भारत के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह का मानना है कि टीम प्रबंधन द्वारा सही तरीके से हैंडल नहीं किए जाने के कारण ऑफ स्पिनर आर अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर गड़बड़ा गया है और वह रक्षात्मक गेंदबाज बन गए हैं।
कुछ समय से खराब फार्म से जूझ रहे अश्विन एशिया कप में नए एक्शन के साथ गेंदबाजी करते नजर आए।
मनिंदर ने कहा, वह कई वैरिएशन आजमा रहे हैं। जब आप बहुत कुछ आजमाने की कोशिश करते हैं तो अपनी मौलिकता खो देते हैं और यही हो रहा है, जिससे मैं चिंतित हूं। उन्होंने कहा, मेरी नजर में अश्विन मैच विनर हैं। वह टेस्ट, वन-डे या टी-20 जिता सकता है लेकिन उसे सही तरीके से हैंडल नहीं किया गया। मुझे समझ में नहीं आता कि गेंदबाजी कोच, मुख्य कोच और कप्तान उसके साथ क्या कर रहे हैं। यदि मैं होता तो उसकी गेंदबाजी को इस तरह बिगड़ने नहीं देता कि उसे एक्शन बदलना पड़े। पिछले 80 साल में 100 टेस्ट विकेट सबसे तेजी से लेने वाले गेंदबाज अश्विन भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे पर फ्लॉप रहे।
मनिंदर ने कहा, किसी को उसे बताना चाहिए कि उसे भारतीय टीम में इसलिए रखा गया, क्योंकि उसने आईपीएल जैसे 20 ओवरों के क्रिकेट में विकेट लेने की तत्परता दिखाई थी।
मनिंदर ने कहा, उसके बाद आप टेस्ट टीम में आए और पिछले साल की ऑस्ट्रेलियाई शृंखला के बाद मैंने कहीं पढ़ा कि उसने कहा कि ‘मेरा काम रनगति रोकना है’। उसे यह किसने कहा। कप्तान ने। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उसे सही तरीके से हैंडल नहीं किया गया। किसी को भारतीय टीम में इसलिए लिया गया क्योंकि उसमें विकेट लेने की ललक थी और वह 20 ओवरों के क्रिकेट में भी विकेट ले रहा था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में जहां विकेट लेने की जरूरत है, उसमें वह रक्षात्मक गेंदबाज बन गया। कुछ तो गड़बड़ हुआ है। कोई उसे गलत राय दे रहा है। पूर्व स्पिनर ने कहा कि अश्विन को अपने करियर को ढर्रे पर लाने के लिए अच्छे कोच की जरूरत है।
उन्होंने कहा, बीसीसीआई को जागना होगा और गेंदबाजों के लिए अच्छे कोच का इंतजाम करना होगा। अश्विन ही नहीं जडेजा को भी मदद की जरूरत है। वह प्रतिभाशाली है, लेकिन उसे मार्गदर्शन की जरूरत है।
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