बैटिंग बनी समस्‍या, टीम इंडिया के सामने सीरीज बचाने की चुनौती

बैटिंग बनी समस्‍या, टीम इंडिया के सामने सीरीज बचाने की चुनौती

सुरेश रैना का फॉर्म है टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय (फाइल फोटो)

चेन्‍नई :

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उतार-चढ़ाव वाला प्रदर्शन करने वाला भारत 'करो या मरो' वाले चौथे वन-डे मैच में कल जब चेन्‍नई में उतरेगा तो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के सबसे उलझन भरे सवाल का सामना करेंगे कि आखिर कौन सा बैटिंग कॉम्बिनेशन टीम की नैया पार लगा पाएगा।

घरेलू वनडे सीरीज गंवाने का खतरा
टीम इंडिया के ज्‍यादातर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जिससे टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है। इससे कप्तान धोनी की मुश्किलें बढ़ गई हैं जिन पर घरेलू वनडे सीरीज गंवाने का खतरा मंडराने लगा है। भारत यदि यह सीरीज नहीं जीत पाता है तो यह लगातार दूसरी वनडे सीरीज होगी जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले उसने बांग्लादेश के हाथों 1-2 से हार झेली थी। धोनी की परेशानी सिर्फ बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन तक ही सीमित नहीं है।

गेंदबाजी आक्रमण भी हुआ कमजोर
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्‍विन की मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण गेंदबाजी आक्रमण भी कमजोर हुआ है। अब मैदान से बाहर की एक न समस्या ने स्थिति और जटिल कर दी है। लेग स्पिनर अमित मिश्रा उत्पीड़न के आरोप से घिर गए हैं। बेंगलुरू पुलिस स्टेशन में एक महिला ने इस लेग स्पिनर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि मिश्रा इस मैच में खेलेंगे या नहीं। भारतीय टीम का आक्रमण इस पर निर्भर करेगा कि भुवनेश्‍वर कुमार शुरुआती और हरभजन बीच के ओवरों में कैसा प्रदर्शन करते हैं। अश्विन की गैरमौजूदगी ने टीम को नुकसान पहुंचाया है क्योंकि वह शानदार फार्म में थे और मेहमान बल्लेबाजों के लिये उनसे पार पाना आसान नहीं होता।

टारगेट चेज करना हुआ मुश्किल
कभी भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने में माहिर मानी जाती थी लेकिन अभी उसके लिए यह सबसे बड़ी समस्या है। धोनी ने खुद माना है कि टीम अभी तक तय नहीं कर पा रही है कि पांचवें, छठे और सातवें नंबर के लिए कौन आदर्श बल्लेबाज होगा। ये तीनों ऐसे स्थान हैं जहां ऐसे बल्लेबाज चाहिए जो लंबे शॉट जमाने में माहिर हो और अच्छे फिनिशर की भूमिका निभा सके। विराट ने तो अपने पसंदीदा तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करके लय पकड़ ली है, लेकिन रहाणे को जैसे ही निचले क्रम में उतारा गया तो उनकी लय गड़बड़ा गई। पहले दो मैचों में अर्धशतक जड़ने वाला यह बल्लेबाज पिछले मैच में नाकाम रहा।

रैना, धवन की चमक फीकी
सुरेश रैना की फार्म टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता है, जिन्‍होंने पिछले तीन मैचों में केवल तीन रन बनाए हैं। पिछले दो मैचों में तो वह खाता भी नहीं खोल पाए थे। रैना के खराब फॉर्म के कारण अन्य बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा है। रोहित शर्मा सीमित ओवरों की क्रिकेट में अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में हैं और उन्होंने लगातार अच्छी पारियां खेली हैं, लेकिन दूसरे ओपनर शिखर धवन के लिये यह बात नहीं कही जा सकती। उन्‍होंने तीन मैचों में केवल 59 रन बनाए हैं। हैरत की बात है कि धवन ने अपने पिछले तीन टेस्ट मैचों में शतक जमाये लेकिन सीमित ओवरों में उन्हें रन बनाने के लिये जूझना पड़ रहा है। धोनी ने अब तक बल्लेबाजी क्रम में काफी बदलाव किये हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि कल वह किस संयोजन के साथ मैदान पर उतरना पसंद करेंगे। यदि कोहली रन बना रहे हैं तो उन्हें नंबर तीन से हटाना मुश्किल होगा और रहाणे को चौथा स्थान सौंपना भी आसान नहीं होगा क्योंकि कप्तान धोनी स्वयं इस नंबर पर अधिक सहज महसूस कर रहे हैं।

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 दक्षिण अफ्रीकी टीम चोट से परेशान
जहां तक दक्षिण अफ्रीका का सवाल है तो उसके खिलाड़ी भी चोटों की समस्या से जूझ रहे हैं। मोर्ने मोर्कल के पांव में चोट लगी है और उनके गुरुवार को होने वाले मैच में खेलने की संभावना नहीं है जबकि डेथ ओवरों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जेपी डुमिनी हाथ की चोट के कारण तीन सप्ताह तक नहीं खेल पाएंगे। उनकी जगह टीम में लिए गए डीन एल्गर अगले दो मैचों में खुद को साबित करने की कोशिश करेंगे। दक्षिण अफ्रीकी टीम के बल्लेबाजों को भी मिश्रित सफलता मिली है। कप्तान एबी डिविलियर्स ने एक शतक जमाया है जबकि फाफ डु प्लेसिस ने तीनों मैचों में अर्धशतक लगाए हैं। क्विंटन डिकाक ने पिछले मैच में शतक जड़कर फॉर्म में वापसी की। दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी में एकमात्र समस्या हाशिम अमला का फॉर्म है जो तीन मैचों में केवल 59 रन बना पाए हैं।