भरत अरुण के अनुसार बाएं हाथ का गेंदबाज विराट कोहली की टीम के आक्रमण को संतुलन प्रदान कर सकता है
पल्लेकल:
विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम इस समय गेंदबाजी और बल्लेबाजी, दोनों ही क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन कर रही है. बल्लेबाजी तो हमेशा से ही भारतीय टीम का मजबूत पक्ष रही है, लेकिन गेंदबाजी के प्रदर्शन में आया सुधार वाकई तारीफ के काबिल है. हालांकि टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का मानना है कि अभी भी भारतीय टीम को बॉलिंग में विविधता के लिहाज से पूर्ण नहीं माना जा सकता. भरत अरुण बाएं हाथ के एक कुशल तेज गेंदबाज की खोज में लगे हैं जिससे भारतीय टीम का आक्रमण हर तरह से मजबूत बन सके.
गौरतलब है कि जहीर खान के संन्यास के बाद भारत के पास बाएं हाथ का कोई उपयोगी तेज गेंदबाज नहीं रहा. आशीष नेहरा ने चोटों के बावजूद छोटे प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन किया जबकि जयदेव उनादकट के पास तेजी नहीं है. बरिंदर सरां भी प्रभाव नहीं छोड़ पाये जबकि अनिकेत चौधरी के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. अरुण गेंदबाजी कोच के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में भारत 'ए' के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे के साथ बेहतर संवाद की उम्मीद लगाए हुए हैं.
यह भी पढ़ें : भरत अरुण की बतौर बॉलिंग कोच नियुक्ति के बाद शास्त्री ने गांगुली पर कसा यह तंज!
अरुण ने आज यहां पत्रकारों से कहा, ‘मैंने फिर से अभी यह पद संभाला है और निश्चित तौर पर हम भारत ए टीम के कोचों के साथ बात करेंगे. उभरते गेंदबाजों का बेहतर उपयोग करने के लिये जानकारी साझा करना जरूरी है. हमारे पास कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे लेग स्पिनर हैं और अगर हमारे पास बायें हाथ का अच्छा तेज गेंदबाज भी होता है तो यह टीम के लिए अच्छा रहेगा.’उन्होंने कहा कि विश्वकप 2015 के बाद केवल 15 वनडे मैच खेलने के बावजूद रविचंद्रन अश्विन अब भी विश्वकप 2019 के लिये उनकी योजना का हिस्सा हैं.
वीडियो : टीम इंडिया के कोच शास्त्री की कोर टीम ने है कौन-कौन
अरुण से पूछा गया कि क्या अश्विन अगले विश्वकप की योजना का हिस्सा हैं, उन्होंने कहा, ‘यह सवाल चयनकर्ताओं से किया जाना चाहिए लेकिन गेंदबाजी कोच होने के नाते मुझे लगता है कि वह बेहद प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं. यहां तक कि जो आखिरी वनडे उन्होंने वेस्टइंडीज में खेला था उसमें भी 28 रन देकर तीन विकेट लिए थे.’ उन्होंने कहा, ‘वह (अश्विन) बेहद कुशल गेंदबाज है. अब तक क्या हुआ, मैं उस पर गौर नहीं करना चाहता लेकिन वह निश्चित तौर पर वनडे टीम का हिस्सा हैं. हम अन्य गेंदबाजों को भी मौका देना चाहते हैं. इसके बाद हमारे पास लंबी अवधि की योजना होगी और फिर हम उसके अनुसार फैसला कर पाएंगे. (इनपुट: भाषा)
गौरतलब है कि जहीर खान के संन्यास के बाद भारत के पास बाएं हाथ का कोई उपयोगी तेज गेंदबाज नहीं रहा. आशीष नेहरा ने चोटों के बावजूद छोटे प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन किया जबकि जयदेव उनादकट के पास तेजी नहीं है. बरिंदर सरां भी प्रभाव नहीं छोड़ पाये जबकि अनिकेत चौधरी के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. अरुण गेंदबाजी कोच के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में भारत 'ए' के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे के साथ बेहतर संवाद की उम्मीद लगाए हुए हैं.
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अरुण ने आज यहां पत्रकारों से कहा, ‘मैंने फिर से अभी यह पद संभाला है और निश्चित तौर पर हम भारत ए टीम के कोचों के साथ बात करेंगे. उभरते गेंदबाजों का बेहतर उपयोग करने के लिये जानकारी साझा करना जरूरी है. हमारे पास कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे लेग स्पिनर हैं और अगर हमारे पास बायें हाथ का अच्छा तेज गेंदबाज भी होता है तो यह टीम के लिए अच्छा रहेगा.’उन्होंने कहा कि विश्वकप 2015 के बाद केवल 15 वनडे मैच खेलने के बावजूद रविचंद्रन अश्विन अब भी विश्वकप 2019 के लिये उनकी योजना का हिस्सा हैं.
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अरुण से पूछा गया कि क्या अश्विन अगले विश्वकप की योजना का हिस्सा हैं, उन्होंने कहा, ‘यह सवाल चयनकर्ताओं से किया जाना चाहिए लेकिन गेंदबाजी कोच होने के नाते मुझे लगता है कि वह बेहद प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं. यहां तक कि जो आखिरी वनडे उन्होंने वेस्टइंडीज में खेला था उसमें भी 28 रन देकर तीन विकेट लिए थे.’ उन्होंने कहा, ‘वह (अश्विन) बेहद कुशल गेंदबाज है. अब तक क्या हुआ, मैं उस पर गौर नहीं करना चाहता लेकिन वह निश्चित तौर पर वनडे टीम का हिस्सा हैं. हम अन्य गेंदबाजों को भी मौका देना चाहते हैं. इसके बाद हमारे पास लंबी अवधि की योजना होगी और फिर हम उसके अनुसार फैसला कर पाएंगे. (इनपुट: भाषा)
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