर किंग्स लक्ष्य से 14 रन दूर रह गए।
अच्छी लय में दिख रहे रैना ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए। ताम्बे की फिरकी में फंसने वाले रैना के अलावा सुपर किंग्स का कोई और विशेषज्ञ बल्लेबाज लय में नहीं दिखा। मुरली विजय ने 14 रन जरूर बनाए लेकिन अपनी इस संक्षिप्त पारी के दौरान वह दो मौकों पर रन आउट होने से बचे।
रॉयल्स के खिलाफ 60 से अधिक औसत से रन बटोरने वाले माइकल हसी ने नौ रन बनाए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ तीन रन बना सके। धौनी को 54 के कुल योग पर झारखंड के ही राहुल शुक्ला ने पगबाधा आउट किया। रवींद्र जडेजा (2) को शेन वॉटसन ने विकेट के पीछे कैच कराया।
रॉयल्स को लगा कि वे अब सुपर किंग्स को 100 रनों के भीतर निपटा देंगे लेकिन रविचंद्रन अश्विन (46) और क्रिस मौरिस (नाबाद 26) ने आठवें विकेट के लिए 43 गेंदों पर 73 रनों की साझेदारी करते हुए न सिर्फ स्कोर को 100 के पार पहुंचाया बल्कि सुपर किंग्स को विजयद्वार तक ले जाने की लड़ाई भी लड़ी। इस साझेदारी के दौरान रॉयल्स के खिलाड़ी पहली बार चिंता में दिखे।
अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 23 रन चाहिए थे। अश्विन ने जेम्स फॉल्कनर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपनी मंशा जताई लेकिन दूसरी गेंद पर वह सिर्फ एक रन ही ले सके। दूसरी गेंद पर भी एक ही रन बना। चौथी गेंद पर अश्विन लांग ऑन पर लपके गए। पांचवीं और छठी गेंद पर एक भी रन नहीं बना।
इस तरह सुपर किंग्स 20 ओवरो में आठ विकेट पर 145 रन ही बना सके। अश्विन ने अपनी 28 गेंदों की शानदार पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाए जबकि मौरिस ने 17 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए।
इससे पहले, सुपर किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और अपने घर में हमेशा अच्छी बल्लेबाजी करने वाली रॉयल्स को 20 ओवरों में आठ विकेट पर 159 रनों पर सीमित किया। अजिंक्य रहाणे (70) के शानदार अर्द्धशतक की बदौलत एक समय रॉयल्स 180 रनों तक पहुंचते दिख रहे थे। सुपर किंग्स की ओर से ड्वेन ब्रावो ने तीन तथा जेसन होल्डर और क्रिस मौरिस ने दो-दो विकेट लिए।
रॉयल्स की शुरुआत अच्छीं नहीं रही। कप्तान राहुल द्रविड़ (5) मात्र 14 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद मनन शर्मा ने केवोन कूपर (14) को 29 के कुल योग पर आउट करके रॉयल्स को दूसरा करारा झटका दिया। कूपर ने सात गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।
संजू सैमसन (11) भी बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने रहाणे के साथ मिलकर स्कोर को 62 तक पहुंचाया। इन दोनों ने 33 रन जोड़े। सैमसन ने 10 गेंदों पर एक चौका लगाया। इसके बाद रहाणे ने शेन वॉटसन (32) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़े, जो रॉयल्स के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।
वॉटसन का विकेट 121 रनों के कुल योग पर गिरा। वॉटसन के विकेट पर रहते रॉयल्स 180 रन के कुल योग तक पहुंचते दिख रहे थे लेकिन मौरिस ने उनका विकेट लेकर अपनी टीम का काम आसान कर दिया। वॉटसन ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए।
अंतिम ग्रुप मैच में रॉयल्स के खेवनहार रहे ब्रैड हॉग (11) ने इस मैच में निराश किया। या फिर यूं कहें कि जेसन होल्डर ने उन्हें अपनी चालाकी से फंसा लिया। हॉग ने नौ गेंदों पर एक चौका लगाया।
हॉग का विकेट 19वें ओवर की पहली गेंद पर गिरा। इसके बाद 20वें ओवर की पहली गेंद पर ड्वेन ब्रावो ने रहाणे को चलता किया। रहाणे ने 56 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। ब्रावो ने इसी ओवर की तीसरी गेंद पर दिशांत याज्ञनिक (0) और फिर स्टुअर्ट बिन्नी (5) को आउट किया।
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