
बिशन सिंह बेदी को देश के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनरों में शुमार किया जाता है (फाइल फोटो)
- सरकार ने 2012 के बाद से द्विपक्षीय क्रिकेट को नहीं दी है मंजूरी
- दोनों देशों का सामना सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंटों में हुआ है
- बेदी ने पूछा, क्या क्रिकेट नहीं खेलने से आतंकवाद का सफाया हुआ?
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बेदी ने कहा,‘भारतीय टीम जर्सी पर भारत का लोगो (तिरंगा) पहनती है, बीसीसीआई का लोगो नहीं. मेरी सोच एकदम स्पष्ट है. खिलाड़ी बीसीसीआई के लिए नहीं बल्कि भारत के लिये खेल रहे हैं. न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह है. इंग्लैंड का अपना है. पाकिस्तान और बांग्लादेश भी अपना राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह पहनते हैं.’ उन्होंने कहा,‘इसलिये नाम भारतीय क्रिकेट बोर्ड या क्रिकेट बोर्ड होना चाहिये.’बेदी ने श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज जैसी सीरीजों के औचित्य पर भी सवाल उठाया . उन्होंने कहा,‘इस सीरीज से हमें क्या हासिल हो रहा है. हम बार-बार बस उनके खिलाफ खेल रहे हैं .उन्हें उनकी धरती पर हराने के बाद फिर यहां खेल रहे हैं. इसमें कोई मुकाबला ही नहीं है. कोई मायने नहीं हैं.’उन्होंने कहा,‘यह सीरीज नहीं होती तो खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी खेलते. दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए अभ्यास शिविर भी लग सकता था जिसके बारे में विराट कोहली बात कर रहा था.’ (इनपुट: एजेंसी)
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