
- ओवल में इंग्लैंड को भारत के खिलाफ 6 रन से हार का सामना करना पड़ा, आखिरी दिन जीत के लिए जरूरी रन नहीं बना पाए.
- बेन स्टोक्स ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाड़ी चोटिल होने के बावजूद देश के लिए खेलते और जीतने का प्रयास करते हैं.
- इंग्लैंड सीरीज 2-1 से आगे था, लेकिन आखिरी टेस्ट में हार के बाद सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही, जिससे स्टोक्स निराश हैं.
Ben Stokes Big Statement, India vs England 5th Test: ओवल में इंग्लैंड को एक रोमांचक मुकाबले में भारत के खिलाफ 6 रन से हार का सामना करना पड़ा. हैरी ब्रूक और जो रूट ने 195 रनों की साझेदारी कर भारत के जबड़ से मैच निकाल लिया था. लेकिन आखिरी दिन वह जीत के लिए जरूरी 35 रन नहीं बना पाई. इंग्लैंड के हाथ में 4 विकेट थे, लेकिन सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की घातक गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाज टिक नहीं पाए. वहीं इस हार के बाद बेन स्टोक्स ने अपने बयान से इंग्लिश फैंस का दिल जीत लिया. बेन स्टोक्स ने मैच के बाद कहा कि उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो टूटे पैर, टूटी उंगलियां, चोटिल कंधे के साथ खेल सकते हैं. बता दें, आखिरी दिन क्रिस वोक्स भी बल्लेबाजी को आए, जिनका कंधा डिस्लोकेट हुआ था.
'सीरीज ना जीतने पर हुई निराशा'
बेन स्टोक्स ने भारत के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ होने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा कि वह इस बात से निराश जरूर है कि सीरीज नहीं जीत पाए. स्टोक्स ने कहा,"यह स्पष्ट रूप से हमेशा कठिन होता है जब आप किसी खेल में भाग नहीं ले सकते. पांचवें दिन तक एक और कड़ा मुकाबला. दोनों टीमों ने इस पूरी सीरीज में बहुत ऊर्जा और प्रयास लगाए हैं. इसका हिस्सा बनना अद्भुत रहा. लेकिन हां, जाहिर तौर पर मुझे बहुत निराशा हुई है कि हम यहां लक्ष्य हासिल नहीं कर सके."
ओवल टेस्ट से पहले इंग्लैंड इस सीरीज में 2-1 से आगे थी और चौथे दिन एक समय लग रहा था कि वह आसानी से सीरीज जीत जाएगी. स्टोक्स ने इंग्लिश खिलाड़ियों को लेकर कहा,"एक ऐसी सीरीज जिस पर मुझे अपनी टीम पर, उन्होंने इसमें जो कुछ भी डाला है उस पर बहुत गर्व है. जाहिर तौर पर हमें सीरीज जीतकर आना अच्छा लगता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ नहीं."
वोक्स को लेकर कही ये बात
वोक्स के बल्लेबाजी के आने पर उन्होंने कहा,"क्रिस वोक्स के मन में कभी यह सवाल नहीं था कि वह क्या करने जा रहा है. उसने वास्तव में कल यह पता लगाने में बिताया कि अगर उसे सामना करना पड़ा तो वह बाएं हाथ से या दाएं हाथ से जाएगा. मुझे लगता है कि कई लोग टूटे हुए पैर के साथ बाहर जाते हैं, कुछ लोग टूटी उंगलियों के साथ बाहर जाते हैं और कई लोग ऐसे होते हैं जो उखड़े कंधे के साथ बाहर जाते हैं. मुझे लगता है कि यह दिखाता है कि अपने देश के लिए खेलना क्या होता है और साथ ही अपने देश के लिए खेल जीतने का प्रयास करना क्या होता है. लेकिन हां, फिर से, दोनों टीमों की ओर से ऐसी कड़ी प्रतिस्पर्धा वाली सीरीज. मुझे और मुझे यकीन है कि शुभमन को भी इस बात पर बहुत गर्व है कि उनकी टीम ने इसमें क्या योगदान दिया है."
Ben Stokes said, "we've had guys who went out to bat with broken foot, broken fingers. It just shows what it takes to play for the country. The whole series has been awesome". pic.twitter.com/HaMr02OLCy
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) August 4, 2025
'कोई भी नहीं रोएगा'
स्टोक्स ने आगे कहा कि भारत-इंग्लैंड की सीरीज हमेशा बड़ी होती है. स्टोक्स ने कहा,"भारत-इंग्लैंड हमेशा एक बड़ी सीरीज होती है. हमेशा ऐसे क्षण आते हैं जब दोनों तरफ से भावनाएं प्रकट होती हैं, विशेष रूप से जब आप खेल के ऐसे चरण में पहुंचते हैं जहां लगभग खेल लाइन पर होता है. मैंने इसे पहले भी कई बार कहा है, मुझे नहीं लगता कि हमारा कोई भी खिलाड़ी, जो कहा गया था, उसके लिए रोएगा और मुझे नहीं लगता कि कोई भी भारतीय खिलाड़ी जो कहा गया था उस पर रोया होगा. मुझे लगता है कि यह सिर्फ यह दर्शाता है कि, आप जानते हैं, हर कोई जो अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने देश का झंडा अपने सीने पर लेकर निकलता है, उसका जुनून और इच्छा क्या होती है."
स्टोक्स ने आगे कहा जब आपका कोई गेंदबाज खेल में इतनी जल्दी हार जाता है, तो उन तीन सीमरों की पूरी भूमिका हमारे द्वारा चुने गए चयन से पूरी तरह से बदल जाती है. और यहां तक कि गेंद के साथ हमारी दूसरी पारी में भी. तीन बड़े लोग जिस दिल और इच्छा के साथ दौड़ते रहे और टीम के लिए टीम में शामिल होते रहे, वह उत्कृष्ट थी.
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