मीरपुर:
एशिया कप रोमांचक दौर में पहुंच गया है। मंगलवार को बांग्लादेश और श्रीलंका की भिड़ंत होनी है, जिसे जीतकर मेजबान टीम फाइनल खेल सकती है। श्रीलंका अगर बांग्लादेश को हरा देता है तो फिर भारत का फाइनल खेलना तय होगा लेकिन श्रीलंका अगर यह मैच हार जाता है तो भारत फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। पाकिस्तान पहले ही फाइनल में पहुंच चुका है।
पाकिस्तान के नौ अंक हैं और वह तालिका में सबसे ऊपर है। उसने श्रीलंका के खिलाफ बोनस अंक हासिल किया था। पहले मैच में उसने बांग्लादेश को हराया था लेकिन भारत से उसे हार मिली। इसके बावजूद वह फाइनल में पहुंच चुका है।
भारत ने पहले मैच में श्रीलंका को हराया था लेकिन शुक्रवार को सचिन के सौवें शतक के बावजूद उसे बांग्लादेश से हार मिली थी। इस हार ने भारत के फाइनल में पहुंचने की सम्भावना को करारा झटका दिया था लेकिन पाकिस्तान को हराकर भारतीय टीम ने इस दौड़ में बने रहने की संभावना बरकरार रखी है।
श्रीलंका अगर बांग्लादेश को हरा देता हो तो फिर भारत का फाइनल खेलना तय होगा लेकिन श्रीलंका अगर यह मैच हार जाता है तो भारत फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। ऐसी स्थिति में भारत और बांग्लादेश के आठ-आठ अंक हो जाएंगे लेकिन बांग्लादेश के हाथों मिली हार के कारण भारत को बेहतर नेट रन रेट के बावजूद निराशा मिलेगी।
बांग्लादेश इस ऐतिहासिक पल के लिए पुरजोर कोशिश करेगा क्योंकि भारत को हराने के बाद उसके हौसले बुलंद हैं। प्रतिभा, अनुभव और दमखम के लिहाज से बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच काफी फासला है लेकिन लगातार खराब दौर से गुजर रही श्रीलंकाई टीम की लचर स्थिति बांग्लादेश को जीत के लिए प्रेरित कर सकती है।
पाकिस्तानी खिलाड़ी जहां इस मैच के परिणाम से बेखबर फाइनल की तैयारी कर रहे होंगे, वहीं भारतीय टीम बड़ी बेसब्री से इस मैच के परिणाम का इंतजार करेगी। भारतीय टीम को बांग्लादेश की हार से कम और कुछ मंजूर नहीं होगा। इस तरह के हालात आस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान भी उपजे थे, जब भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए आस्ट्रेलिया के हाथों श्रीलंका की हार के लिए प्रार्थना करनी पड़ी थी।
बांग्लादेशी टीम बोनस हासिल करने के लिए एक बार फिर अपने बल्लेबाजों पर आश्रित होगी। भारत के खिलाफ तमीम इकबाल, जहुरूल इस्लाम, नासिर हुसैन, साकिब अल हुसैन और मुशफिकुर रहीम ने शानदार बल्लेबाजी की थी। श्रीलंका के खिलाफ हालांकि इन बल्लेबाजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि उसकी आक्रमण पंक्ति भारत से बेहतर है।
श्रीलंका के लिए यह मैच प्रतिष्ठा बचाने का साधन होगा क्योंकि एशिया में जो चार टीमें टेस्ट खेलती हैं, उनमें से फिसड्डी साबित होना पूर्व विश्व विजेता श्रीलंका के लिए बेहद शर्म की बात होगी और वह किसी भी हाल में यह मैच जीतकर इस स्थिति को टालना चाहेगा।
पाकिस्तान के नौ अंक हैं और वह तालिका में सबसे ऊपर है। उसने श्रीलंका के खिलाफ बोनस अंक हासिल किया था। पहले मैच में उसने बांग्लादेश को हराया था लेकिन भारत से उसे हार मिली। इसके बावजूद वह फाइनल में पहुंच चुका है।
भारत ने पहले मैच में श्रीलंका को हराया था लेकिन शुक्रवार को सचिन के सौवें शतक के बावजूद उसे बांग्लादेश से हार मिली थी। इस हार ने भारत के फाइनल में पहुंचने की सम्भावना को करारा झटका दिया था लेकिन पाकिस्तान को हराकर भारतीय टीम ने इस दौड़ में बने रहने की संभावना बरकरार रखी है।
श्रीलंका अगर बांग्लादेश को हरा देता हो तो फिर भारत का फाइनल खेलना तय होगा लेकिन श्रीलंका अगर यह मैच हार जाता है तो भारत फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। ऐसी स्थिति में भारत और बांग्लादेश के आठ-आठ अंक हो जाएंगे लेकिन बांग्लादेश के हाथों मिली हार के कारण भारत को बेहतर नेट रन रेट के बावजूद निराशा मिलेगी।
बांग्लादेश इस ऐतिहासिक पल के लिए पुरजोर कोशिश करेगा क्योंकि भारत को हराने के बाद उसके हौसले बुलंद हैं। प्रतिभा, अनुभव और दमखम के लिहाज से बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच काफी फासला है लेकिन लगातार खराब दौर से गुजर रही श्रीलंकाई टीम की लचर स्थिति बांग्लादेश को जीत के लिए प्रेरित कर सकती है।
पाकिस्तानी खिलाड़ी जहां इस मैच के परिणाम से बेखबर फाइनल की तैयारी कर रहे होंगे, वहीं भारतीय टीम बड़ी बेसब्री से इस मैच के परिणाम का इंतजार करेगी। भारतीय टीम को बांग्लादेश की हार से कम और कुछ मंजूर नहीं होगा। इस तरह के हालात आस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान भी उपजे थे, जब भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए आस्ट्रेलिया के हाथों श्रीलंका की हार के लिए प्रार्थना करनी पड़ी थी।
बांग्लादेशी टीम बोनस हासिल करने के लिए एक बार फिर अपने बल्लेबाजों पर आश्रित होगी। भारत के खिलाफ तमीम इकबाल, जहुरूल इस्लाम, नासिर हुसैन, साकिब अल हुसैन और मुशफिकुर रहीम ने शानदार बल्लेबाजी की थी। श्रीलंका के खिलाफ हालांकि इन बल्लेबाजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि उसकी आक्रमण पंक्ति भारत से बेहतर है।
श्रीलंका के लिए यह मैच प्रतिष्ठा बचाने का साधन होगा क्योंकि एशिया में जो चार टीमें टेस्ट खेलती हैं, उनमें से फिसड्डी साबित होना पूर्व विश्व विजेता श्रीलंका के लिए बेहद शर्म की बात होगी और वह किसी भी हाल में यह मैच जीतकर इस स्थिति को टालना चाहेगा।
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